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Thursday, 21 November, 2024
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हिंदू धर्म यात्रा के दौरान फूल बरसाने वाले बीकानेर BJP अल्पसंख्यक मोर्चा प्रमुख गनी क्यों हुए PM मोदी के आलोचक

मोदी के बांसवाड़ा भाषण की आलोचना करने पर गनी को पार्टी से निकाला गया. भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि वह एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता थे और बीकानेर में पार्टी के भरोसेमंद मुस्लिम चेहरों में से एक थे.

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नई दिल्ली: अल्पसंख्यक मोर्चा के सबसे सफल सम्मेलनों में से एक के आयोजन और बीकानेर में भाजपा की वार्षिक हिंदू धर्म यात्रा के दौरान ‘पुष्प वर्षा’ का नेतृत्व करने से लेकर लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की आउटरीच बढ़ाने तक, बीकानेर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के निष्कासित प्रमुख उस्मान गनी का एक पार्टी पदाधिकारी के रूप में एक बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड रहा है.

गनी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस भाषण की आलोचना करने के लिए बुधवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री ने राजस्थान में ‘मंगलसूत्र’ के बारे में टिप्पणी की थी.

शनिवार को निष्कासित नेता को पुलिस द्वारा अपने वाहन की जांच नहीं करने देने के लिए हिरासत में लिया गया था.

दिप्रिंट ने टिप्पणी के लिए उस्मान गनी से संपर्क करने के कई प्रयास किए लेकिन उनका नंबर बंद था.

दिप्रिंट से बात करने वाले राजस्थान के कई मुस्लिम नेताओं ने गनी के प्रति सहानुभूति रखते हुए कहा कि 2005 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से पार्टी में शामिल होने के बाद से उन्होंने खुद को बार-बार साबित किया है.

राजस्थान में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सादिक खान ने दिप्रिंट को बताया, “गनी बीकानेर में पार्टी के भरोसेमंद मुस्लिम नेताओं में से एक थे. अपनी अध्यक्षता के दौरान उन्होंने 2021 में कलाम की जयंती पर सबसे बड़े सम्मेलनों में से एक का आयोजन किया, जो राजस्थान के सभी जिलों में पिछले 10 वर्षों में सबसे बड़ा सम्मेलन था. उस वर्ष सम्मेलन में पार्टी की मुख्य इकाई के नेताओं ने भी भाग लिया था. उन्होंने जिले में कई विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व किया, लोकसभा चुनावों के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के लिए प्रचार किया. उन्हें एक विधानसभा चुनाव रैली के दौरान प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए आमंत्रित किया गया था.”

अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद मुमताज भट्टी ने दिप्रिंट को बताया कि 2006 से 2011 के अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें गनी के बारे में पता चला, जब उनके भाई को बीकानेर में पार्षद के रूप में चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिला.

भट्टी ने कहा, “चाहे बीकानेर में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए हिंदुओं की धर्म यात्रा के दौरान मोर्चा की पुष्प वर्षा का आयोजन हो, उन्होंने हमेशा पार्टी के काम और मुस्लिम आउटरीच के लिए सक्रिय रूप से काम किया. हाल के विधानसभा चुनाव के दौरान, उन्हें बीकानेर पूर्व में प्रचार करने और एक सामुदायिक बैठक आयोजित करने का काम सौंपा गया था, जहां शाही परिवार से संबंध रखने वाली सिद्धि कुमारी चुनाव लड़ रही थीं. इन दिनों, वह अर्जुन राम मेघवाल के लिए प्रचार कर रहे थे.”

भट्टी ने याद दिलाया कि गनी ने कई मौकों पर भाजपा नेताओं की मुस्लिम विरोधी बयानबाजी पर नाराजगी व्यक्त की थी. “…उन्होंने हमारे भाजपा नेताओं के घृणित बयानों के बारे में अपनी राय व्यक्त की, लेकिन मैंने उन्हें पार्टी लाइन का पालन करने और अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखने और धैर्य रखने की सलाह दी. ऐसा लगता है जैसे वह अपनी भावनाओं में बह गए हों.”

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के बीकानेर अध्यक्ष गनी ने पिछले हफ्ते एक समाचार चैनल से कहा था कि जब वह वोट मांगने जाते हैं, तो मुस्लिम मतदाता उनसे बांसवाड़ा में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान मोदी द्वारा की गई टिप्पणियों के बारे में पूछते हैं. गनी ने यह भी कहा था कि अगर पार्टी उनके बयान के लिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करती है तो उन्हें डर नहीं है.

मोदी के बयान पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर उन्होंने न्यूज 24 से कहा था, ”भाजपा के एक अल्पसंख्यक (मुस्लिम सदस्य) के रूप में, जब मैं भाजपा के लिए वोट मांगने जाता हूं तो मुस्लिम कम्युनिटी द्वारा मुझसे सवाल पूछे जाते हैं.”

इस महीने की शुरुआत में, मोदी ने बांसवाड़ा में आरोप लगाया था कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, तो वह नागरिकों की निजी संपत्तियों का आकलन करेगी और उन्हें ‘अधिक बच्चों वाले लोगों’ के बीच बांट देगी जो कि कथित रूप से मुसलमानों के संदर्भ में था. “मेरी माताओं और बहनों, वे आपके मंगलसूत्र भी नहीं छोड़ेंगे. कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो हर व्यक्ति की संपत्ति का सर्वेक्षण किया जाएगा.”

भट्टी ने कहा, हिंदू बहुल पार्टी में मुस्लिम होना और अल्पसंख्यकों से आलोचना झेलना काम का हिस्सा है.

अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व राज्य प्रमुख ने कहा, “मैंने जनसंघ के शुरुआती दिनों से ही सुंदर सिंह भंडारी, भैरों सिंह शेखावत से लेकर वसुंधरा राजे तक के साथ काम किया है… मेरे समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने मेरे घर पर पथराव किया. हमें तलवार की धार पर काम करना होगा. जब ऐसे (विवादास्पद) बयान दिए जाते हैं तो हमें अपने और हिंदू लोगों के कठोर शब्द सुनने पड़ते हैं, लेकिन हम हमेशा पार्टी की मर्यादा और अपनी भावनाओं को बनाए रखने के बीच संतुलन बनाए रखते हैं. मैंने गनी को संतुलन बनाए रखने के बारे में भी सलाह दी.”

उन्होंने कहा, “दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों पर कोई नहीं चल रहा है, जिन्होंने कहा था कि राजनीति धर्म और जाति पर आधारित नहीं होनी चाहिए… लेकिन चुनावी लाभ के लिए समय-समय पर ऐसे बयान दिए जाते हैं. पीएम का बयान भी चुनावी है.”

खान ने भी इसी तरह की बात कही. “हम हमेशा समुदाय को पार्टी के अच्छे काम के बारे में सूचित करते हैं… लोग जान सकते हैं कि कौन सा बयान चुनावी है; हमें पार्टी के अनुशासन का पालन करना होगा.”

भाजपा के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के एक नेता ने स्वीकार किया कि मोदी द्वारा ‘मंगलसूत्र’ का जिक्र करने जैसे बयानों से पार्टी के लिए मतदाताओं के एक वर्ग तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है.

उन्होंने दिप्रिंट को बताया, “इस तरह के बयान को उचित नहीं ठहराया जा सकता. एक स्तर पर, हम पूरे देश में पसमांदा तक पहुंच बना रहे हैं और दूसरी तरफ, हिंदू वोटों को मजबूत करने के लिए समुदाय के बीच विभाजन पैदा किया जा रहा है. मुसलमान बीजेपी पर भरोसा क्यों करेंगे? लेकिन, हम ये बातें सार्वजनिक रूप से नहीं कह सकते,”

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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