छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव: भाजपा कांग्रेस का आरोप प्रत्यारोप. अभिषेक मनु सिंघवी ने आरएसएस और भाजपा को बताया मंथरा और कैकेयी की जोड़ी.
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेता छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं. इस दौरान उनके बीच आरोप प्रत्यारोप के दौर भी खूब चल रहे हैं. रविवार को भाजपा ने कांग्रेस पर नक्सलवाद को क्रांति की संज्ञा देने का आरोप लगाया तो कांग्रेस ने आरएसएस और भाजपा को मंथरा और कैकेयी की जोड़ी बताया जिन्होंने मिलकर भगवार राम को वनवास दे रखा है.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य में व्याप्त नक्सलवाद को क्रांति की संज्ञा देती है. वह देश की जनता को स्पष्ट करे कि यह कैसी क्रांति है. सत्ता के लिए नक्सलवाद को क्रांति कहकर समर्थन देने वाले कांग्रेसी समझ लें कि गरीब की भूख दूर करना क्रांति है, जो इस राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है.
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छत्तीसगढ़ के खुज्जी विधानसभा के अंबागढ़ चौकी में सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से 5 लाख का नि:शुल्क ईलाज गरीबों को देना क्रांति है. क्रांति तब होती है जब किसान के फसल का उचित समर्थन मूल्य दिया जाए. क्रांति तब होती है जब मेहनतकश, मजदूर, किसान के हक में डाका डालने वाले बिचौलिए समाप्त हो जाएं.
‘राहुल बाबा को विकास दिखाई नहीं देता’
शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है जहां बजट विगत 15 वर्षो में 9000 करोड़ से 92125 करोड़ रुपये हो गया. छत्तीसगढ़ राज्य में 4000 मेगावाट पैदा होने वाली बिजली आज बढ़कर 22600 मेगावाट हो गई है. प्रतिव्यक्ति आय 13000 रुपये से बढ़कर 92000 रुपये हो गई है.
उन्होंने मंच से कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे में मोबाइल वितरण व मेड इन छत्तीसगढ़ की बात पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल बाबा को विकास दिखाई नहीं देता क्योंकि वे अंधेरा देखने के आदी हैं. तभी तो पूरे देश और दुनिया को रौशन करने वाली बिजली की चमक उन्हें दिखाई नहीं देती.
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उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में 15 वर्षों के कार्यकाल में प्रथम 10 वर्ष केंद्र में यूपीए की सरकार होने के चलते विकास अवरोध का सामना करना पड़ता था जो विगत 4 वर्षों से दूर हो गया है. इसीलिए छत्तीसगढ़ विकास कर पा रहा है.
जुमलों से काम नहीं चलेगा, हिसाब देना होगा: सिंघवी
छत्तीसगढ़ पहुंचे कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को राम मंदिर के सवाल पर कहा कि पुरातत्व की मंथरा आरएसएस और कैकेई भाजपा है. आज की इस मंथरा-कैकेई की जोड़ी ने भगवान को 30 वर्षों का वनवास दे रखा है.
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से मुखातिब सिंघवी ने कहा, ‘ये लोग हर चुनाव से पहले भगवान को बाहर लाते हैं और चुनाव के बाद भगवान को वापस ले जाते हैं. भगवान राम हमारे रोम रोम में बसते हैं. हम धर्म की राजनीति नहीं करते.’
उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कई सालों से जुमले सुने जा रहे हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के राज में पुत्र का विकास और जनता का विनाश हुआ है. दुर्भाग्य है कि देश और प्रदेश का कि अच्छे दिन का मॉडल पुत्रों के लिए हैं, देश की जनता के लिए नहीं.
‘बुलेट ट्रेन पर सवार होकर पुत्र आगे बढ़ रहे हैं’
सिंघवी ने कहा, ‘हम अमित शाह से कहना चाहते हैं कि जुमलों से काम नहीं चलेगा, जनता को जवाब देना होगा, हिसाब देना होगा.’
वरिष्ठ अधिवक्ता व कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनावी सभा के लिए अमित शाह छत्तीसगढ़ में भ्रमण पर आए हैं. उनसे कहना चाहते हैं कि भ्रमण और चुनाव प्रचार से काम नहीं चलेगा. प्रचार के पहले शाह-सिंह की जोड़ी को जनहिसाब सम्मेलन करना चाहिए था. देश विकास के जय की प्रतीक्षा कर रहा है और यहां जय का विकास हो रहा है.
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उन्होंने कहा, ‘शाह-सिंह की जोड़ी को छत्तीसगढ़ के बेबस किसान, हताश व्यापारी, निराश जनता के समक्ष जाना चाहिए. पुत्रों के लिए जादू, गरीबी, बेरोजगारी और मंदी बेकाबू. यह कहां का न्याय है कि बुलेट ट्रेन पर सवार होकर पुत्र आगे बढ़ रहे हैं और महंगाई की बैलगाड़ी पर जनता चल रही है. ये जनसेवक नहीं मुनाफा सेवक हैं.’
सिंघवी ने कहा कि दोनों से अनुरोध है कि मुनाफे का जादुई मॉडल विकास के लिए, व्यवसाय के लिए किसानों के लिए बताएं. नोटबंदी, पकौड़े वाली बेरोजगारी से त्रस्त जनता जादुई फार्मूला ढूंढ़ रही है.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)