scorecardresearch
Saturday, 23 November, 2024
होमराजनीति'BJP मुझे सिखाती है कि क्या नहीं करना चाहिए' - राहुल गांधी ने भाजपा को बताया अपना 'गुरु'

‘BJP मुझे सिखाती है कि क्या नहीं करना चाहिए’ – राहुल गांधी ने भाजपा को बताया अपना ‘गुरु’

7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र और हरियाणा के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है.

Text Size:

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी को अपना ‘गुरु’ (शिक्षक) मानते हैं क्योंकि बीजेपी उन्हें एक रोडमैप दिखाती है और उन्हें सिखाती है कि ‘ उन्हें क्या नहीं करना है.’

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, वायनाड के सांसद ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि वे (भाजपा) हम पर आक्रामक हमला करें, इससे कांग्रेस पार्टी को अपनी विचारधारा को समझने में मदद मिलेगी. मैं उन्हें (भाजपा) अपना गुरु मानता हूं, वे मुझे रास्ता दिखा रहे हैं और मुझे सीखा रहे हैं कि ‘यह नहीं करना है.’

भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘जब मैंने इसे शुरू किया, तो मैंने इसे कन्याकुमारी से कश्मीर तक एक सामान्य यात्रा के रूप में लिया था. धीरे-धीरे हम समझ गए कि यह यात्रा है एक आवाज और भावना है.’

उन्होंने 2024 के आम चुनाव से पहले विपक्ष के अन्य दलों को खुले निमंत्रण पर कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, हम किसी को भी शामिल होने से नहीं रोकते हैं. अखिलेश जी, मायावती जी और अन्य लोग ‘मोहब्बत का हिंदुस्तान’ चाहते हैं. ‘

पड़ोसी देशों में कोरोना मामलों में वृद्धि के बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के जनसंपर्क अभियान, भारत जोड़ो यात्रा को केंद्र द्वारा सावधानी बरतने के लिए पत्र लिखा गया है.

7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र और हरियाणा के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है.

कांग्रेस ने दावा किया कि यह भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा सबसे लंबा पैदल मार्च है.

इस यात्रा से राहुल गांधी का उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं को जुटाना और आम जनता को भाजपा की ‘देश में विभाजनकारी राजनीति’ के खिलाफ एकजुट करना है.


यह भी पढ़ें: यांगत्से की घटना ने भारतीय सेना की ताकत उजागर की लेकिन उसका पलड़ा नौसेना ही भारी कर सकती है


 

share & View comments