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Friday, 8 November, 2024
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यूपी में 55 लाख किसान परिवारों से संपर्क साध भाजपा को घेरने की तैयारी में कांग्रेस

कांग्रेस ने यूपी में 5 चरणों में 40 दिनों तक चलने वाले किसान जन जागरण अभियान शुरू किया है. इसमें हरदिन 300 किसान परिवार से मांगपत्र भरवाने के साथ 12000 नुक्कड़ सभा और 800 से अधिक प्रदर्शन-घेराव भी करेगी.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश कार्यालय पर किसान जन जागरण अभियान ‘किसान की बात किसान के द्वार’ की विधिवत शुरुआत की गई. आज बाराबंकी के देवा ब्लॉक में आयोजित किसान जनजागरण अभियान की शुरुआत  सूबे के पार्टी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने की और गांव में किसानों के चौखट पर पहुंच मांग पत्र भरा. इस मौके पर लल्लू ने यह भी कहा कि यह यात्रा किसानों को उनका हक दिलवाने तक जारी रहेगी.

अब कांग्रेस पार्टी किसान जन जागरण अभियान के साथ एक ओर जहां प्रतिदिन सूबे के 300 किसान के परिवार से मिलकर मांगपत्र भरवाने का काम करेगी वहीं 40 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के माध्यम से यूपी के 2 करोड़ 71 लाख 26 हजार लोगों से सीधा संवाद भी करेगी.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने कहा, ‘आज पूरे सूबे के किसान भाजपा की किसान विरोधी नीतियों और आवारा पशुओं के आतंक से पूरा प्रदेश का किसान परेशान है.’

‘सूबे में लगातार बिजली का बिल बढ़ाया जा रहा है, कर्जमाफी के नाम पर किसानों को भाजपा सरकार ने छला है. गन्ना किसानों का बकाया भुगतान अभी तक नहीं हुआ है और तो ऐर योगी सरकार में गन्ने का एक रुपया दाम भी नहीं बढ़ाया गया है.’

किसानों के बहाने भाजपा पर वार कर रही कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है. लल्लू ने आगे कहा, ‘धान खरीद के नाम पर सरकार और बिचौलियों की साठ-गांठ के चलते किसान 1400-1500 रूपये में धान बेंचने को मजबूर हुआ है. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की मार के बाद भी सरकार ने एक पैसा किसानों को मुआवजा भी नहीं दिया गया है.’

किसान जनजागरण अभियान की जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया, ’40 दिन (मार्च अंत तक) तक चलने वाले इस अभियान में उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ 71 लाख 26 हज़ार लोगों से संवाद स्थापित किया जायेगा.

वह आगे बताते हैं, ‘सूबे के प्रत्येक ब्लाक में रोजाना 300 किसान परिवारों से मिलकर कांग्रेस कार्यकर्ता किसान मांग पत्र भरवाएंगें. यानि कि एक दिन में इस अभियान में लगभग ढाई लाख परिवारों से हम जनसंपर्क करेंगे.’

इस पूरे अभियान में 55 लाख परिवारों से संपर्क किया जायेगा. अभियान में प्रत्येक ब्लाक पर न्यूनतम 30 कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतिदिन 10 पीड़ित किसानों के बीच जाकर किसान मांग पत्र भरने का काम करेंगे. बता दें कि चाक चौंबद तैयारियों के बीच पार्टी इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरे सूबे में अपने 25 हज़ार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारा है जो गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क साधने का काम करेंगे.

नुक्कड़ नाटक और ग्राम सभा

इसके साथ ही साथ 17 फरवरी से 23 फरवरी तक प्रदेश के सभी ब्लाकों में दो- दो नुक्कड़ सभा करके किसान विरोधी सरकार की करतूतों को उजागर करने का काम करेगी. इस तरह लगभग 12 हज़ार नुक्कड़ सभा पूरे प्रदेश में कांग्रेस के नेता आयोजित करेंगे.

किसान मांग पत्र-(किसान मांग रहा है) भरवाकर सरकार के प्रतिनिधि को भेजा जायेगा. इस अभियान में इसके साथ ही ‘किसान की बात’ के नाम से एक और फार्म भरवाया जायेगा जिसमें किसानों का विवरण और समस्याओं को भरा जायेगा.

पांच चरणों चलाए जा रहे इस अभियान की कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सूबे की मौजूदा योगी सरकार को घेरने की जोरदार तैयारी की है. उस अभियान के दूसरे चरण में भाजपा के विधायकों-सांसदों को किसानों के मुद्दे पर ‘सरकार जगाओ-किसान बचाओ’ नारे के साथ ज्ञापन दिया जायेगा. जबकि तीसरे चरण में तहसील दिवस पर प्रदर्शन किया जायेगा और पीड़ित किसानों का नाम लेकर उनकी समस्याओं को हाईलाइट किया जायेगा ताकि प्रशासन उस किसान की समस्या हल करे.

अभियान के तहत कांग्रेस के कार्यकर्ता चौथे चरण में सूबे के हर जिले में जिलाधिकारी का घेराव भी करेंगे और पूरे अभियान के दौरान सूबे में करीब 800 प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई है. इस घेराव में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों को किसानों की समस्या पर घेरा जायेगा.

पांचवे चरण में लखनऊ में एक बड़ा किसान मार्च भी निकाल कर सरकार को बार बार किसानों के साथ हो रहे अन्याय की  जानकारी देशवासियों तक पहुंचाई जाएगी.

कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा, ‘भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकार किसानों को ठग रही है, प्रदेश का एक-एक किसान त्रस्त है.’

वह आगे कहती हैं, ‘भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी लेकिन किसानों को उनकी फसलों का दाम तक नहीं मिल रहे हैं. किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है.’

‘भाजपा की सरकारों को कांग्रेस की प्रदेश सरकारों से सीखना चाहिए.’

कांग्रेस की प्रदेश सरकारों का उदाहरण देते हुए मोना ने आगे कहा, ‘मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ़ किया गया. छत्तीसगढ़ में बिजली बिल हाफ किया गया. जिसका लाभ 35 लाख परिवारों को मिला है, यही नहीं छत्तीसगढ़ में किसानों का धान 2500 प्रति कुंतल खरीदा जा रहा है.

कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकार में कृषि विकास दर दोगुनी थी लेकिन आज देश के अन्नदाताओं की हालत लगातार बदतर होती जा रही है.

वैसे तो कांग्रेस पार्टी की पांच चरणों में चलने वाले किसान जन जागरण अभियान की घोषणा के साथ ही अजय कुमार लल्लू बाराबंकी के सरैया गांव में किसानों से मांग पत्र भरवाकर किसान अभियान की शुरुआत कर दी है.

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