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Monday, 23 December, 2024
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बंगाल में चुनावी हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं का पिंडदान करेगी भाजपा, अमित शाह हो सकते हैं शामिल

दिलीप घोष और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने पिछले सप्ताह अमित शाह से मुलाकात की थी और पिंड दान कार्यक्रम में आने का न्योता दिया था.

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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की भाजपा ईकाई ने पिछले छह सालों में राजनीतिक हिंसा में मारे गए अपने 80 कार्यकर्ताओं का हिंदू रीति-रिवाज़ से पिंड दान का संस्कार करेगी. बंगाल भाजपा ने इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी बुलाया है.

भाजपा की राज्य ईकाई ने फैसला लिया है कि राजनीतिक हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं का पार्टी गंगा घाट के पास 28 सितंबर को पिंड दान करेगी.

बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने दिप्रिंट को बताया, ‘हमने अमित शाह जी को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आग्रह किया है. यह कार्यक्रम 2013 के बाद मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं के पिंड दान का है. उन्होंने कहा कि अमित शाह कार्यक्रम में आने की पूरी कोशिश करेंगे.’

दिलीप घोष और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने पिछले सप्ताह अमित शाह से मुलाकात की थी और इस कार्यक्रम में आने का न्योता दिया था.

बंगाल भाजपा के महासचिव सयंतन बसु ने आरोप लगाया कि पिछले हफ्ते एक और भाजपा कार्यकर्ता की तृणमूल कांग्रेस कैडर से हुई झड़प में मौत हो गई थी. यह घटना बीरभूम जिले के बोलपुर में हुई थी. इसी के साथ पिछले छह सालों में हमारे कार्यकर्ताओं के मरने की संख्या 82 हो गई है.


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बंगला भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रताप बनर्जी ने कहा, ‘पार्टी ने इस कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी है. हम सभी 82 गांवों से मिट्टी मंगवा रहे हैं जहां के कार्यकर्ताओं की मौत हुई है. इस मिट्टी को पवित्र गंगा नदी में प्रवाहित किया जाएगा जिससे कार्यकर्ताओं की आत्मा को शांति मिल सके.’

उन्होंने कहा, ‘मारे गए कार्यकर्ताओं के परिवार के लोगों को भी पिंड दान कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया गया है. इसी सप्ताह से भाजपा कार्यकर्ता सभी गांवों से मिट्टी इकट्ठा करना शुरू कर देंगे.’

राज्य में भाजपा का विस्तार

लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 सीटों में से 18 पर भाजपा की जीत के साथ ही पार्टी ने सत्तारूढ़ पार्टी को चुनौती दी है. चुनाव नतीजों के बाद ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगा था कि उनकी पार्टी राज्य में चलने वाली कल्याणकारी योजनाओं में से पैसे को घपला करते हैं. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर लगातार राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाया.

लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में राजनीतिक हिंसा में मरने वाले 40 लोगों के परिवार वालों को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था. यह कार्यक्रम दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में हुआ था.


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इसी साल जुलाई महीने में भाजपा ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर मारे गए कार्यक्रताओं के लिए सार्वजनिक ट्रिब्यूनल का आयोजन किया था. इसका मकसद तृणमूल कांग्रेस द्वारा राज्य में किए जा रहे अत्याचारों को रेखांकित करना था.

2020 के पहली तिमाही में बंगाल में पंचायत चुनाव होने वाले हैं, उसके बाद 2021 में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं. भाजपा राज्य में लगातार अपनी पहुंच और स्थिति मज़बूत बनाने के लिए पंचायत चुनावों में जीत हासिल करना चाहती है. जिसमें वो ज्यादा से ज्यादा निगमों में जीत हासिल करना चाहती है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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