लखनऊ : रायबरेली सदर से कांग्रेस की युवा विधायक अदिति सिंह ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस सरकार में महिला विधायक तक सुरक्षित नहीं हैं आम इंसान क्या होगा. दरअसल बीते 14 मई को रायबरेली जाते वक्त सिंह के काफिले पर हमला हुआ था जिसमें उनकी गाड़ी पलट गई थी. इस दौरान कुछ जिला पंचायत सदस्यों को गंभीर चोटें भी आईं थीं. उनका आरोप सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़े बीजेपी के नेता दिनेश सिंह, उनके भाई अवधेश सिंह समेत उनके कुछ लोगों पर लगा था. अदिति का कहना है कि 2 महीने बीत जाने पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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अदिति सिंह ने प्रेंस काॅन्फ्रेंस कर कहा कि उन पर व जिला पंचायत सदस्यों पर मई में हुए हमले में एमएलसी दिनेश सिंह, रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेष सिंह, एमएलसी दिनेश सिंह के बड़े भाई गणेश सिंह व अन्य किसी नामजद व्यक्ति पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई. जिला पंचायत सदस्यों द्वारा दी गई कम्प्लेंट्स भी अभी तक रजिस्टर्ड नहीं हुई. क्षेत्राधिकारी विनीत सिंह को गंभीर शिकायतों के बावजूद महाराजगंज का अतिरिक्त चार्ज दे दिया गया है. उनके द्वारा जिला पंचायत सदस्यों को प्रताड़ित किया गया है. कोर्ट के आदेश के बावजूद तीन जिला पंचायत सदस्यों की सुरक्षा भी वापस ले ली गई है.
‘कैसे बेटी-बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान ‘
अदिति ने कहा कि बीजेपी सरकार बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ की बात करती है लेकिन जब यूपी की कोई बेटी खुद को सुरक्षित ही नहीं मानती तो कैसे ये अभियान कामयाब हो सकता है. आए दिन महिलाओं पर अत्याचार की खबरें आती हैं. उनके मुताबिक जब इस सरकार में महिला विधायक या एक जनप्रतिनिधि सुरक्षित नहीं है तो एक आम इंसान कैसे होगा. उनका कहना है कि उन्होंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव समेत शासन-प्रशासन के तमाम लोगों को अपने मामले से अवगत कराया लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
गांधी परिवार का माना जाता है करीबी
अदिति सिंह ने मांग की है कि बीजेपी नेता दिनेश सिंह के बड़े भाई गणेश सिंह को आजीवन कारावास के दंड में मिली दया को निरस्त किया जाये क्योंकि उनके द्वारा दया प्राप्ति के नियमों की अवहेलना हो रही है. बता दें कि दिनेश सिंह हाल ही में रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार थे. इससे पहले वह कांग्रेस में थे लेकिन चुनाव से कुछ महीने पहले उन्होंने पाला बदल लिया. उनके छोटे भाई राकेश सिंह हरचंदपुर से विधायक हैं तो वहीं एक भाई अवधेश सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष हैं जिनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. इसी प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए 14 मई को कई जिला पंचायत सदस्य वोट डालने के लिए अदिति के साथ लखनऊ से रायबरेली आ रहे थे तब ये हमला हुआ.
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बता दें कि रायबरेली सदर से विधायक अदिति पांच बार के विधायक अखिलेश सिंह की बेटी हैं. 2017 में उन्होंने सदर सीट से चुनाव जीता था. उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता है. प्रियंका गांधी भी अदिति पर हुए हमले के अगले दिन उनका हाल-चाल लेने रायबरेली आईं थीं. इस मामले में अभी तक योगी सरकार द्वारा कोई बड़ी कार्रवाई न होने से अदिति परेशान हैं. वह इस मुद्दे पर सरकार को लगातार घेर रही हैं.