नंदीग्राम (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में विवादित बयान देकर चौतरफा आलोचना का सामना कर रहे हैं.
हालांकि, उनके बयान से जुड़ा वीडियो वायरल होने के बाद गिरि ने माफी मांग ली है.
वायरल हुए 17 सेकंड के एक वीडियो में गिरि ‘राष्ट्रपति के रूप’ के बारे में टिप्पणी करते हुए सुनाई दे रहे हैं. हालांकि ‘पीटीआई-भाषा’ इस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है.
केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार पर जमकर निशाना साधा और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ टीएमसी नेता अखिल गिरी द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से माफी मांगने की मांग की.
मंत्री ने टीएमसी प्रमुख से आदिवासियों की भावनाओं को आहत करने के लिए मंत्री को बर्खास्त करने के लिए भी कहा. मुंडा ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक महिला हैं और उनके मंत्रिमंडल के एक मंत्री ने हमारे आदिवासी राष्ट्रपति पर इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी की है. मंत्री की टिप्पणी कड़ी निंदनीय है.’
राज्य के सुधार गृह मंत्री व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता गिरि को शुक्रवार देर शाम नंदीग्राम के एक गांव में एक रैली में कहते सुना गया कि, ‘उन्होंने (भाजपा ने) कहा कि मैं अच्छा नहीं दिखता हूं. हम किसी को उसके रूप से नहीं आंकते. हम (भारत के) राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं. लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं?’
आज सुबह पत्रकारों से बात करते हुए गिरि ने उस बयान के लिए माफी मांगी.
उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, ‘मेरा मकसद राष्ट्रपति का अपमान करना नहीं था. भाजपा नेताओं ने मेरे बारे में जो कहा, मैं उसका जवाब दे रहा था. हर दिन मेरे रूप के कारण मुझपर टिप्पणियां की जाती हैं. अगर किसी को लगता है कि मैंने राष्ट्रपति का अपमान किया है, तो यह गलत है. मैं देश की राष्ट्रपति का बहुत सम्मान करता हूं.’
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि गिरि का बयान टीएमसी की ‘आदिवासी विरोधी’ मानसिकता को दर्शाता है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से हैं. अखिल गिरि ने देश के राष्ट्रपति के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. ये टिप्पणियां टीएमसी की आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाती हैं.’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सौमित्र खान ने टिप्पणी को ‘जघन्य’ करार दिया और गिरि की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.
खान ने कहा, ‘यह एक जघन्य कृत्य है और इसे माफ नहीं किया जा सकता है. सम्मानित राष्ट्रपति का अपमान इस देश की महिलाओं और पूरी आबादी का अपमान है. उन्हें तुरंत विधायक के रूप में अयोग्य घोषित कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए. मैंने इस बारे में राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखा है.’
(भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)
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