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Tuesday, 1 October, 2024
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हिमाचल सरकार के शिवरात्रि कार्यक्रम में BJP ने साबरी बंधुओं की कव्वाली पर उठाए सवाल, हंगामे में फंसी

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो क्लिप में साबरी बंधु कथित तौर पर पिछले साल कुल्लू में इसी तरह के एक कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देते हुए नज़र आ रहे हैं, जब राज्य में बीजेपी की सरकार थी.

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शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि मेले में साबरी बंधुओं की हालिया परफॉर्मेंस की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आलोचना की है और सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी से कथित तौर पर हिन्दू लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगने को भी कहा है.

विपक्षी पार्टी ने 19 फरवरी की शाम को हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम के सूफी गायकों को दिखाने वाले वीडियो के साथ कई ट्वीट किए. वहीं, कांग्रेस ने ज़ोर देकर कहा कि भाजपा नेताओं ने “अपना होमवर्क ठीक से नहीं किया”.

भाजपा राज्य इकाई ने सोमवार को अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया, “चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि हमने हिंदुत्व को हरा दिया है, क्या ये हरकत उसी का प्रमाण है? जिस देवभूमि में हिंदू आबादी 97% हो, जहां की शिवरात्रि अंतरराष्ट्रीय स्तर की हो, जिसे छोटी काशी कहा जाता हो, वहां पर अल्लाह हू की कव्वाली गाकर क्या साबित करना चाहती है कांग्रेस?”

विपक्षी दल ने यह संदेश देने की भी कोशिश की कि यह किसी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि राज्य की पसंद के खिलाफ है क्योंकि यह “हिंदुओं के त्योहार में किया गया” था. इसमें कहा गया है, “राज्य की कांग्रेस सरकार को हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगनी चाहिए.”

हालांकि, मंगलवार को एक वीडियो क्लिप सामने आने के बाद विपक्षी पार्टी मुश्किल स्थिति में फंस गई, क्योंकि कव्वालों ने पिछले साल 7 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में कथित तौर पर वही गाने गाए थे.

मंगलवार दोपहर को कथित तौर पर अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 2022 का एक निमंत्रण कार्ड भी वायरल हुआ, जिसमें प्रोग्राम की लिस्ट भी थी. कार्ड में साबरी बंधुओं के भी नाम थे, उस समय प्रदेश की बागडोर बीजेपी के नेतृत्व में जयराम ठाकुर के हाथों में थी.

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 17 फरवरी को एक आभासी बैठक में पार्टी के सांसदों को सलाह दी थी कि ध्रुवीकरण के रूप में देखे जा सकने वाले आख्यानों पर ध्यान न दें और इसके बजाय विकास पर ध्यान दें.

मीडिया से बातचीत करने के लिए अधिकृत बीजेपी भाजपा नेताओं को की गई कॉल पर कोई जवाब नहीं दिया गया.

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने हालांकि, माना कि पार्टी को इस प्रकरण के बारे में सोचना होगा क्योंकि हर मुद्दे पर ट्वीट या फेसबुक पोस्ट करने से पार्टी को कुछ हासिल नहीं होगा.

उक्त कांग्रेस नेता ने कहा कि वह किसी और विवाद से बचने के लिए प्रतिद्वंद्वी पार्टी के खिलाफ बिल्कुल नहीं जा रहे हैं.

कांग्रेस के एक नेता ने कहा, “बीजेपी आरोप गढ़ने और कांग्रेस पर हमला करने की जल्दबाज़ी में है. उन्होंने (बीजेपी नेताओं ने) ठीक से होमवर्क नहीं किया. यह केवल इस मुद्दे को बढ़ाएगा.”

(संपादनः फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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