नई दिल्ली: भाजपा नेताओं ने दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन के बीच पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों की आवाजाही के लिए तैनात डीटीसी बसों को हटाने के फैसले को लेकर बृहस्तपतिवार को आप सरकार पर निशाना साधा और सत्तारूढ़ पार्टी पर पंजाब में ‘राजनीतिक फायदे’ के लिए ‘अराजकता’ फैलाने का आरोप लगाया.
आम आदमी पार्टी (आप) और दिल्ली सरकार की ओर से तत्काल इन आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
आप सरकार ने बुधवार को दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों की उन विशेष सेवाओं को बंद कर दिया था, जिन्हें सुरक्षाकर्मियों के लिए तैनात किया गया था.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी. एल. संतोष ने इस फैसले की निंदा करते हुए ट्वीट किया, ‘अरविंद केजरीवाल नीत दिल्ली सरकार ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के लिए तैनात डीटीसी बसों को हटा दिया है. आम आदमी पार्टी की पंजाब की राजनीतिक आकांक्षाओं का खामियाजा दिल्लीवासियों को उठाना पड़ेगा. वास्तव में अराजकता है.’
दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ऐसे समय में पुलिस से बसें वापस लेकर ‘अराजकता’ फैलाने की कोशिश कर रही है, जब वह शहर के सीमा बिंदुओं पर जारी प्रदर्शन के बीच सुरक्षा के मुद्दे से निपटने की कोशिश कर रही है.
गुप्ता ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली पुलिस हमेशा अराजकतावादी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की घटिया राजनीति का शिकार रही है. आम आदमी पार्टी अपने राजनीतिक फायदे के लिए जामिया, जेएनयू, दिल्ली में हुए दंगों और किसान प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा जैसे सभी कृत्यों के लिए दिल्ली पुलिस को जिम्मेदार ठहराती रही है.’
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी, परवेश वर्मा, मनोज तिवारी और गौतम गंभीर ने भी दिल्ली सरकार के इस कदम की आलोचना की है.
बिधूड़ी ने एक ट्वीट में कहा कि दिल्ली पुलिस को मुख्यमंत्री को दी गई सुरक्षा भी वापस ले लेनी चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘केजरीवाल का आपात स्थिति में पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों की आवाजाही के लिए तैनात बसों को हटा लेना काफी दुखद है. दिल्ली पुलिस को तुरंत उनकी निजी सुरक्षा के लिए तैनात बल को भी हटा लेना चाहिए, क्योंकि वे बसें कानून व्यवस्था व दिल्लीवालों की सुरक्षा के लिए थीं.’
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री से इस फैसले को वापस लेने की मांग की.
विधायक ने ट्वीट किया, ‘अरविंद केजरीवाल जी, आप पंजाब की राजनीति करना चाहते हैं,तो शौक से कीजिए, हमें कोई ऐतराज नहीं. लेकिन…अपनी राजनीति के लिए दिल्ली को तो अराजकता की आग में मत झोंकिए. दिल्ली पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के लिए डीटीसी बस सेवा बंद करने का फैसला वापस लीजिए.’
गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली से लगी सीमाओं पर दो महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब में प्रमुख विपक्षी दल आम आदमी पार्टी किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करती रही है.