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Monday, 6 May, 2024
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कश्मीर घाटी में पहली बार खिला कमल, ऐजाज हुसैन और ऐजाज अहमद खान ने बीजेपी का खाता खोला

भाजपा ने नेशनल कांफ्रेस और पीडीपी जैसी क्षेत्रीय प्रभावशाली पार्टियों का सामना करते हुए मंगलवार को कश्मीर की किसी सीट पर पहली बार चुनाव जीत दर्ज की.

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श्रीनगर: भाजपा ने नेशनल कांफ्रेस और पीडीपी जैसी क्षेत्रीय प्रभावशाली पार्टियों का सामना करते हुए मंगलवार को कश्मीर की किसी सीट पर पहली बार चुनाव जीत दर्ज की.

ऐजाज हुसैन ने श्रीनगर में खोन्मोह- दो जिला विकास परिषद सीट जीती. वही ऐजाज अहमद खान ने बांदीपोरा जिले में तुलैल सीट जीतकर पार्टी को खुश होने का एक और मौका दे दिया.

हुसैन ने अपनी कामयाबी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को श्रेय देते हुए कहा कि डीडीसी चुनाव भाजपा और शेष दलों के बीच मुकाबला था.

उन्होंने यहां एसकेआईसीसी स्थित मतगणना केंद्र के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘यह भाजपा के लिए जीत है. दुष्प्रचार का पर्दाफाश हो गया है क्योंकि लोगों ने प्रधानमंत्री और उनकी नीतियों में विश्वास जताया है. यह संदेश है कि कश्मीर में राष्ट्रवादी फल-फूल रहे हैं.’

भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुख्य रूप से श्रीनगर जिले में बलहामा के शिया बहुल क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था.

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हुसैन ने कहा कि भाजपा ने घाटी में क्षेत्रीय दलों के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ी है जो गुपकर नामक मंच पर एक साथ आए थे.

उन्होंने कहा, ‘वे सभी भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर आए क्योंकि वे इससे भयभीत थे. लेकिन, इसके बाद भी भाजपा घाटी से सीटें जीती. अब, उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए. लोग विकास चाहते हैं और यह विकास के लिए वोट है.’

भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि गठबंधन ‘सांप्रदायिक दुष्प्रचार कर रहा ‘ था, लेकिन यह जीत दिखाती है कि ‘अब उसके लिए कोई जगह नहीं है.’

हुसैन ने कहा, ‘लोग विकास चाहते हैं और यह जीत हमें विधानसभा में सीटें जीतने के लिए कड़ी मेहनत की खातिर प्रेरित करती है.’

श्रीनगर में डीडीसी चुनाव के लिए मतगणना पूरी हो गयी है और आधे सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे हैं.

श्रीनगर के जिला निर्वाचन अधिकारी (उपायुक्त) शाहिद चौधरी ने कहा, ‘श्रीनगर जिले में चुनाव अधिकारियों ने सभी 14 निर्वाचन क्षेत्रों में जिला विकास परिषद चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए हैं और विजयी उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र सौंप दिए हैं.’

उन्होंने कहा कि अंतिम नतीजों के अनुसार सात निर्वाचन क्षेत्रों में निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुए हैं.पूर्व वित्त मंत्री अल्ताफ बुखारी नीत जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के उम्मीदवार तीन क्षेत्रों में विजयी रहे हैं.

चौधरी ने कहा कि चार राजनीतिक दलों- भाजपा, पीडीपीपी, नेकां और जेकेपीएम को एक-एक सीट मिली है. उन्होंने कहा कि श्रीनगर नगर निगम वार्ड क्षेत्रों की चार सीटों के परिणाम भी घोषित कर दिए गए हैं.

अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार हो रहे हैं डीडीसी के चुनाव

जम्मू-कश्मीर में आठ चरणों में डीडीसी चुनाव के लिये मतदान हुआ था. पिछले साल अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहले चुनाव थे. जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव के लिए मतगणना मंगलवार सुबह शुरू हो गई. खबर लिखे जाने तक मतगणना जारी है. इस चुनाव में 2178 उम्मीदवार मैदान में हैं. डीडीसी की 280 सीटों के लिए आठ चरण में चुनाव कराए गए. केंद्र शासित प्रदेश के 20 जिलों में प्रत्येक में 14 सीटें हैं.

डीडीसी चुनाव को क्षेत्र में भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के बीच मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है. पिछले साल अगस्त में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में यह पहला चुनाव होगा.

पहले चरण का मतदान 28 नवम्बर को हुआ था और आठवें एवं अंतिम चरण का मतदान 19 दिसंबर को हुआ. कुल मिलाकर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए इन चुनावों में 57 लाख पात्र मतदाताओं में से 51 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.

कश्मीर केन्द्रित मुख्य धारा की सात राजनीतिक पार्टियों ने गुपकर घोषणा पत्र गठबंधन (पीएजीडी) के बैनर तले चुनाव लड़ा था. इन पार्टियों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी भी शामिल हैं.

शुरुआत में कांग्रेस भी पीएजीडी का हिस्सा थी, लेकिन बाद में उसने गठबंधन से दूरी बना ली क्योंकि भाजपा ने विपक्षी दलों को ‘‘गुपकर गैंग’ कहते हुए निशाना साधा था.

पिछले सात चरण में कांग्रेस अकेले ही चुनाव में उतरी लेकिन ऐसा समझा जाता है कि पीएजीडी के साथ उसकी सहमति थी.

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