नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एक तरफ सारे विपक्षी दल नरेंद्र मोदी और अमित शाह को रोकने में लगे हुए हैं, वहीं कांग्रेस अंदरूनी रूप से भाजपा की मदद करने में जुटी हुई है. केजरीवाल ने लिखा है कि कांग्रेस ने भाजपा से गोपनीय रूप से कोई समझौता किया हुआ है. दिल्ली तैयार है भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए. अब जनता इनके गठबंधन को सबक सिखाएंगी.
आप ने ललकारा, कहा- जवानों की आड़ लिए बिना चुनाव लड़े भाजपा
केजरीवाल के ट्वीट के ठीक बाद आम आदमी पार्टी और सरकार में नेता गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस लुका-छिपी का खेल खेल रही थी. इससे साफ दिखाई देता है कि देश की भावना अलग है और कांग्रेस की अलग. जिस तरह से देशभर में कांग्रेस स्वतंत्र उम्मीदवार खड़े करने पर उतारू है उससे पार्टी पर संशय पैदा हो रहा है कि अघोषित रूप से भाजपा और कांग्रेस मिले हुए हैं.
‘आज हर भारतीय चाहता है कि भाजपा हारे लेकिन कांग्रेस कुछ और ही इशारे कर रही है. और भाजपा-कांग्रेस के अघोषित गठबंधन का जनता जवाब देगी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में भी सपा-बसपा के खिलाफ उम्मीदवार उतारकर भाजपा की मदद कर रही है. यही नहीं पश्चिम बंगाल में भी ममता के खिलाफ भाजपा को मजबूत बनाने में कांग्रेस जुटी हुई है.’
गोपाल राय ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, ‘हिम्मत है तो जवानों की आड़ लिए बिना चुनाव लड़के दिखाए. देश चाहता है कि लोकतंत्र बचे. लोकतंत्र बचाने के लिए हम हर संभव कोशिश करेंगे.’
मंगलवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पर दिल्ली प्रदेश के कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई थी. इसमे यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर अकेली चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस के अकेले लड़ने के फैसले के बाद आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल का यह ट्वीट आया है.
"मैं Challenge करता हूँ @bjp4india वालों को की हिम्मत है तो बिना जवानों की आड़ के चुनाव लड़के दिखाओ, पता लग जायेगा"- @AapKaGopalRai pic.twitter.com/QiFhUEOkWJ
— AAP (@AamAadmiParty) March 5, 2019
बोले थे केजरीवाल- हम कांग्रेस को मना-मना कर थक गए
सभी दलों के हुए महागठबंधन से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली में भी आप और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा अन्य राज्यों की तरह हो जाएगा. वहीं हाल ही में कई कार्यक्रमों में केजरीवाल और राहुल गांधी में नजदीकियां भी दिखाई दी थी, कई मौकों पर दोनों नेता एक साथ मंच पर नजर आए.
मोदी सरकार की जमकर आलोचना भी की, कुछ दिनों पहले प्रेस चर्चा में केजरीवाल बोले थे कि हम दिल्ली में समझौते के लिए कांग्रेस को मना-मना कर थक गए हैं. लेकिन उन्होंने मना कर दिया है. अब दिल्ली में कांग्रेस और आप दोनों अलग अलग चुनाव लडेंगे इस फैसले के बाद महागठबंधन को एक और झटका लगा है.
वहीं शनिवार को आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की छह लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कि थी कि इनमें नई दिल्ली सीट से ब्रजेश गोयल, पूर्वी दिल्ली सीट से आतिशी, उत्तर पूर्वी दिल्ली से दिलीप पांडे, दक्षिणी दिल्ली से राघव चड्ढा, चांदनी चौक से पंकज गुप्ता और उत्तरी पश्चिम दिल्ली से गुग्गन सिंह को मैदान में उतारा है. पार्टी पश्चिमी दिल्ली से जल्द ही अपना उम्मीदवार तय करेंगी.