चंडीगढ़ : दो राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में जहां महाराष्ट्र में भाजपा सरकार बनाने में नाकाम रही हैं वहीं हरियाणा में सरकार तो बन गई है लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार लटका हुआ है. मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाले हरियाणा मंत्रिमंडल का पहला विस्तार आज होना है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है.
हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव हुए थे और परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किये गये.
खट्टर (65) ने 27 अक्टूबर को दूसरे कार्यकाल के लिए राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी जबकि जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने उपमुख्यमंत्री के रूप में. मौजूदा मंत्रिमंडल में केवल यही दो सदस्य हैं.
प्रवक्ता ने बुधवार को बताया, ‘हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य गुरुवार को हरियाणा राजभवन में राज्य के मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.’
हरियाणा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत 14 सदस्य हो सकते हैं.
सूत्रों ने बताया कि भाजपा और दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी (जजपा) पहले विस्तार में राज्य के सभी वर्गों और क्षेत्रों को व्यापक प्रतिनिधित्व देने पर विचार कर रही है.
सूत्रों ने बताया कि जजपा को दो मंत्रिपद मिलने की संभावना है. एक या दो निर्दलीय विधायकों को भी मंत्रिमंडल में लिया जा सकता है. भाजपा के छह मंत्री हो सकते है.
राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 40 सीटें मिली थीं जबकि जजपा ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने 31 सीटों पर विजय हासिल की थी, जबकि इनेलो और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक-एक सीट मिली थी.
भाजपा ने राज्य में जजपा की मदद से सरकार बनाई थी.
चौटाला ने यहां मंगलवार को मुख्यमंत्री के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की थी. उन्होंने खट्टर के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से कहा था कि मुख्यमंत्री के साथ विभागों के आवंटन पर भी चर्चा हुई.
भाजपा की ओर से छह बार के विधायक अनिल विज, कुंवर पाल, सीमा त्रिखा, महिपाल ढांडा, दीपक मंगला, घनश्याम सराफ, बनवारी लाल और कमल गुप्ता मंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं.
जजपा की ओर से राम कुमार गौतम, ईश्वर सिंह या अनूप धानक मंत्री बनाये जा सकते है. निर्दलीय विधायकों रणजीत सिंह चौटाला और बलराज कुंडू को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.