नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राज्य में प्रवर्तन निदेशालय के छापे को लेकर केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और ईडी के छापे चुनावी राज्य में “प्रत्याशित” थे.
गहलोत सीकर जिले के खंडेला में राजस्थान सरकार के महंगाई राहत शिविर के तहत आयोजित कार्यक्रम में जनता को संबोधित कर रहे थे.
ईडी ने सरकारी शिक्षकों की भर्ती के लिए कथित परीक्षा पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में सोमवार को राजस्थान में कई स्थानों पर छापेमारी की.
सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अन्य केंद्रीय एजेंसियां दबाव में काम कर रही हैं.
उन्होंने कहा, “देश में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ईडी अन्य केंद्रीय एजेंसियों के साथ दबाव में काम कर रही है. मेरा अनुभव कहता है कि जहां भी चुनाव होने हैं, वहां एजेंसियों को सूचियों के साथ भेजा जाता है. मैं एजेंसियों से अपील करता हूं. दबाव में काम नहीं करना चाहिए.”
आगे सीएम गहलोत ने कहा, “वे (भारतीय जनता पार्टी) ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ की बात करते हैं लेकिन देश में लोकतंत्र को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. चुनाव जीतना या हारना अलग बात है.”
आगे मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वह तय करें कि कौन मुख्यमंत्री बनने जा रहा है.
सीएम गहलोत ने कहा, “चुनाव कौन जीतेगा यह जनता तय करती है. इसलिए, आप (जनता) खुद तय करें कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनने जा रहा है. हमने जो भी योजनाएं शुरू की हैं, इसे जारी रखने के लिए हमें आपके आशीर्वाद की जरूरत है.”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि में वृद्धि की है और प्रधानमंत्री से सामाजिक सुरक्षा अधिनियम के संबंध में एक विधेयक पारित करने की अपील की है.
राहत शिविर में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा मौजूद थे.
राजस्थान विधानसभा चुनाव इस साल राज्य की विधानसभा की सभी 200 सीटों के प्रतिनिधियों का चयन करेगा.
यह भी पढ़ेंः गुस्से में था इसलिए बृज भूषण के खिलाफ पहली बार दिया था गलत स्टेटमेंट – नाबालिग पहलवान के पिता का बयान