scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमराजनीतिपश्चिमी यूपी में कांग्रेस शुरू करेगी 'जय जवान, जय किसान' अभियान, प्रियंका करेंगी दर्जनभर सभाएं

पश्चिमी यूपी में कांग्रेस शुरू करेगी ‘जय जवान, जय किसान’ अभियान, प्रियंका करेंगी दर्जनभर सभाएं

सचिन पायलट, सुरजेवाला, नवजोत सिंह सिद्धू, दीपेंद्र हुड्डा, हार्दिक पटेल के अलावा यूपी कांग्रेस के अन्य सीनियर लीडर भी करेंगे सभाएं . कांग्रेस के जाट, पंजाबी व गुर्जर नेताओं की होंगी अधिक सभाएं.

Text Size:

लखनऊ: किसान आंदोलन और जाट समाज की बीजेपी सरकार के खिलाफ हो रही महापंचायतों को देखते हुए आरएलडी के बाद अब यूपी कांग्रेस भी किसान पंचायतें शुरू करने जा रही है. ये पंचायतें खासतौर से जाट बाहुल्य इलाकों में होंगी. इस कैंपेन का नाम-‘जय जवान, जय किसान’ किसान दिया गया है. इसके तहत कांग्रेस की यूपी इंचार्ज प्रियंका गांधी खुद लगभग एक दर्जन सभाएं करेंगी. उनके अलावा रणदीप सुरजेवाला, सचिन पायलट, नवजोत सिंह सिद्धू समेत किसान आंदोलन के दौरान मुखर रहे कांग्रेस जाट व गुर्जर नेताओं की भी सभाएंगे लगाई जाएंगी.

10 फरवरी से ये अभियान प्रियंका गांधी की मौजूदगी में सहारनपुर से शुरू होने जा रहा है. इसके बाद प्रियंका की मेरठ, शामली, बिजनौर, अलीगढ़ समेत लगभग एक दर्जन जिलों में ये सभाएं होंगी.

कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ये अभियान पश्चिम यूपी के 27 जिलों में होगा. प्रियंका खुद लगभग एक दर्जन सभाओं को संबोधित करेंगी. वहीं उनके अलावा जाट, पंजाबी व गुर्जर समाज से आने वाले तमाम नेताओं की सभाएं इन जगहों पर कराई जाएंगी. पश्चिम यूपी के सीनियर कांग्रेस लीडर भी अपने-अपने जिलों मेंं ये अभियान चलाएंगे.

सिद्धू और हार्दिक पटेल भी कैंपेनर्स में

यूपी कांग्रेस की ओर से इस अभियान के प्रचारकों की जो लिस्ट तैयार की गई है उसमें सचिन पायलट, रणदीप सुरजेवाला, हार्दिक पटेल, नवजोत सिंह सिद्धू, दीपेंद्र हुड्डा, मीम अफजल, बॉक्सर विजेंद्र सिंह शामिल हैं. वहीं यूपी के नेताओं में प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू के अलावा सीनियर लीडर निर्मल खत्री, प्रमोद तिवारी, हरेंद्र मलिक, इमरान मसूद, राज बब्बर, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह, दीपक सिंह, अराधना मिश्रा, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राकेश सचान, प्रदीप आदित्य जैन समेत दो दर्जन से अधिक नेताओं की जनसभाएं होंगी. 10 फरवरी से 10 मार्च के बीच ये अभियान चलाया जाएगा.

एक पदाधिकारी के मुताबिक अभियान के लिए जो 27 जिले चुने गए हैं सहारनपुर, शामली, मुज़फ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फीरोजाबाद, बदायूं, बरेली, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई शामिल हैं.


यह भी पढ़ें: जाटों की BJP से बढ़ती नाराजगी RLD के लिए बड़ी उम्मीद, गांव-गांव जाकर अभियान चलाएंगे जयंत चौधरी


कांग्रेस के पास पश्चिम में केवल दो विधायक

पूर्वी यूपी की तुलना में कांग्रेस को पश्चिम में काफी कमजोर माना जाता है. मौजूदा समय में कांग्रेस के 7 विधायकों में महज दो विधायक पश्चिम यूपी से हैं. वहीं लोकसभा में एक भी सांसद इस क्षेत्र से नहीं है. ऐसे में कांग्रेस किसान महापंचायतों के जरिए खुद को दोबारा से खड़ा करना का प्रयास कर रही है.

कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, नवजोत सिद्धू, सचिन पायलट, दीपेंद्र हुड्डा के सभाएं करवा कर कांग्रेस भी जाट व गुर्जर समाज के लोगों को एहसास करवाना चाहती है कि उनकी जातियों को रिप्रेजेंट करने वाले बड़े नेता कांग्रेस के पास भी हैं. वहीं पश्चिम यूपी के नेता हरेंद्र मलिक, पंकज मलिक, इमरान मसूद, प्रवीण ऐरन, प्रदीप माथुर, डॉली शर्मा, समेत तमाम लोकसभा व विधानसभा के पूर्व प्रत्याशियों को भी इस कार्यक्रम के लिए एक्टिव किया गया है. ये नेता अपने-अपने इलाकों में सभाएं करेंगे.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू के मुताबिक, किसान बीजेपी सरकार की सच्चाई जान चुका है. हमारे नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने भी किसान आंदोलन का पूरा समर्थन करने की बात कही है. हम पूरे पश्चिमी यूपी में घूम-घूमकर बीजेपी की सच्चाई जनता के बीच ले जाएंगे. इसी को ध्यान में रखते हुए ये अभियान शुरू होने जा रहा है.

यूपी कांग्रेस के संगठन सचिव अनिल यादव के मुताबिक, अभी पिछले दिनों हमने ‘संगठन सृजन अभियान’ के माध्यम से ब्लॉक कमेटी और न्याय पंचायत की बैठकें पूरी की हैं. यूपी में 823 ब्लॉक हैं जिन पर हमने 25-25 लोगों की टीम तैयार की है और 8,134 न्याय पंचायत स्तर पर हमने पदाधिकारी बना दिए हैं. कुल मिलाकर ग्रामीण स्तर पर 28,575 नए पदाधिकारी तैयार हुए हैं. इतने माइक्रो लेवल पर इस बार हमने तैयारी की है. प्रियंका जी, ऑनलाइन माध्यम से सबसे संवाद कर रही हैं. अब जमीन पर भी इसका असर देखने को मिलेगा.

गौरतलब है कि महासचिव प्रियंका गांधी पिछले दिनों रामपुर के बिलासपुर के शहीद किसान नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में पहुंची थीं. इस दौरान उन्होंने अंतिम अरदास में कहा था कि सरकार को हरहाल में किसान विरोधी कानून वापस लेना होगा, शहीद हुए किसानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. अब इस कार्यक्रम के जरिए प्रियंका अपना यूपी कैंपेन पूरी तरह से ग्राउंड पर उतरकर शुरू करने जा रही हैं.


यह भी पढ़ें: सिर्फ कृषि कानून नहीं बल्कि गन्ने की कीमत और भुगतान में देरी भी पश्चिमी UP में किसानों का गुस्सा बढ़ा रहा है


 

share & View comments