चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे से बातचीत की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि मेल-मिलाप का समय अब खत्म हो गया है और पार्टी छोड़ने का उनका फैसला अंतिम है.
उन्होने दोहराया कि वह जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू करेंगे. अमरिंदर ने कहा कि ‘वह पंजाब के हित में एक मजबूत सामूहिक ताकत’ बनाना चाहते हैं.’
अमरिंदर के मीडिया सलाहकार ने उनके हवाले से ट्वीट किया, ‘कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे से वार्ता की रिपोर्ट गलत है. मेल-मिलाप का समय अब खत्म हो गया है. पार्टी से अलग होने का फैसला बहुत सोच-विचार के बाद लिया गया है और यह अंतिम है.’
उन्होने आगे ट्वीट में लिखा, ‘मैं सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा.’
‘Reports of backend talks with @INCIndia are incorrect. The time for rapprochement is over. The decision to part ways with party was taken after much thought and is final. I'm grateful to #SoniaGandhi ji for her support but will not stay in Congress now.': @capt_amarinder 1/2 pic.twitter.com/FbO7Toj28V
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 30, 2021
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अमरिंदर उन मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिनमें कहा गया था कि कांग्रेस के कुछ नेता उन्हें पार्टी में बने रहने के लिए मनाने में लगे हुए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं जल्द ही अपनी पार्टी गठित करूंगा और किसानों के मुद्दे सुलझने के बाद पंजाब में विधानसभा चुनाव, 2022 के लिए बीजेपी, शिरोमणि अकाली दल से अलग हो चुके धड़ों और अन्य के साथ सीटों के बंटवारे के लिए बातचीत करूंगा.’
अमरिंदर ने कहा, ‘ पंजाब और राज्य के किसानों के हित में मैं एक मजबूत सामूहिक ताकत चाहता हूं.’
खासतौर से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान, तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ये कानून पिछले साल सितंबर में बनाए गए थे और प्रदर्शनकारी किसान इन्हें निरस्त करने की मांग कर रहे हैं.
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