नई दिल्ली: ‘यूपी में का बा’ (यूपी में क्या है) – योगी आदित्यनाथ सरकार की कथित विफलताओं पर किया गया एक संगीतमात व्यंग्य इस साल की शुरुआत में इस राज्य में विधानसभा चुनाव में मतदाताओं के ऊपर कोई सही छपा नहीं छोड़ पाया. लेकिन ऐसा लगता है कि इसकी गायिका नेहा सिंह राठौर ने कांग्रेस को सार्वजनिक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए लोक संस्कृति की तरफ देखने के लिए प्रेरित किया है.
दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार पार्टी अब राठौर जैसे किसी शख्शियत की तलाश में है, जो ऐसे और भी गाने, नृत्य या हास्य प्रस्तुतियां तैयार कर सकें. इसी उद्देश्य से भारतीय युवा कांग्रेस (इंडियन यूथ कांग्रेस-आईवाईसी) – जो कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा है – एक ‘राजनीतिक प्रतिभा खोज अभियान (टैलेंट हंट) को आयोजित करने जा रही है.
‘इंडियाज राइजिंग टैलेंट’ शीर्षक वाला यह कार्यक्रम इस महीने उदयपुर चिंतन शिविर में पार्टी द्वारा किये गए ‘भारत जोड़ो’ आह्वान का हिस्सा होगा.
दिप्रिंट को पता चला है कि ‘भारत जोड़ो’ कार्यक्रम अंग्रेजों के खिलाफ महात्मा गांधी के प्रसिद्ध ‘भारत छोड़ो’ नारे की तर्ज पर आधारित है, और इसके तहत महात्मा गांधी की जयंती,2 अक्टूबर, से कश्मीर से कन्याकुमारी तक की पदयात्रा शुरू होगी.
आईवाईसी के एक अधिकारी के अनुसार, इस प्रतिभा खोज अभियान में प्रतिभागियों के पंजीकरण के लिए सात श्रेणियां होंगी. इनमें गायन, नृत्य, रैप सिंगिंग, स्टैंड-अप कॉमेडी, मिमिक्री और नुक्कड़ नाटक (स्ट्रीट थिएटर) शामिल हैं.
दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार यह कार्यक्रम कम से कम 15 राज्यों में आयोजित किया जाएगा, जहां इसके लिए ऑडिशन होंगे. इसके बाद इनमें चयनित प्रतिभागी एक ग्रैंड फिनाले में हिस्सा लेंगे.
ऊपर वर्णित अधिकारी ने कहा, ‘हम उन युवाओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं जो राजनीतिक रूप से तटस्थ हैं और जो अपनी विभिन्न प्रतिभाओं के माध्यम से अपनी राजनीति को व्यक्त कर सकते हैं.’
शनिवार को पूर्व कांग्रेस नेता और भारतीय प्रधान मंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित ‘राजीव क्रांति भारत जोड़ो’ नामक एक कार्यक्रम के दौरान इस प्रतियोगिता में भाग लेने का आह्वान किया गया.
आईवाईसी के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने कहा, ‘भारत का कला और संस्कृति का समृद्ध इतिहास रहा है. हम मानते हैं कि कला के माध्यम से अभिव्यक्ति हमारे समाज के लिए महत्वपूर्ण है.’ उन्होंने कहा, ‘एक युवा संगठन होने के नाते, हम युवाओं को अपने आप को व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं.’
यह भी पढ़ें : BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राहुल गांधी की ‘केरोसिन’ वाली टिप्पणी पर किया तंज, कहा- हताश और असफल नेता
‘आधुनिक तकनीक’, ‘क्रांतिकारी सामाजिक विचारों’ का प्रयोग
दिप्रिंट के साथ बात करते हुए, ऊपर उद्धृत आईवाईसी स्रोत ने कहा कि यह विचार ‘अपनी तरह का अनूठा’ है. इस पदाधिकारी कहा कि इस खोज का उद्देश्य ऐसी अगली राजनीतिक प्रतिभा को खोजना है जो गायिका नेहा राठौर के प्रसिद्ध गाने ‘यूपी में का बा’ – जो उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान वायरल हो गया था – जैसे गीत तैयार कर सके.
आईवाईसी के इस पदाधिकारी ने आगे कहा, ‘हमारा मानना है कि कला उन युवाओं के साथ राजनीति पर चर्चा करने का सबसे अच्छा तरीका है जो अब खुद को कॉमेडी, डांस, इंस्टाग्राम रील और अन्य कला स्वरूपों के माध्यम से अभिव्यक्त कर रहे हैं.’
पार्टी के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि प्रतिभागियों द्वारा इस प्रतिभा खोज की सात श्रेणियों में अपनी-अपनी पहचान बनाने के लिएसे यूट्यूब और इंस्टाग्राम रीलों, ‘आधुनिक तकनीक’ और ‘क्रांतिकारी सामाजिक विचारों’ का उपयोग किये जाने की उम्मीद है.
पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया टीज़र के माध्यम से पार्टी द्वारा इस प्रतियोगिता में सफल होने वाले उम्मीदवार से अपेक्षित प्रतिभा की आंशिक तौर पर एक झलक दिखाई गई है.
Express yourself through dance, we are coming up with a show that encourages and taps youth's hidden potential to express social issues through art.
Stay tuned for more updates! pic.twitter.com/JWPBHnyQMn
— Indian Youth Congress (@IYC) May 19, 2022
आईवाईसी के ट्विटर पेज पर ऐसे ही एक वीडियो में एक युवा लड़की को हिप-हॉप करते हुए देखा जा सकता है, जबकि एक दूसरे टीजर में एक युवक को बेरोजगारी के बारे में रैप करते देखा जा सकता है.
ये सर्टिफिकेट और ये डिग्री न दे काम मुझे, रोज का सफर, मिल रहा नहीं मुकाम मुझे!
रैप के माध्यम से अब सत्ता से युवा करेंगे सवाल। जल्द आ रहा है भारत को जोड़ने वाला सबसे अनूठा शो। बने रहिए हमारे साथ। pic.twitter.com/GI95lGvNtX
— Indian Youth Congress (@IYC) May 20, 2022
पार्टी के सूत्रों ने कहा कि वे अभी के लिए कम-से-कम 15 राज्यों के प्रतिभागियों को पंजीकृत करना चाह रहे हैं.
‘देश के सबसे बड़े’ प्रतिभा खोज अभियान कहे जा रहे इस कार्यक्रम को आयोजित करने में शामिल एक दूसरे आईवाईसी अधिकारी ने कहा, ‘इस पूरी प्रक्रिया में लगभग छह महीने लगने की संभावना है. पहले हम कम-से-कम 15 राज्यों में जाएंगे और वहां ऑडिशन आयोजित करेंगें. उसके बाद चयनित प्रतिभागियों को ग्रैंड फिनाले के लिए या तो दिल्ली या किसी अन्य बड़े शहर में ले जाया जाएगा.’
‘राजीव क्रांति भारत जोड़ो ‘ कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को ‘राष्ट्र निर्माण में उनके (युवाओं) द्वारा किए जा सकने वाले कार्यों को समझने’ के लिए जागरूक करना भी होगा.
आईवाईसी देश भर में रक्तदान शिविर आयोजित करने के साथ-साथ राजीव गांधी के जीवन पर आधारित एक फोटो प्रदर्शनी आयोजित करने की भी योजना बना रहा है.
(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें : कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ को चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बताया असफल