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Wednesday, 25 December, 2024
होमराजनीति‘धर्म गुरुओं’ के लिए तिरंगा—भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा चाहता है कि स्वतंत्रता दिवस पर मंदिरों-मस्जिदों में ध्वज फहराया जाए

‘धर्म गुरुओं’ के लिए तिरंगा—भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा चाहता है कि स्वतंत्रता दिवस पर मंदिरों-मस्जिदों में ध्वज फहराया जाए

अल्पसंख्यक मोर्चा प्रमुख का कहना है कि कश्मीरी महिलाओं के बनाए तिरंगे पूरे देश में धार्मिक स्थलों पर बांटे जा रहे हैं. निजामुद्दीन दरगाह के सज्जादा नशीन ने सकारात्मक प्रतिक्रिया जताते हुए कहा—झंडा फहराना एक ‘कर्तव्य’ है.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अल्पसंख्यक मोर्चे ने विभिन्न धर्मों के ‘धर्म गुरुओं’ को तिरंगा बांटना शुरू कर दिया है, और उनसे मस्जिदों, मंदिरों, मजारों और गुरुद्वारों सहित तमाम धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अनुरोध किया है.

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दिप्रिंट को बताया कि तिरंगे कश्मीर की महिलाओं द्वारा बनाए गए हैं और इन झंडों को धार्मिक स्थलों और संस्थानों सहित पूरे देश में वितरित किया जा रहा है.

सिद्दीकी ने बताया कि उन्होंने दिल्ली स्थित निजामुद्दीन दरगाह के मुखिया को तिरंगा भेंट किया है.

हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह के सज्जादा नशीन (व्यवस्थापक) सैयद कासिफ निजामी ने अल्पसंख्यक मोर्चा के अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी हैं. उन्होंने दिप्रिंट से बातचीत में कहा, ‘यह हमारा देश है. राष्ट्रीय ध्वज फहराना हमारा कर्तव्य है. मैंने निजी स्तर पर निजामुद्दीन के आसपास रहने वाले सभी लोगों से अपने घरों में तिरंगा फहराने की अपील भी की है. यह हमारा गौरव है. हम दरगाह के गेट पर और पूरे क्षेत्र में भी इसे फहराएंगे.’

आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान का जिक्र करते हुए सिद्दीकी ने कहा, ‘…हम खुशनसीब हैं कि स्वतंत्र भारत में रह रहे हैं. उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके बलिदान से मिली आजादी का जश्न मनाएं…और पूरी दुनिया को यह दिखाएं.’

उन्होंने आगे कहा, ‘हम मुस्लिम हो सकते हैं, हिंदू हो सकते हैं और अपने विभिन्न त्योहार अलग-अलग तरह से मनाने वाले हो सकते हैं, लेकिन यह देश का त्योहार है, और सभी को अपनी एकता दिखाने के लिए इसे एक साथ मनाना चाहिए. मैंने सभी धर्म गुरुओं से अपील की है कि वे अपने-अपने परिसर में इस पर्व को एक साथ (झंडा) फहराकर मनाएं.’

सिद्दीकी ने बताया कि उन्हें धार्मिक नेताओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने कहा, ‘यह देखते हुए कि यह कोई धार्मिक ध्वज नहीं है, किसी को भी इसे फहराने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कोई भी धर्म राष्ट्रीय ध्वज को फहराने से नहीं रोकता.’

उन्होंने कहा, ‘हमारे कार्यकर्ता धार्मिक नेताओं से अपने परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अनुरोध कर रहे हैं. धर्म से पहले देश है. हमें अपना राष्ट्रीय ध्वज, जो हमारा गौरव है, हर जगह फहराना चाहिए.’

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस से पहले नागरिकों को झंडा फहराने को प्रोत्साहित करने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के ही तहत अल्पसंख्यक मोर्चा ने धार्मिक स्थलों और संस्थानों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का जिम्मा संभाला है. भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि संगठन की योजना देशभर में लगभग 10,000 स्थानों पर तिरंगा फहराने की है.

सिद्दीकी ने यह भी कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सरकार की पहल पर देशभर में बूथ स्तर पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया गया है.

उन्होंने कहा, ‘मैंने मणिपुर, नगालैंड और अब दिल्ली में धार्मिक नेताओं से मुलाकात की है, और उनसे 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराने का अनुरोध किया है. इतना ही नहीं, हम देशभर के धार्मिक और सामुदायिक नेताओं से इसी तरह के अनुरोध कर रहे हैं.’

योजना के मुताबिक, अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी (एनईसी) के सभी सदस्यों को धार्मिक स्थलों और संस्थानों पर फहराने के लिए कम से कम 75 राष्ट्रीय ध्वज दिए जाएंगे.

पार्टी के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा कि ये एनईसी सदस्य—जिनकी संख्या 100 से ज्यादा है—व्यक्तिगत तौर पर धार्मिक स्थलों और संस्थानों को 75 राष्ट्रीय ध्वज सौंपेंगे.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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