नई दिल्ली : भाजपा उत्तर प्रदेश में अप्रैल में होने वाले पंचायत चुनावों और 2022 में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में अपनी ऑनलाइन उपस्थिति को और मजबूत करना चाहती है.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने सोमवार को पूरी हुई अपनी दो दिवसीय वाराणसी यात्रा के दौरान पार्टी की इसी रणनीति को रेखांकित किया. वह शहर में पार्टी के आईटी सेल के सदस्यों से मिले.
बैठक में मौजूद रहे सूत्रों ने बताया कि उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हों. उन्होंने ट्विटर पर प्रधानमंत्री के पोस्ट नियमित रूप से रीट्वीट करने के लिए भी कहा.
सूत्रों के मुताबिक, नड्डा ने आईटी सेल के सदस्यों से यह भी कहा कि विपक्ष के आरोपों पर वह तुरंत ही केवल शब्दों में सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया जाहिर न करें, बल्कि थोड़ा समय लेकर बाकायदा तथ्यों और ग्राफिक्स आदि के साथ इसका जवाब दें, जो कि वायरल हो सकता हो और अमिट छाप छोड़ने में सक्षम हो.
भाजपा अध्यक्ष 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से देश का दौरा कर रहे हैं. यूपी में उन्होंने पंचायत चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों का जायजा लिया. पहली बार होगा कि भाजपा स्थानीय निकाय चुनाव अपने चुनाव चिह्न पर लड़ेगी और इन चुनावों को यूपी विधानसभा चुनावों के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है.
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नड्डा ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा, लोगों के व्हाट्सएप ग्रुप तक पहुंचें
वाराणसी में हुई बैठक में नड्डा के साथ मौजूद सूत्रों ने बताया कि भाजपा प्रमुख ने यूपी में जिला आईटी सेल प्रमुखों से हर बूथ स्तर तक व्हाट्सएप, फेसबुक और टेलीग्राम पर अपने फुटप्रिंट बढ़ाने के लिए कहा.
ऐसे ही एक आईटी सेल प्रमुख ने दिप्रिंट को बताया कि नड्डा ने उनसे कहा कि वे न केवल सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारियां साझा करने पर ध्यान केंद्रित करें, बल्कि यह भी सुनिश्चित करें कि प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो सकें.
आईटी सेल के प्रमुख ने कहा, ‘उन्होंने हमें बताया कि विपक्ष जो भी हमला करता है, हमें उसका जवाब पूरे तथ्यों और ग्राफिक्स के साथ देना चाहिए. उनके मुताबिक, चूंकि प्रधानमंत्री हमारे सबसे बड़े ब्रांड हैं, इसलिए उनकी पहुंच हर बूथ पर बढ़ाई जानी चाहिए. बहुत से लोग गांवों में अखबार नहीं पढ़ते हैं लेकिन व्हाट्सएप मैसेज देखते हैं. नड्डा चाहते हैं कि हम प्रधानमंत्री के हर भाषण के मुख्य बिंदु व्हाट्सएप के जरिये गांवों तक पहुंचाएं.’
एक अन्य जिला आईटी सेल प्रमुख ने दिप्रिंट को बताया कि नड्डा ने कहा कि मैसेज पहुंचाना बेहद अहम है. भाजपा नेता ने कहा, ‘उन्होंने हमें विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप पर राष्ट्रीय मुद्दों को साझा करने पर ध्यान देने को कहा. उन्होंने कोविड के खिलाफ जंग और अब कोविड टीकाकरण में प्रधानमंत्री के सफल नेतृत्व वाली भूमिका का उल्लेख किया. वह यह भी चाहते थे कि हम अनुच्छेद 370 खत्म करने, राम मंदिर निर्माण और बजट की खास-खास जानकारियों को लोगों के व्हाट्सएप समूहों में साझा करें.’
उन्होंने आगे बताया कि वाराणसी जिले में पार्टी 138 फेसबुक पेज चलाती है जिसकी पहुंच 20 लाख लोगों तक है.
भाजपा नेता ने बताया, ‘हम हाल ही में टेलीग्राम पर एक्टिव हुए हैं, जिसमें हमारे 3 लाख फॉलोअर हैं, लेकिन नई रणनीति के तहत हम इंस्टाग्राम पर फोकस कर रहे हैं, जहां प्रधानमंत्री की तस्वीरों पर अच्छी-खासी प्रतिक्रिया मिलती है. हमें योजनाओं से संबंधित ग्राफिक्स इंस्टाग्राम पर डालने के लिए कहा गया है. चूंकि यह 18-30 वर्ष आयु वर्ग के लिए एक बड़ा माध्यम है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा फोटो चित्र और ग्राफिक्स हमारी पहुंच को बढ़ाएंगे.’
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पंचायत चुनावों के जरिये भविष्य के नेता की तलाश
भाजपा पंचायत चुनावों को बेहद गंभीरता से ले रही है और इस चुनाव के लिए उसने 1,918 संगठनात्मक प्रभागों का गठन किया है.
पार्टी ने अपने यूपी प्रभारी राधामोहन सिंह को सारी तैयारियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी है.
यूपी भाजपा के उपाध्यक्ष विजय पाठक ने दिप्रिंट को बताया, ‘इस बार पार्टी आधिकारिक रूप से सभी 3,051 जिला पंचायत वार्डों में उम्मीदवार उतारेगी जिसमें महिलाओं और युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए भविष्य के नेताओं के रूप में तैयार किया जाएगा.’
भाजपा की तैयारियों की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूर्व राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर और नोएडा से विधायक पंकज सिंह को जिलों का प्रभार दिया गया है.
भाजपा के वाराणसी जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने दिप्रिंट को बताया, ‘चूंकि हम पहली बार अपने चुनाव चिह्न पर पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए पार्टी अध्यक्ष (नड्डा) ने हमें हर बूथ पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है. हमें पंचायत चुनाव जीतने के लिए हर गांव में पांच सदस्यों की समिति बनाने को भी कहा गया है.
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