श्रीनगर/ जम्मू: जम्मू कश्मीर भाजपा ने शुक्रवार को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के ‘देशद्रोही’ बयान के लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग की. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने और तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
मुफ्ती ने यह भी कहा था कि वह तिरंगा झंडा तभी थामेंगी जब जम्मू कश्मीर को पूर्ववर्ती राज्य का झंडा वापस मिल जाएगा.
भाजपा ने कहा, ‘धरती की कोई ताकत’ वह झंडा फिर से नहीं फहरा सकती और अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से अनुरोध करता हूं कि वह महबूबा मुफ्ती के देशद्रोही बयान का संज्ञान लें और उन्हें सलाखों के पीछे डालें.’
तिरंगे के संबंध में महबूबा का बयान अस्वीकार्य: कांग्रेस
महबूबा के इस बयान से कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया है. जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीसी) ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा तिरंगे झंडे को लेकर दिए गए बयान की शुक्रवार को कड़ी निंदा की और कहा कि यह स्वीकार करने योग्य नहीं है और इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं.
जेकेपीसीसी के अध्यक्ष रवींद्र शर्मा ने कहा, ‘ ऐसे बयान किसी भी समाज में बर्दाश्त करने लायक नहीं हैं और अस्वीकार्य हैं.’
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज देश के सम्मान का प्रतीक है. शर्मा ने कहा, ‘ उन्हें (महबूबा) इस तरह के अपमानजनक बयानों से बचना चाहिए.’
पीडीपी अध्यक्ष ने 14 महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद पहली बार संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह तिरंगा तभी थामेंगी जब पूर्ववर्ती राज्य का झंडा बहाल हो जाएगा.
क्या बोलीं- महबूबा
बता दें कि महबूबा जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को पिछले वर्ष अगस्त में समाप्त किए जाने के बाद से हिरासत में थीं. रिहा होने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह तभी तिरंगा उठाएंगी, जब पूर्व राज्य का झंडा और संविधान बहाल किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी बात है, तो मुझे चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं है. जब तक वह संविधान हमें वापस नहीं मिल जाता जिसके तहत मैं चुनाव लड़ती थी, महबूबा मुफ्ती को चुनाव से कोई लेना देना नहीं है.’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी और गुपकर एलायंस जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में हिस्सा लेंगे तो उन्होंने कहा कि एलांयस की शनिवार को होने वाली बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा होगी.
यह पूछे जाने पर कि चुनाव में हिस्सा नहीं लेने पर भाजपा को खुला रास्ता मिल जाएगा तो उन्होंने कहा कि यह एक काल्पनिक सवाल था.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और हाल ही बने ‘पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लेयरेशन’ साथ मिल कर यह निर्णय करेंगे कि केन्द्र शासित क्षेत्र में चुनाव लड़ना है अथवा नहीं.
जम्मू कश्मीर की मुख्यधारा की पार्टियों ने पूर्ववर्ती राज्य का विशेष दर्जा बहाल कराने और इस मुद्दे पर सभी पक्षकारों से बातचीत के लिए 15 अक्टूबर को गुपकर एलायंस का गठन किया है.
महबूबा ने आरोप लगाया कि तिरंगा झंडा संविधान का भाग था और भाजपा ने संविधान और झंडे को अपवित्र किया है.
She has direct link and support of porkistan and top militant organisations……she always increased militancy when she was chief minister…..I am also resident of JK and request our government to arrest her but I know we are great democracy and we cannot do it
इन जैसे लोगों लोगों को पूरी आजादी है क्योंकि यह भारत में रहते हैं, यह नेता जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं।
इन जैसे नेताओं को भारत के खिलाफ और बोलने से पहले यह सोचना चाहिए कि वह भारत में रहते हैं पाकिस्तान में नहीं रहते, इन जैसे नेताओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जय हिंद।
इस देशद्रोही को जो अपने आप को जम्मू कश्मीर का निवासी बताती है जिसका नाम महबूबा मुफ्ती है जिंदगी भर के लिए जेल में डाल देना चाहिए देशद्रोही खाती है हमारे देश भारत का और गुण गाती पाकिस्तान का देशद्रोहियों एक कमिंग लेडी