उस्मानाबाद : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों का जीवन जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने मराठवाड़ा जिले के कुछ हिस्सों का दौरा किया. इसी क्रम में यहां कटगांव में बाढ़ प्रभावित लोगों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि प्रभावित लोगों को दी जाने वाली राहत पर फैसला लेने के लिए राज्य मंत्रिमंडल की बुधवार या बृहस्पतिवार को बैठक होगी.
महाराष्टू के एक मंत्री ने नाम उजागर नहीं करने के अनुरोध के साथ कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक बृहस्पतिवार को होने की उम्मीद है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केवल लोकप्रियता हासिल करने के लिए सहायता राशि से संबंधित आंकड़े घोषित नहीं करेंगे और कहा कि वह केवल वही बोलते हैं, जो वह पूरा कर सकते हैं.
बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए ठाकरे ने कहा कि अगर केंद्र ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में राज्य की हिस्सेदारी का भुगतान कर दिया होता, तो सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए काफी कुछ कर सकती थी.
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट यात्रा के दौरान ठाकरे के साथ थे.
पिछले सप्ताह, पुणे, औरंगाबाद और कोंकण क्षेत्रों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 48 लोगों की जान चली गई, जबकि लाखों हेक्टेयर कृषि भूमि में फसलों को नुकसान हुआ.
ठाकरे ने कहा, ‘कैबिनेट आज या कल बैठक करेगी. क्षेत्र निरीक्षण 80 से 90 फीसदी तक पूरा हो चुका है. यह महा विकास आघाड़ी सरकार आपका जीवन जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं यहां लोकप्रियता के लिए धन के आंकड़े घोषित करने के लिए नहीं हूं. हम जो भी करेंगे, आपकी संतुष्टि और आपकी खुशी के लिए करेंगे.’ ठाकरे ने यह भी कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने उन्हें बताया है कि राज्य में भारी वर्षा का खतरा कम हो गया है लेकिन अगले सात-आठ दिनों में बिजली गिर सकती है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस साल की शुरुआत आपदाओं – कोरोनावायरस, विदर्भ में बाढ़ के साथ हुई और अब राज्य के अन्य हिस्सों में भारी बारिश हुई है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं यहां हुई क्षति का गवाह हूं और आपको विश्वास दिलाता हूं कि सरकार आपके साथ है. फसलों के नुकसान के साथ-साथ मिट्टी का कटाव भी हुआ है … जल्द से जल्द मदद दी जाएगी.’
बाद में ठाकरे ने मीडियाकर्मियों से कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि दशहरा और दिवाली के दौरान बाढ़ पीड़ितों की आंखों में कोई आंसू न हों.
उन्होंने कहा, ‘जैसा मैं आपसे कह रहा हूं, मुंबई में काम (लोगों को राहत देना) जारी है.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम बहुत कुछ कर सकते हैं, यदि हमें वह (जीएसटी) बकाया मिल जाता है, लेकिन अभी तक कोई संकेत नहीं है (राशि मिलने के बारे में). इसलिए अभी एक विचार यह है कि क्या ऋण लिया जा सकता है या कुछ और किया जा सकता है। हम आज या कल उस पर फैसला लेंगे.’