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Tuesday, 7 May, 2024
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BJP के राज्यसभा सांसद जयशंकर, प्रधान और राव 2024 से पहले इन लोकसभा सीटों पर भांप रहे हैं जनता का मूड

अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले बीजेपी के तीनों वरिष्ठ नेता बैंगलोर, ढेंकनाल और विजाग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन, बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि 'पार्टी सही समय पर फैसला करेगी'.

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नई दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ एक साल दूर है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ने के लिए एक मजबूत सीट की तालाश कर रहे है. पार्टी के कई वरिष्ट नेता मतदाताओं के मूड को भांपने की कोशिश कर रहे हैं.

तीन ऐसे नेता जो चुनावी मैदान में उतरने की कोशिश में हैं, वे हैं राज्यसभा सांसद और विदेश मंत्री एस जयशंकर, जो बैंगलोर लोकसभा सीट पर नजर गड़ाए हैं. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जो ओडिशा के ढेंकानाल निर्वाचन क्षेत्र पर नज़र गड़ाए हुए हैं और जी.वी.एल नरसिम्हा राव, जिन्हें विजाग सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद है.

गुजरात से राज्यसभा सांसद, जयशंकर ने हाल ही में राजनीति पर अधिक बोलना शुरू किया है और चीन पर अपनी टिप्पणियों के लिए पिछले महीने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सीधा हमला करना शुरू किया.

जयशंकर ने कहा था, ‘मैं भारत के एक नागरिक के रूप में परेशान हूं, जब मैं किसी को चीन के बारे में रोते हुए देखता हूं और भारत के बारे में चुप रहते हुए देखता हूं. आप जानते हैं कि जब वह चीन, ‘सद्भाव’ की बात करते हैं तो उनके (राहुल के) दिमाग में क्या शब्द आता है. चीन का उनका एक शब्द का वर्णन सद्भाव है जबकि भारत का उनका एक शब्द का वर्णन कलह है.’

आज कल जयशंकर ने उडुपी, बेलगावी और विशेष रूप से राजधानी बैंगलोर का दौरा करते हुए कर्नाटक में अधिक समय बिताना शुरू कर दिया है.

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26 मार्च को, उन्होंने शहर के लोकप्रिय कब्बन पार्क में एक मिलन समारोह में भाग लिया और दक्षिणी बेंगलुरु से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या और बैंगलोर सेंट्रल के सांसद पीसी मोहन के साथ मिलकर युवाओं और नागरिकों के साथ बातचीत की.

उन्होंने 24 मार्च को भाजपा युवा मोर्चा के एक कार्यक्रम में भी भाग लिया, जहां ‘वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स’ पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ‘आपको सभी को बैंगलोर आने के लिए कहना चाहिए, जो दुनिया की सबसे खुशहाल जगह है, खासकर शुक्रवार की रात को.’

कर्नाटक के एक भाजपा पदाधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘वह (जयशंकर) एक तमिल ब्राह्मण हैं और उन्होंने बैंगलोर से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है. इसलिए उनका इस शहर से पुराना नाता है. वह लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जनता का मूड जानने की कोशिश कर रहे हैं.’ 

उन्होंने आगे कहा, ‘बैंगलोर सेंट्रल पर मोहन, बैंगलोर दक्षिण में सूर्या, बैंगलोर उत्तर में भाजपा के सदानंद गौड़ा और बैंगलोर ग्रामीण में कांग्रेस का कब्जा है. जयशंकर बीजेपी की तीन सीटों में से किसी से भी चुनाव लड़ सकते हैं. शिक्षित मतदाता होने के कारण उन्हें जीतने में कोई दिक्कत नहीं होगी. हालांकि, सभी निर्णय अंतिम समय पर लिए जाएंगे. अब वह जो कर सकते हैं, वह है खुद को स्थानीय मतदाताओं से परिचित कराना.’

जयशंकर, वास्तव में, 2022 से कर्नाटक का दौरा कर रहे हैं. वहां के सांस्कृतिक और बौद्धिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं और यहां तक कि अगस्त में बैंगलोर में भोजन यात्रा भी कर रहे हैं. अप्रैल में, उन्होंने कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए बेलगावी और धारवाड़ का दौरा किया. जबकि पिछले साल अगस्त में उन्होंने अमेरिका के साथ मिलकर शहर में वाणिज्य दूतावास खोलने का मुद्दा उठाने का वादा किया था.

धर्मेंद्र प्रधान

ओडिशा के एक प्रमुख नेता और राज्य के अंगुल जिले के तालचेर शहर के रहने वाले प्रधान ढेंकानाल लोकसभा क्षेत्र में काफी समय बिता रहे हैं.

मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद ने हाल ही में फरवरी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ लोकसभा प्रवास कार्यक्रम के लिए वहां का दौरा किया था. यह एक अभ्यास है जो पिछले साल भी राज्य में किया गया था.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, मनसुख मंडाविया और प्रल्हाद जोशी ने भी हाल के महीनों में प्रधान के साथ इस निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया था- जो वर्तमान में राज्य के सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के पास है.

पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधान ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि वह ओडिशा से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.

मंत्री ने अपना पहला लोकसभा चुनाव 2004 में ओडिशा के देवगढ़ से जीता था, जो अब संबलपुर निर्वाचन क्षेत्र (परिसीमन के बाद) के अंतर्गत आता है, जिस पर वर्तमान में भाजपा का कब्जा है और वहां पार्टी का मजबूत जनाधार है.

भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी प्रधान को संबलपुर या ढेंकनाल से मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है और प्रधान की हालिया गतिविधि से पता चलता है कि वह जनता का मूड भांप रहे हैं.

ओडिशा में विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा ने दिप्रिंट को बताया, ‘प्रधान बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने में दिलचस्पी दिखाई है. पार्टी सही समय पर फैसला करेगी.

ओडिशा भाजपा के उपाध्यक्ष नौरी नायक ने कहा, ‘प्रधान ढेंकानाल से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन पार्टी के लोग उन्हें संबलपुर से लड़ने के लिए कह रहे हैं, क्योंकि यह एक सुरक्षित सीट है. भाजपा के वहां से तीन विधायक हैं और मौजूदा सांसद भी हैं.’

प्रधान की पत्नी मृदुला भी अंगुल और ढेंकानाल में पंचायतों का दौरा करती रही हैं और स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने और महिला विंग के कार्यक्रमों में भाग लेने जैसी सामाजिक सेवा करती रही हैं.

इस साल की शुरुआत में प्रधान ने केंद्र से ढेंकानाल और संबलपुर में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विशेष पैकेज देने का आग्रह किया था.

लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, बीजद ने पिछले महीने प्रणब प्रकाश दास को तैनात किया था. माना जाता है कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने नंबर दो को ढेंकानाल, अंगुल, संबलपुर और केओन्झार जिलों के लिए पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया था.

भाजपा के एक नेता के अनुसार, ‘बीजद द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में दास की नियुक्ति इन जिलों में प्रधान की जांच करने का एक स्पष्ट संकेत है. दास तीन बार के विधायक (जाजपुर) हैं और उन्हें अच्छी संगठनात्मक क्षमताओं के लिए जाना जाता है.’


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जीवीएल नरसिम्हा राव

एक और चर्चित लोकसभा सीट आंध्र प्रदेश का विजाग है जहां से बीजेपी के दो नेता अगले साल होने वाले चुनाव के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं.

इनमें एक पार्टी की महासचिव दग्गुबती पुरंदेश्वरी हैं, जिन्होंने 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में सीट जीती थी और मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में मंत्री बनी थीं. भाजपा में शामिल होने के बाद, उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में राजमपेट से असफल चुनाव लड़ा. वह 2019 के आम चुनाव में फिर से विजाग से लड़ीं लेकिन बुरी तरह हार गईं.

विजाग पर नज़र रखने वाले दूसरे नेता जीवीएल नरसिम्हा राव हैं, जो आंध्र के नरसरावपेट से हैं और जिनकी राज्यसभा की अवधि 2024 से पहले समाप्त हो जाएगी. राव संसद के उच्च सदन में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं.

उन्होंने दिप्रिंट से इस बात की पुष्टि की कि वह ‘विजाग से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं’ लेकिन साथ ही कहा कि ‘आखिरकार पार्टी तय करेगी कि इस सीट से कौन लड़ेगा.’

राव स्थानीय संगठनात्मक गतिविधियों में भाग लेने के लिए निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करते रहे हैं. वह संसद में भी सक्रिय रहे हैं. शहर की मेट्रो रेल परियोजना के बारे में सवाल पूछते रहे हैं. फरवरी में, उन्होंने इस्पात मंत्रालय से पूछा कि विजाग स्टील प्लांट बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति से कैसे निपटेगा. जबकि पिछले दिसंबर में संसद के शीतकालीन सत्र में, उन्होंने शहर में 400 बिस्तरों वाले ईएसआई अस्पताल को समय पर पूरा करने की मांग की थी. उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया है कि विजाग को एक प्रमुख आईटी गंतव्य के रूप में विकसित किया जा सकता है.

(संपादन: ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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