मुंबई: मुंबई में होने वाले निकाय चुनाव से कुछ ही महीने पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले शिवसेना धड़े पर आरोप लगाया है कि वह भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, जो कि 1993 के मुंबई सीरियल धमाकों का मास्टरमाइंड था, के प्रति सहानुभूति रखती है.
भाजपा ने 1993 के बम विस्फोटों वाले मामले में दोषी करार दिए गए याकूब मेमन की कब्र, जिसे कथित तौर पर संगमरमर की चारदीवारी और एलईडी रोशनी से सजाया गया था, की तस्वीरों को लेकर उद्धव गुट पर हमला किया.
मेमन, जिसे साल 2015 में नागपुर सेंट्रल जेल में इन घातक विस्फोटों में उसकी भूमिका के लिए फांसी दे दी गई थी, को दक्षिण मुंबई के मरीन लाइन्स क्षेत्र में स्थित बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया गया था.
भाजपा का दावा है कि मेमन की कब्र का सौंदर्यीकरण तब किया गया था जब उद्धव के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार सत्ता में थी. उसने यह भी आरोप लगाया है कि यह कब्रिस्तान बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकार क्षेत्र में आता है, और इस साल मार्च में एक प्रशासक द्वारा बीएमसी हाउस के पांच साल के कार्यकाल का अंत होने के बाद पदभार संभाले जाने से पहले शिवसेना ने ही 25 साल तक इसका नेतृत्व किया था.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिनके पास राज्य का गृह विभाग है, ने गुरुवार को यह पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए कि मेमन की कब्र को किसने सजाया है, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
इस बीच, शिवसेना (उद्धव) और बीएमसी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कब्रिस्तान का प्रबंधन एक निजी ट्रस्ट द्वारा किया जाता है और मुंबई नगर निकाय का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
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‘दाऊद के प्रचारक के रूप में काम कर रही है पेंगुइन सेना’
बुधवार रात भाजपा नेता राम कदम ने मेमन की कब्र की ‘पहले और बाद की’ तस्वीरें ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि जिस वक्त उद्धव महाराष्ट्र में एमवीए सरकार का नेतृत्व कर रहे थे तभी इसे ‘मजार में बदल दिया गया’ था.
उधव ठाकरे मुख्यमंत्री थे .उस क़ाल में मुंबई में पाकिस्तान के इशारे पर 1993 में बंबकांड करने वाला ख़ूँख़ार आतनवादी याकूब मेमन की कबर मझार में तब्दील हो गयी .
यही है इनका मुंबई से प्यार , यही इनकी देश भक्ती ?उधव ठाकरे समेत शरद पवार तथा राहुल गांधी माफ़ी माँगे मुंबई की जनता की pic.twitter.com/TAQNhBb36G
— Ram Kadam (@ramkadam) September 7, 2022
उद्धव के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट से बीएमसी की कमान को हथियाने के अपने ठोस प्रयासों के तहत भाजपा पिछले साल नवंबर से ही मुंबई के निवासियों के साथ अपनापा दिखने के लिए 1993 के मुंबई विस्फोटों वाले मामले को हवा दे रही है.
भाजपा ने पहले आरोप लगाया था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पूर्व मंत्री नवाब मलिक, जो फ़िलहाल एक मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में जेल में हैं, के अंडरवर्ल्ड से संबंध हैं और इसने एमवीए सरकार के हिस्से के रूप में उन्हें बचाने के लिए शिवसेना की आलोचना भी की थी.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने मलिक को मुंबई विस्फोटों के मुख्य आरोपी इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के साथ वित्तीय संबंध रखने, इस माफिया सरगना से जुड़ी संपत्तियों के मालिक होने और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट को बढ़ावा देने सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया था.
मेमन की कब्र के बारे में मचे इस ताजा विवाद के बाद भाजपा ने दावा किया है कि शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट राज्य की सत्ता में रहते हुए ‘दाऊद समर्थक’ था, और विपक्ष में आने के बाद से ‘दाऊद का प्रोपगैंडिस्ट’ (दुष्प्रचारक)’ बन गया है.
इस बारे में बात करते हुए मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने संवाददाताओं से कहा, ‘सभी बगीचों, खेल के मैदानों, कब्रिस्तानों के सौंदर्यीकरण की पूरी जिम्मेदारी बीएमसी की है. यह आपका (शिवसेना का) मेयर था, आप मुख्यमंत्री थे, और आप ही दाऊद के प्रोपगैंडिस्ट के रूप में काम कर रहे हैं?’
ठाकरे के वंशज और वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरे पर सीधा कटाक्ष करते हुए शेलार ने कहा, ‘पेंगुइन सेना के युवा नेता को एक ‘कब्र बचाव आंदोलन’ शुरू करना चाहिए.’
भाजपा ने पहले भी मुंबई चिड़ियाघर में पेंगुइन को लाने की आदित्य की पसंदीदा परियोजना के लिए उनपर ताना मारा था.
शेलार ने यह भी बताया कि कैसे कांग्रेस नेता असलम शेख, जो एमवीए सरकार के हिस्से के रूप में मुंबई के संरक्षक मंत्री थे, उन लोगों की कतार में शामिल थे, जिन्होंने कथित तौर पर मेमन को मौत की सजा दिये जाने का विरोध किया था. उन्होंने कहा, ‘यह (मेमन की कब्र का कथित सौंदर्यीकरण) असलम शेख, नवाब मलिक और टुकड़े-टुकड़े गिरोह को खुश करने के लिए किया गया है.’
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‘शिवसेना को हिंदू विरोधी बताने पर तुली हुई बीएमसी’
इस बीच, बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा कि नगर निकाय का इस कथित सौंदर्यीकरण से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने उनका नाम न छापे जाने की शर्त पर दिप्रिंट को बताया, ‘बड़ा कब्रिस्तान का प्रबंधन एक निजी ट्रस्ट द्वारा किया जाता है.’
महाराष्ट्र विधान परिषद की शिवसेना सदस्य (एमएलसी) मनीषा कायंडे ने बीएमसी की आलोचना को ‘शिवसेना को हिंदू विरोधी के रूप में दर्शाने’ का एक और प्रयास बताया. उन्होंने यह भी सवाल किया कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने साल 2015 में मेमन के शव को उसके परिवारवालो को क्यों सौंप दिया था जबकि उसे एक ‘आतंकवादी’ के रूप में फांसी दी गई थी?
उन्होंने कहा, ‘जब याकूब मेमन को फांसी दी गई थी तब देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री थे. उनसे ही पूछा जाना चाहिए कि मेमन का शव उसके रिश्तेदारों को क्यों दे दिया गया? अब एक बार जब लाश दे दी गई और उसे दफना दिया गया, तो इसक बाद से कब्रिस्तान के अंदर जो होता है वह उनका [मेमन के परिवार का] आंतरिक मामला है. बीएमसी कब्रिस्तान के लिए जमीन तो देती है, लेकिन उनके आंतरिक कामकाज में खुद को शामिल नहीं करती है. ‘
उन्होंने आगे कहा, ‘भाजपा बार-बार यही दर्शाना चाहती है कि शिवसेना हिंदू विरोधी पार्टी है, लेकिन वे ऐसा कर पाने में असफल हो रहे हैं.’
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