scorecardresearch
Monday, 23 December, 2024
होमराजनीतिकांग्रेस ने विश्वेंद्र सिंह और भंवरलाल शर्मा के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया, प्राथमिक सदस्यता से हटाया

कांग्रेस ने विश्वेंद्र सिंह और भंवरलाल शर्मा के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया, प्राथमिक सदस्यता से हटाया

विधायक सिंह और शर्मा दोनों ही सचिन पायलट खेमे के हैं. सिंह को पायलट का करीबी माना जाता है. पार्टी ने पायलट सहित जिन 3 मंत्रियों को पद से हटाया उनमें वह भी हैं.

Text Size:

जयपुर: कांग्रेस ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बागी हुए विधायकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दिया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी.

मीडिया में बृहस्पतिवार को वायरल हुए एक ऑडियो टेप का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने विधायक भंवर लाल शर्मा को इन ऑडियो टेप की सत्यता का सत्यापन होने तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.’

सुरजेवाला ने बताया कि इसी तरह विधायक विश्वेंद्र सिंह की प्राथमिक सदस्यता भी निलंबित की गयी है. इन दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं.

उल्लेखनीय है कि विधायक सिंह व शर्मा दोनों ही सचिन पायलट खेमे के हैं. सिंह को पायलट का करीबी माना जाता है और पार्टी ने पायलट सहित जिन तीन मंत्रियों को पद से हटाया उनमें वह भी हैं.

कांग्रेस ने गहलोत सरकार गिराने की साजिश में शामिल हैं गजेंद्र सिंह शेखावत का शामिल बताया

राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी व विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के आरोपों के बीच कांग्रेस ने एक ऑडियो क्लिप का हवाला देते हुए पहली बार केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर सीधा हमला बोला है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि शेखावत राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं और भाजपा को उन्हें पद से बर्खास्त करना चाहिए.

पार्टी ने अपने बागी विधायकों के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाते हुए विश्वेंद्र सिंह व भंवरलाल शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है.

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘हमारी मांग है कि प्रथमदृष्टया राजस्थान कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश में कथित रूप से शामिल केंद्रीय कैबिनेट मंत्री गजेंद्र शेखावत के खिलाफ पुलिस के विशेष कार्यबल एसओजी द्वारा प्राथमिकी दर्ज की जाए, पूरी जाँच हो और अगर पद का दुरुपयोग कर जाँच प्रभावित करने का अंदेशा हो (जैसा प्रथम दृष्टि से प्रतीत होता है), तो वॉरंट लेकर शेखावत की फौरन गिरफ्तारी की जाए.’

उन्होंने कहा, ‘विधायक भंवर लाल शर्मा व भाजपा नेता संजय जैन के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई हो.’

सुरजेवाला ने कहा, ‘यह भी जांच हो कि ऑडियो में नामित व्यक्तियों के अलावा क्या किसी और व्यक्ति या विधायक द्वारा सरकार गिराने या निष्ठा बदलने के लिए पैसों का लेन-देन हुआ है. सचिन पायलट भी आगे आकर ‘विधायकों की सूची’ भाजपा को देने के बारे अपनी स्थिति स्पष्ट करें.’

share & View comments