नई दिल्ली : दुर्गा पूजा के कारण अक्टूबर आमतौर पर पश्चिम बंगाल और दुनियाभर में बसे बंगाली समुदाय के लिए उत्सव का महीना होता है, लेकिन इस बार भाजपा की वजह से यह महीना राजनीतिक रंग से सराबोर होने के कारण कुछ खास ही होगा.
अगले वर्ष प्रस्तावित विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस और उसकी प्रमुख ममता बनर्जी को 10 साल बाद सत्ता से हटाने की कवायद में जुटी भाजपा ने अपनी महिला कार्यकर्ताओं को पार्टी के महिला मोर्चे के माध्यम से आत्मरक्षा प्रशिक्षण देने, राज्य सचिवालय घेरने के लिए अपने युवा मोर्चा को आगे करने, कोविड-19 महामारी के बीच चक्रवात अम्फान से निपटने में ‘कुप्रबंधन’ को लेकर ब्लॉक-स्तर पर आंदोलन करने और साथ ही दुर्गा पूजा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे आदि की योजना बना रखी है.
भाजपा सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि शाह ने गुरुवार को हुई बैठक में राज्य की यात्रा करने पर सहर्ष सहमति जताई.
आत्मरक्षा प्रशिक्षण ‘उमा’
भाजपा ने पश्चिम बंगाल में हिंसा के बढ़ते मामलों, खासकर पार्टी कार्यकर्ताओं और तृणमूल कांग्रेस सदस्यों के बीच झड़प, का मुद्दा जोरशोर से उठाने का फैसला किया है, जिसमें कई भाजपा कार्यकर्ता मारे गए हैं.
यह मुद्दा उजागर करने के लिए भाजपा महिला मोर्चा 23 जिलों में महिला कार्यकर्ताओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए ‘उमा’ नाम से प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएगा. भाजपा नेताओं ने कहा कि अन्य महिलाओं को भी ‘हमलों और छेड़छाड़ की घटनाओं का मुकाबला करने’ के लिए आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर 50 महिलाओं के साथ शुरू भी किया जा चुका है.
पश्चिम बंगाल में भाजपा महिला मोर्चा प्रमुख अग्निमित्रा पॉल ने कहा, ‘आगामी चुनावों के कारण प्रशिक्षण आवश्यक है, क्योंकि हमें बड़े पैमाने पर हिंसा होने की आशंका है. महिला मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग है, और उनमें तृणमूल के गुंडों के खिलाफ निडरता का भाव कायम करने की जरूरत है. हमारी प्रशिक्षित कार्यकर्ता टीएमसी कार्यकर्ताओं से लड़ने के लिए ग्रामीण स्तर पर दूसरों को प्रशिक्षित करेंगी, और राजनीतिक प्रचार में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने का उनमें आत्म विश्वास भी भरेंगी.’
यह बताते हुए कि महिलाओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण जरूरी क्यों है, पॉल ने पिछले माह की एक घटना का उल्लेख किया जिसमें एक टैक्सी चालक ने तृणमूल सांसद और अभिनेता मिमी चक्रवर्ती पर भद्दी टिप्पणियां की थीं.
हालांकि, पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिये भाजपा महिला मतदाताओं का विश्वास हासिल करना चाहती है, जो कि ममता बनर्जी की सबसे बड़ी ताकत रही हैं.
नबन्ना घेराव
भारतीय जनता युवा मोर्चा ने 8 अक्टूबर को बेरोजगारी के मुद्दे पर एक लाख से अधिक युवाओं के साथ पश्चिम बंगाल सचिवालय ‘नबन्ना’ का घेराव करने की योजना बनाई है.
भाजयुमो बंगाल के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद सौमित्र खान ने दिप्रिंट को बताया कि ममता बनर्जी सरकार राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने में नाकाम रही है, और कॉलेजों में प्रवेश के स्तर पर भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है.
खान ने कहा, ‘कोलकाता को छोड़कर कहीं भी निजी क्षेत्र की कोई नौकरी नहीं है और राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में युवाओं की भर्ती नहीं की है.’
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह प्रदर्शन आकांक्षी मतदाता वर्ग का वोट पाने पाने में मददगार साबित होगा. उक्त नेता ने कहा, ‘कुछ दिनों में अनुराग ठाकुर (वित्त राज्य मंत्री) और तेजस्वी सूर्य (भाजयुमो के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष) जैसे और युवा नेताओं को युवाओं से अपील की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.’ साथ ही जोड़ा कि वैसे तो नबन्ना के घेराव के लिए दो लाख युवाओं को जुटाने की योजना है फिर भी अगर 50,000 युवा भी जुट गए तो इसका बड़ा प्रभाव पड़ेगा.
अम्फान को लेकर ब्लॉक स्तर पर आंदोलन
भाजपा ने चक्रवात अम्फान के दौरान ‘कुप्रबंधन’ को लेकर राज्य भर में 33 खंड विकास कार्यालयों पर प्रदर्शन की योजना बनाई है, जिसने मई में लॉकडाउन के बीच राज्य में कहर ढाया था.
भाजपा ने मांग की थी कि राज्य सरकार बीडीओ के स्तर पर अम्फान राहत के लाभार्थियों की सूची जारी करे, जिसे खारिज किया जा चुका है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी ने केंद्रीय धन का दुरुपयोग किया और चक्रवात प्रभावित लोगों को राहत नहीं मिली. इसने ‘कुप्रबंधन’ के खिलाफ विरोध दर्ज करने के लिए एक वेबसाइट भी लांच की है.
किसानों के साथ मार्च
भाजपा हर विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किसान संरक्षण मार्च या ‘कृषक सुरक्षा पदयात्रा’ शुरू करने की योजना बना रही है. इसके तहत उसके बंगाल के सभी सांसदों और नेताओं को किसानों के साथ मार्च निकालने और पिछले माह केंद्र सरकार द्वारा मंजूर तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के लाभों के बारे में उन्हें समझाने को कहा गया है.
मार्च से पहले इन नेताओं को चाय पर ग्रामीणों के साथ बैठकें करने और ममता बनर्जी के कुप्रबंधन के बारे में बताने को कहा गया है.
भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा, ‘ममता बनर्जी कृषि संबंधी कानूनों के खिलाफ आक्रामक ढंग से अभियान चला रही हैं, ऐसे में उनका मुकाबला करने के लिए हमने इन पदयात्राओं की योजना बनाई है, जो किसानों से जुड़ने का सबसे अच्छा तरीका है. हम यह सच्चाई बताकर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि नए कानून कैसे उनका जीवन बदल देंगे.’
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अमित शाह का दुर्गा पूजा में पहुंचना
दुर्गा पूजा पहले भी राजनीतिक दलों के लिए बंगाल के मतदाताओं से जुड़ने का एक मौका साबित होती रही है और अब भाजपा कोविड के जोखिम के बावजूद इस त्योहारी सीजन को भुनाने की योजना बना रही है.
पार्टी ने पूजा पंडालों में सदस्यता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है और पिछले साल की भांति इस बार भी भाजपा के इतिहास के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए स्टाल लगाए जाएंगे, जिनमें पार्टी के वैचारिक स्रोत श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आत्मकथा जैसी पुस्तकें विशेष रूप से प्रदर्शित की जाएंगी.
बंगाल भाजपा के नेताओं ने गुरुवार की बैठक में पूजा के दौरान अमित शाह से राज्य का दौरा करने का अनुरोध किया, और उन्होंने इस पर सहमति जताई. यह केंद्रीय गृह मंत्री के कोविड-19 से उबरने के बाद दिल्ली से बाहर उनकी पहली यात्रा होगी. उन्होंने जून में बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक वर्चुअल बैठक को संबोधित किया था.
शाह पिछले साल भी कोलकाता गए थे और उन्होंने दुर्गा पूजा पंडाल का दौरा किया था. इस बार भी उनके पूजा पंडाल पहुंचने और भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की संभावना है.
बंगाल भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने दिप्रिंट को बताया कि पार्टी प्रदर्शनों का आयोजन पूरा करने के बाद शाह के दौरे की योजना तैयार करेगी. उन्होंने कहा, ‘कोविड की वजह से यह दौरा बहुत भव्य तो नहीं होगा लेकिन बंगाल एक अहम राज्य है और निश्चित रूप से उनका दौरा यहां पार्टी को मजबूती देगा.’
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