नई दिल्ली: सोमवार को दायर चुनावी हलफनामे के अनुसार, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और उनकी पत्नी शेफाली के पास आग्नेयास्त्र हैं. मंत्री ने हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान अपने संग्रह में पहले से मौजूद पिस्तौल के अलावा 1.3 लाख रुपये की एक राइफल भी शामिल की है. I&B मंत्री ने कुल 10.7 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा किया है – एक आंकड़ा जिसमें पिछले पांच साल में लगभग दो गुना वृद्धि देखी गई है.
बंदूकों और गोलियों के प्रति ठाकुर के लगाव का संकेत जनवरी 2020 में मिला था, जब उनके ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को’ भाषण ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था.
ठाकुर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार चुनाव जीतने की उम्मीद कर रहे हैं.
उनकी चल संपत्ति, जिसका मूल्य 5.44 करोड़ रुपये है, में आग्नेयास्त्र — एक पिस्तौल, एक राइफल — क्रमशः 3.25 लाख रुपये और 1.3 लाख रुपये शामिल हैं.
केंद्रीय मंत्री के बीमा निवेश में 66.45 लाख रुपये के समर्पण मूल्य वाली नौ पॉलिसियां शामिल हैं. शेयरों और म्यूचुअल फंड में उनका निवेश 260 प्रतिशत बढ़ गया है, शेयर निवेश 47.35 लाख रुपये तक पहुंच गया है और एचडीएफसी बैंक में म्यूचुअल फंड निवेश 2.4 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. 2019 में शेयर और म्यूचुअल फंड में उनका निवेश 79.18 लाख रुपये था.
उनकी दो निजी कंपनियों — जयादित्य होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड और संत ऑनलाइन सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी है — जिनकी कीमत क्रमशः 19.94 लाख रुपये और 90,000 रुपये है. इसके अलावा, ठाकुर ने जयादित्य होल्डिंग्स को 1.02 करोड़ रुपये का कर्ज़ दिया है, जहां वह, उनकी पत्नी और उनके भाई निदेशक हैं.
इस बीच, शेफाली ठाकुर के पास 2.5 लाख रुपये की एक पिस्तौल है, उनकी कुल संपत्ति 97 लाख रुपये है — जिसमें से लगभग आधी संपत्ति 48.3 लाख रुपये के सोने के आभूषणों की है.
ठाकुर की अचल संपत्ति का बड़ा हिस्सा कृषि ज़मीन है, जिसकी कीमत 2.6 करोड़ रुपये है, जो हिमाचल प्रदेश में स्थित है और 2000 और 2010 के बीच अधिग्रहित की गई है. उनके पास 1 करोड़ रुपये की गैर-कृषि भूमि भी है, जो मुख्य रूप से पंजाब के जालंधर और कपूरथला में है.
इसके अलावा, ठाकुर ने 2004 में जालंधर में एक आवासीय संपत्ति खरीदी, जिसकी कीमत अब 1.89 करोड़ रुपये है. उन पर 1.43 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज़ भी है, जो उनकी एकमात्र घोषित देनदारी है.
हिमाचल प्रदेश के मूल निवासी होने के बावजूद, ठाकुर की शिक्षा मुख्य रूप से जालंधर में हुई. पंजाब में स्कूली शिक्षा के बाद, उन्होंने 1994 में दोआबा कॉलेज, जालंधर से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की.
1 जून को होने वाले आगामी चुनावों में, ठाकुर का मुकाबला कांग्रेस के सतपाल रायज़ादा से है, जो ऊना के पूर्व विधायक हैं.
हमीरपुर को केंद्रीय मंत्री का गढ़ माना जाता है, जिनकी लगातार चौथी जीत लगभग 4 लाख वोटों के अंतर से हुई. हालांकि, जिले में किसी भी विधानसभा क्षेत्र को जीतने में भाजपा की विफलता — जहां कांग्रेस ने 2022 में चार सीटों का दावा किया था और एक निर्दलीय ने हमीरपुर सीट ली थी — उनके लिए एक चुनौती बन सकती है.
(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)
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