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Saturday, 21 December, 2024
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‘ममता अधर्मियों का कॉकटेल’—भाजपा ने दिल्ली के ट्विटर वॉरियर को बंगाल के अभियान में लगाया

भाजपा ने कपिल मिश्रा और तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को बंगाल के 35 शहरी केंद्रों में अपने सोशल मीडिया अभियान को मजबूत करने के काम में लगाया है. शुक्रवार को दोनों ने कोलकाता में एक सेशन का आयोजन किया.

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कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने दो सबसे लोकप्रिय ट्विटर वॉरियर कपिल मिश्रा और तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, जो विरोधियों के खिलाफ तीखी बयानबाजी के लिए चर्चित हैं, को बंगाल के अभियान में लगाया है क्योंकि विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ भाजपा की जंग चरम पर पहुंच चुकी है.

2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने वाले दोनों नेताओं ने शुक्रवार को दक्षिण कोलकाता में ‘रोसोगुल्ला पे चर्चा’ नामक एक कार्यक्रम में पार्टी के सोशल मीडिया वॉलंटियर की एक सभा को संबोधित किया.

राज्य में टीएमसी के दस साल के शासन की आलोचना करते हुए कपिल मिश्रा ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दो ‘अधर्मी’ सरकारों—’कांग्रेस और कम्युनिस्टों’ का ‘कॉकटेल’ करार दिया. उन्होंने उन्हें ‘पूतना और सूर्पनखा’ का मिलाजुला रूप भी कहा जो लगातार ‘बंगाल को गर्त में खींच रही’ हैं. और इसकी संस्कृति, शिक्षा, आध्यात्मिकता और परंपरा नष्ट कर रही हैं.

उत्साहित लोगों को संबोधित करते हुए कपिल मिश्रा ने कहा, ‘एक दानव की तरह, वह ‘जयश्री राम’ के उद्घोष से डरती हैं. राम ने लंका जाने से पहले देवी की पूजा की थी. बंगाल में हर कोई देवी दुर्गा और काली की पूजा करता है, जिसका अर्थ है कि सभी बंगालवासी राम हैं. राम नाम से नफरत करने का मतलब बंगाल से नफरत करना है.’

दिल्ली चुनावों के दौरान भी मिश्रा ने इसी तरह की विवादित टिप्पणियां की थीं. उन्होंने चुनाव की तुलना भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच से की थी और ट्वीट करके कहा था कि पाकिस्तान शाहीनबाग के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश कर रहा है और दिल्ली में मिनी-पाकिस्तान बनाए जा रहे हैं.

शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की तरफ से उनका परिचय ‘सोशल मीडिया के जादूगर’ के रूप में कराया गया. पार्टी सूत्रों ने बताया कि उन्हें राज्य में भाजपा की बढ़त के बारे में ‘पॉजिटिव सोच’ बनाने का जिम्मा सौंपा गया है.

कपिल मिश्र ने दिप्रिंट से बातचीत में कहा कि वह सोशल मीडिया यूनिटों को मजबूत करने के लिए पिछले हफ्ते से बंगाल के शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की यात्रा कर रहे हैं. साथ ही बताया कि वह चुनाव खत्म होने तक राज्य में ही रहेंगे.

अपनी बारी पर बग्गा ने कहा, ‘बंगाल ने ही भारत माता की अवधारणा बनाई थी. लेकिन पिछले चार दशकों में किसी भी सरकार ने उसका उल्लेख तक नहीं किया. क्या आपको इस पर गुस्सा नहीं आता है? हमें इसे खत्म करने की जरूरत है.’

बग्गा ध्रुवीकरण बढ़ाने वाली टिप्पणियों के लिए ख्यात हैं. दिल्ली चुनाव परिणाम के दिन उन्होंने शाहीनबाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की चेतावनी दी. उन्होंने जनवरी 2020 में बॉलीवुड स्टार दीपिका पादुकोण के जवाहर लाल नेहरू परिसर में हिंसा के बाद वहां जाने पर उनकी फिल्मों के बहिष्कार के लिए एक अभियान शुरू किया था.


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‘ये परिवर्तन नहीं बल्कि रूपांतर है’

कार्यक्रम में वॉलंटियर को संबोधित करते हुए मिश्रा ने कहा कि बंगाल में 2021 का चुनाव देश के भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनावों में से एक है.

उन्होंने कहा, ‘बंगाल चुनाव के नतीजे तय करेंगे कि देश कैसे चलेगा और जनता क्या चाहती है. क्या शांति से देवी के प्रति आस्था का प्रचारित करना चाहते हैं, क्या वे देश को प्रगति करते देखना चाहते हैं और क्या वे चाहते हैं कि उनका धर्म अस्तित्व में बना रहे? इस सबके जवाब बंगाल चुनाव के नतीजों से सामने आएंगे.’

टीएमसी के 2011 के नारे ‘पोरिबर्तन’ का जिक्र करते हुए पूर्व आप नेता ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ परिवर्तन का नहीं है. उन्होंने कहा, ‘यह परिवर्तन नहीं, बल्कि रूपांतर है.’

उन्होंने कहा कि वह और बग्गा बंगाल के युवाओं के ‘कोच’ की भूमिका निभाने के लिए राज्य में पहुंच गए हैं, और ‘अच्छी बैटिंग पर चीयरलीडर’ के तौर पर उत्साह बढ़ाने का काम करेंगे.

मिश्रा ने वॉलंटियर से एक-दूसरे के संपर्क में रहने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाने और शहर के सभी महत्वपूर्ण केंद्रों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए प्रचार शुरू करने को कहा है.

उन्होंने कहा, ‘हम आपको मोदी पैरा टी-शर्ट और कैप देंगे, हमें विभिन्न इलाकों में लोगों से मिलना होगा और उन्हें विश्वास दिलाना होगा कि राज्य के लिए भाजपा क्या अच्छा कर सकती है. ऐसे कार्यक्रमों में मैं और बग्गा आपके साथ मौजूद होंगे. हमें ऐसी टी-शर्ट पहनकर शहर के मॉल, बाजार और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर घूमना होगा.

उन्होंने कहा, ‘हम सभी मेट्रो या लोकल ट्रेनों में यात्रा करते समय मोदी टी-शर्ट पहनेंगे. यह लोगों को अपनी धारणा बदलने और उनके किसी भी भ्रम को दूर करने में मददगार होगा. उन्हें यह देखने की जरूरत है कि बंगाल में भगवा हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं.’

‘रोसोगुल्ला पर चर्चा’ क्यों

यद्यपि लोगों से संपर्क बढ़ाने के भाजपा के नियमित कार्यक्रम को आमतौर पर ‘चाय पे चर्चा’ कहा जाता है, लेकिन शुक्रवार के सत्र को बंगाल की सबसे लोकप्रिय मिठाई के संदर्भ में ‘रोसोगुल्ला पर चर्चा’ कहा गया, जो शून्य का प्रतीक भी है.

बंगाल में भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख उज्ज्वल पारेख ने कहा, ‘2019 (लोकसभा चुनाव) में, हमने 33 गैर-शहरी सीटों में से 18 जीती थीं. अंतिम चरण में, जिसमें सभी शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्र शामिल थे, हमें रोसोगुल्ला (शून्य) मिला. हमारे पास ठोस ग्रामीण जनाधार है, लेकिन हमें अभी शहरों और अन्य शहरी क्षेत्रों में अच्छी बढ़त की जरूरत है. अगर हम कोलकाता में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकते, हम बंगाल को कैसे जीतेंगे?’

उन्होंने कहा, ‘इसलिए हम आज यहां रोसोगुल्ला पर चर्चा के लिए जुटे हैं, जिसका मतलब है शहरी केंद्र.’

उन्होंने बताया कि भाजपा ने ग्रामीण बंगाल में कम से कम 2.5 करोड़ लोगों को फेसबुक के माध्यम से जोड़ा है और राज्य के कुल मतदान केंद्रों में कम से कम 90 प्रतिशत लोग कई व्हाट्सएप समूहों के माध्यम से जुड़े हुए हैं.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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