नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व संकट आने वाले दिनों में खत्म हो सकता है. कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) अगले सप्ताह कार्यवाहक अध्यक्ष का चुनाव कर सकती है. पार्टी के एक वरिष्ठ सूत्र ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक के लिए आने वाले दिनों में एक तारीख तय की जाएगी.
आम चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस हाल के दिनों में अपने सबसे गंभीर नेतृत्व संकट का सामना कर रही है. नेतृत्व संकट के बीच, कांग्रेस के पुराने व वरिष्ठ सदस्यों ने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से अस्थायी रूप से पद संभालने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अनुरोध ठुकरा दिया.
कार्यवाहक अध्यक्ष पद के लिए कई वरिष्ठ नेताओं के नाम आगे चल रहे हैं. इनमें मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं.
सिंधिया ने हालांकि कहा कि वह शीर्ष पद की दौड़ में नहीं हैं. पार्टी सूत्र ने कहा कि वासनिक इसके लिए फिट बैठ रहे हैं, क्योंकि वह केवल 59 वर्ष के हैं और दलित भी हैं.
भाजपा, आरएसएस ने वैचारिक लड़ाई लड़ने का मंच दिया : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को यहां कहा कि वह इस बात से खुश हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें उनकी वैचारिक लड़ाई को जारी रखने और उसे जनता के बीच ले जाने के लिए एक मंच प्रदान किया है. राहुल यहां अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक से संबंधित मानहानि के मामले के सिलसिले में पहुंचे थे.
गांधी ने ट्वीट किया, ‘मेरे राजनीतिक विरोधियों आरएसएस/भाजपा द्वारा मेरे खिलाफ दायर एक अन्य मामले में पेश होने के लिए मैं आज यहां अहमदाबाद आया हूं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं उन्हें यह मंच प्रदान करने के लिए और यह अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं, जिसके जरिए मैं उनके खिलाफ मेरी वैचारिक लड़ाई को जनता के बीच ले जा सकता हूं.’
गांधी, सहकारी बैंक और उसके अध्यक्ष से संबंधित मानहानि मामले के बारे में शहर की एक अदालत में पेश हुए.
पिछले हफ्ते, गांधी मुंबई की एक अदालत और पटना की अदालत के सामने अपने खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमों में पेश हुए थे.
वायनाड से सांसद व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कम से कम 20 मामले दर्ज हैं.