लखनऊ/बरेली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बरेली की कैंट सीट से घोषित कांग्रेस उम्मीदवार सुप्रिया ऐरन शनिवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं. इसके साथ ही सपा ने बरेली कैंट से उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है.
बरेली की पूर्व महापौर सुप्रिया के साथ उनके पति और बरेली से पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन ने भी सपा की सदस्यता ली.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रवीण और सुप्रिया का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि इन दोनों के आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी. इसके साथ ही उन्होंने बेरली कैंट सीट से सुप्रिय को सपा उम्मीदवार बनाने की भी घोषणा की.
गौरतलब हैं कि कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में बरेली कैंट सीट पर पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरन को अपना प्रत्याशी घोषित किया था.
बरेली से मिली खबर के अनुसार सुप्रिया और उनके पति प्रवीन सिंह ऐरन के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की सूचना मिलते ही नबाबगंज के सपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने कहा कि बरेली कैंट विधानसभा क्षेत्र से सुप्रिया की जीत तय है. उन्होंने कहा कि ‘‘बरेली का वैश्य समाज मज़बूरी में भाजपा को वोट दे रहा था अब सुप्रिया बाजी मार ले जायेंगी.’’
गंगवार ने कहा, ‘‘बरेली का 40 प्रतिशत मुस्लिम अब इधर उधर भटकेगा नहीं और समाजवादी पार्टी के खाते में जायेगा.’’
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2006 में सुप्रिया ने कांग्रेस के टिकट पर महापौर का चुनाव लड़ा था और जीती थीं. सुप्रिया के पति प्रवीन सिंह ऐरन वर्ष 2009 में भाजपा के संतोष कुमार गंगवार को हरा कर कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे.
माना जा रहा है कि बरेली कैंट सीट पर अब सुप्रिया का सीधा मुकाबला भाजपा के संजीव अग्रवाल से होगा. संजीव अग्रवाल प्रदेश भाजपा के सहकोषाध्यक्ष हैं.
अभी हाल ही में बरेली में कांग्रेस पार्टी की ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मैराथन में कथित अव्यवस्था फैलने के मामले में सुप्रिया ऐरन ने बयान दिया था कि ‘जब वैष्णो देवी में भगदड़ मच सकती है तो ये तो बच्चियां हैं, ये इंसानी फितरत होती है.’ हालांकि उन्होंने बाद में मीडियाकर्मियों से माफी भी मांगी थी.
उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के बढ़ते जनाधार की वजह से इस तरह की साजिश हो सकती है.
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