नई दिल्ली: भारत के निर्वाचन आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘नालायक’ शब्द का उपयोग करने संबंधी टिप्पणी को लेकर बुधवार को कांग्रेस नेता प्रियंक खरगे को कारण बताओ नोटिस जारी किया.
चुनाव आयोग ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन है.
बता दें कि उन्होंने 1 मई को चुनावी राज्य कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था,‘‘जब पीएम मोदी कलबुर्गी आए थे, तो उन्होंने कहा, ‘आप सब डरिए मत, बंजारा समुदाय का एक बेटा दिल्ली में बैठा है. दिल्ली में बंजारा समाज बैठा है’ ऐसा नालायक बेटा बैठेगा तो घर कैसे चलेगा.’’
प्रियांक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र हैं.
उनके पिता ने बाद में कहा कि प्रियांक ने वो टिप्पणी नहीं की और लोग उनके मुंह में शब्द जबरन डाल रहे थे.
नोटिस में निर्वाचन आयोग ने कहा कि वह (खरगे) चार मई शाम तक नोटिस का जवाब दें कि चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाए.
भाजपा ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द को लेकर प्रियंक के खिलाफ आयोग के समक्ष शिकायत की थी.
इससे कुछ दिनों पहले ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री की तुलना ‘जहरीले सांप’ से की थी, हालांकि, बाद में सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा था.
खड़गे की टिप्पणी के जवाब में, मोदी ने पिछले रविवार को एक रैली में कहा था कि कर्नाटक के लोग आगामी विधानसभा चुनावों में सबसे पुरानी पार्टी को ‘‘करारा जवाब’’ देंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लोग उनके लिए भगवान शिव की तरह हैं और उन्हें उनके गले में सांप होने से कोई फर्क नहीं पड़ता.
उन्होंने कहा,‘‘मैं उन लोगों की गर्दनों को सजाने वाला सांप बनना पसंद करता हूं जिन्हें मैं भगवान के रूप में देखता हूं.’’
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