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Wednesday, 20 November, 2024
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तेलंगाना CM की विपक्षी मोर्चा बनाने की कोशिशों के बीच AAP ने KCR को ‘छोटा मोदी’ कहकर साधा निशाना

यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब आप पंजाब में जीत की उम्मीद कर रही है और केजरीवाल के इस स्तर पर किसी भी विपक्षी मोर्चे में शामिल होने की संभावना नहीं है.

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को ‘अभिमानी’ बताते हुए और उनके लिए ‘छोटा मोदी’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए उन पर तीखा हमला किया. आप ने राज्य के बजट की कटु आलोचना करते हुए केसीआर पर अपने परिवार के सदस्यों के बीच सरकारी नौकरियां बांटने का आरोप भी लगाया.

आप द्वारा केसीआर और उनकी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की आलोचना ऐसे समय में हुई है जब तेलंगाना के मुख्यमंत्री 2024 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ लड़ने के लिए एक संयुक्त मोर्चा, जिसमें कांग्रेस शामिल नहीं है, बनाने के उद्देश्य से सक्रिय रूप से देश भर के क्षेत्रीय राजनीतिक नेताओं से मिल रहे हैं.

हालांकि, विपक्षी खेमे के लोगों और आप पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने दिप्रिंट को बताया कि राव ने विपक्षी मोर्चे पर विचार-विमर्श के संबंध में अभी तक आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से किसी तरह का संपर्क नहीं किया है.

मंगलवार देर रात जारी एक प्रेस बयान में आप के दिल्ली के विधायक और पार्टी के तेलंगाना प्रभारी सोमनाथ भारती ने कहा कि ‘तेलंगाना में केसीआर को ‘छोटा मोदी’ के नाम से जाना जाता है, उनका अहंकार भी इस दावे का ही समर्थन करता है… ठीक वैसे ही जैसे बीजेपी हर राज्य में हर मोर्चे पर फेल हो रही है.  तेलंगाना में टीआरएस भी बड़े पैमाने पर विफल रही है. केसीआर साहब तेलंगाना में छोटा मोदी के नाम से जाने जाते हैं.’

उन्होंने आगे कहा कि ‘चाहे वे धरातल पर कुछ भी दिखाते हों पर वो भी बीजेपी की तरह ही चालें चल रहे हैं. न तो मोदी साहब और न ही उनके क्लोन, छोटा मोदी मिस्टर केसीआर, युवाओं को रोजगार देने में सक्षम हैं और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है.’

यहां ‘छोटा मोदी’ शब्द में ‘मोदी’ का आशय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है. इस शब्द का इस्तेमाल अक्सर उपहासपूर्ण ढंग से राजनीतिक विरोधियों द्वारा केसीआर के साथ-साथ केजरीवाल के खिलाफ भी उनकी राजनीति की शैली और जिस तरह से पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने खुद को राजनीतिक नेताओं के रूप में ब्रांड करने का तरीका अपनाया है, उस के लिए किया जाता रहा है.

दिप्रिंट ने टीआरएस नेता और तेलंगाना स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन कृष्णक मन्ने से इस बारे में उनकी टिप्पणी के लिए फोन कॉल और मैसेज के जरिए संपर्क करने की कोशिश की. मगर  इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने तक उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी.


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क्या कहा गया है आप के बयान में?

टीआरएस सरकार ने सोमवार को तेलंगाना विधानसभा में बजट पेश किया था. इसके एक दिन बाद जारी अपने बयान में आप ने शिक्षा क्षेत्र में कथित रूप से कम आवंटन को लेकर इस बजट की आलोचना की.

इसने यह भी आरोप लगाया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने अपने परिवार के सदस्यों के बीच नौकरियां बांटी हैं.

इसमें कहा गया है, ‘तेलंगाना के लिए चल रहे संघर्ष के समय केसीआर साहब ने कहा था कि तेलंगाना का पहला मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति समुदाय से होगा. लेकिन, उस वायदे को निभाने की बात तो दूर वह पहले स्वयं मुख्यमंत्री बने और फिर उन्होंने अपने परिवार के सभी सदस्यों को मिठाई की तरह नौकरियां बांटी.‘

इसमें आगे कहा गया है, ‘दिल्ली में केजरीवाल जी की सरकार ने कई सारी शैक्षिक परियोजनाएं चलाईं जिसके मूल के बारे में उस बजट में पता लगाया जा सकता है, जहां दिल्ली सरकार के बजट का 25% शिक्षा के लिए समर्पित किया गया था. वहीं, तेलंगाना सरकार में केसीआर साहब ने शिक्षा के लिए आवंटन इस बार 10 फीसदी से घटाकर 6.26 फीसदी कर दिया है… लोगों को सशक्त बनाने के लिए उनके पास योजना नहीं है लेकिन उन पर शासन करने की योजना जरूर है.’

यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब आप पंजाब में जीत की उम्मीद कर रही है और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने दिप्रिंट को बताया है कि केजरीवाल के इस स्तर पर अन्य क्षेत्रीय नेताओं के नेतृत्व वाले किसी भी विपक्षी मोर्चे में जल्द ही शामिल होने की कोई संभावना नहीं है.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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