scorecardresearch
Friday, 3 May, 2024
होमराजनीतिवरुण गांधी के सीन से बाहर होने के बाद, पीएम मोदी पीलीभीत में बीजेपी के जितिन प्रसाद के लिए करेंगे प्रचार

वरुण गांधी के सीन से बाहर होने के बाद, पीएम मोदी पीलीभीत में बीजेपी के जितिन प्रसाद के लिए करेंगे प्रचार

पार्टी पदाधिकारी का कहना है कि यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री भाजपा उम्मीदवार के लिए पीलीभीत में रैली को संबोधित करेंगे. बसपा ने अनीस खान को मैदान में उतारा है, जबकि सपा से भगवत सरन गंगवार मैदान में हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पीलीभीत यूनिट वहां की प्रतिष्ठित लोकसभा सीट पर पार्टी के उम्मीदवार और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद के समर्थन में 9 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए तैयारी कर रही है.

प्रसाद को पीलीभीत में मौजूदा सांसद वरुण गांधी के स्थान पर मैदान में उतारा गया था.

1989 के बाद जब वरुण गांधी की मां मेनका गांधी ने जनता दल के उम्मीदवार के रूप में पीलीभीत में लोकसभा चुनाव जीता था, उसके बाद यह पहली बार है जब गांधी परिवार का कोई सदस्य इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ रहा है. 1991 में मेनका गांधी यहां से चुनाव हार गईं लेकिन उसके बाद वह और वरुण लगातार सात बार पीलीभीत से चुनाव जीत चुके हैं.

पीलीभीत में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा.

भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार भाजपा उम्मीदवार के लिए समर्थन जुटाने के लिए पीलीभीत में एक रैली को संबोधित करेंगे.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “पीलीभीत लोकसभा सीट पारंपरिक रूप से मेनका और वरुण गांधी की सीट मानी जाती रही है. दरअसल, इस बार पार्टी द्वारा वरुण गांधी की जगह पर एक नए उम्मीदवार को मैदान में उतारने की वजह से यह प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है और पार्टी 2019 से बेहतर वोट प्रतिशत सुनिश्चित करना चाहती है.”

भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने 9 अप्रैल को पीएम की रैली की पुष्टि करते हुए कहा कि रैली को लेकर हर तरह की तैयारियां चल रही हैं. “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 9 अप्रैल को पीलीभीत के ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगे. हम इसके लिए सभी तरह की तैयारियां कर रहे हैं और हमें एक लाख से अधिक लोगों के इस रैली में जमा होने की उम्मीद है.’

पार्टी के एक पदाधिकारी के अनुसार, भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं को चुनावी युद्ध के मैदान में प्रचार करने के लिए विस्तृत योजना बनाई है. पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, “अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं और अब तक पीएम के अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी यहां प्रचार करने (उन्होंने पहले ही निर्वाचन क्षेत्र में एक कार्यक्रम आयोजित किया है) की योजना बन चुकी है. हम अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी समय मांग रहे हैं,”

पीलीभीत में भाजपा के लिए प्रचार करते हुए, आदित्यनाथ ने मंगलवार को जितिन प्रसाद की प्रशंसा की. उन्होंने कहा,“जितिन प्रसाद जनता के लिए आसानी से उपलब्ध हैं. प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री रहते हुए उन्होंने जिले में सड़कें बनाने का काम किया. आप अगले पांच वर्षों में जितिन प्रसाद से अपनी सभी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं,”

जहां मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी के पीलीभीत के उम्मीदवार अनीस अहमद खान हैं, वहीं समाजवादी पार्टी ने पीलीभीत से भगवत सरन गंगवार को मैदान में उतारा है. विपक्षी गठबंधन के तहत सपा को कांग्रेस का समर्थन मिलेगा.

पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने छह बार और उनके बेटे वरुण ने दो बार पीलीभीत का प्रतिनिधित्व किया है. पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया, “यह पहली बार है कि पीएम की रैली आयोजित की जा रही है. उन्होंने यहां पहले कोई रैली नहीं की है, लेकिन जब भी कोई रैली यहां हुई तब उन्होंने इसे शामिल किया है,”

प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद से कई वरिष्ठ भाजपा नेता पहले ही निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं. इससे पहले टिकट नहीं मिलने पर वरुण गांधी ने अपने मतदाताओं को एक भावनात्मक पत्र लिखा था और कहा था कि उनके साथ उनका रिश्ता जारी रहेगा. वरुण गांधी इससे पहले योगी आदित्यनाथ की रैली में शामिल नहीं हुए थे और संभावना जतायी जा रही है कि वे पीएम की रैली में भी शामिल नहीं होंगे.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


यह भी पढ़ेंः प्रज्ञा ठाकुर, हेगड़े और रमेश बिधूड़ी -हिंदुत्व के फायरब्रांड नेताओं का आखिर क्यों टिकट काट रही बीजेपी


 

share & View comments