लखनऊ: भाजपा की नीतियों को कटघरे में खड़ा करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने देश में जो हालात पैदा किए हैं, उससे समाज में सामाजिक सद्भाव बिगड़ा है. भाजपा ने समाज को बांटने और दूरी पैदा करने का काम किया है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-दूसरे को लड़ाने की साजिश करना ही भाजपा का एजेंडा है. भाजपा का लक्ष्य समाज को बांटना है, इससे समाजवादियों को सावधान रहने की जरूरत है.
अखिलेश ने कहा कि भाजपा जनता का ध्यान असल मुद्दों से हटाना चाहती है. इसने संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता को कमजोर किया है. अच्छे दिन के नाम पर जनता को धोखा दिया गया है. जनता परेशान और दुखी है. इसका परिणाम उपचुनाव में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की सीट पर हुई करारी हार से दिखा.
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सपा प्रमुख ने कहा कि वोट से ही लोकतंत्र का फैसला होगा, इसलिए समाजवादियों को इसके लिये जनता की लड़ाई ईमानदारी से लड़नी होगी. भाजपा की साजिशों का पदार्फाश और सबक सिखाने के लिए जनता मन बना चुकी है. समाजवादियों से ही सबको उम्मीदें हैं. भाजपा यही सोचती है कि लखनऊ उनका गढ़ है. समाजवादियों को इस मिथक को तोड़ना होगा और ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के लिए प्रयास करना चाहिए.
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने समाजवादी सरकार को झूठ बोलकर हराया. लोगों को सपने दिखाए. समाजवादियों को क्या-क्या नहीं कहा. कानून व्यवस्था पर राजभवन में बड़े सवाल उठते थे. अब राजभवन में खातिरदारी हो रही है. गन्ना किसान अभी भी दुखी हैं, उन्हें गन्ने की उचित कीमत नहीं मिल पा रही है. युवा कुंभ में बेरोजगारी पर बात होती तो अच्छा होता.