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Tuesday, 12 November, 2024
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तीखे हमले के बाद लालू ने कांग्रेस को बताया राष्ट्रीय विकल्प, कहा- तकरार के लिए ‘छुटभैया’ नेता जिम्मेदार

राजद द्वारा तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का एकतरफा फैसला करने पर कांग्रेस ने अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में अकेले उतरने का फैसला किया था, लालू ने इसे लेकर तीखे हमले किए थे.

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पटना: बिहार में अपने कनिष्ठ गठबंधन सहयोगी कांग्रेस पर तीखे हमले के बाद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि वह आज भी कांग्रेस को राष्ट्रीय स्तर पर एक विकल्प के रूप में मानते हैं.

तीन साल बाद अपने गृह राज्य बिहार लौटे लालू ने मंगलवार को कहा कि वह आज भी कांग्रेस को ‘राष्ट्रीय विकल्प’ के रूप में मानते हैं जिसकी देश को जरूरत है. उन्होंने हाल में कांग्रेस के साथ तकरार के लिए ‘छुटभैया’ नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए इस बात को रेखांकित किया कि किसी ने भी इस दल की उतनी ‘मदद’ नहीं की है और न ही ‘बचाव’ किया है जितनी उन्होंने की है.

राजद द्वारा तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का एकतरफा फैसला करने पर कांग्रेस ने अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में अकेले उतरने का फैसला किया था, लालू ने इसे लेकर तीखे हमले किए थे.

कई बीमारियों से पीड़ित लालू ने कहा कि वह बुधवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे.

उन्होंने अपने छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा इन विधानसभा क्षेत्रों में चलाए जा रहे प्रचार अभियान की तारीफ की और जदयू नेता नीतीश कुमार का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधते हुए कहा, ‘वैसे तो तेजस्वी यादव सभी जगह घूम ही रहे हैं. उखाड़ के वे ही फेंक चुके हैं, उनको. बाकी जो बचा है उसका हम विसर्जन कर देंगे. हमारी पार्टी भारी मतों से जीतेगी.’

लालू ने दावा किया कि इन दोनों सीटों पर उनकी पार्टी की जीत के बाद सत्तारूढ़ राजग में भगदड़ मच जाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नीत राजग गठबंधन ने पिछले साल विधानसभा चुनाव के नतीजों में हेरफेर कर सत्ता हासिल की थी.

अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू पर निशाना साधते हुए लालू ने कहा कि उस व्यक्ति की कभी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा थी. उनकी घटती लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा और (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी को सोचना चाहिए कि उनका क्या किया जाए.

गौरतलब है कि जदयू इन दोनों सीटों पर पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में मिली जीत को बरकरार रखना चाहती है.

लालू, जो सोनिया गांधी के साथ बेहतर समीकरण के लिए जाने जाते हैं, से कांग्रेस के साथ गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को कोई उतना नहीं जानता जितना मैं जानता हूं. किसी ने भी इसका उतना बचाव नहीं किया, जितना मैंने किया.’

बिहार के कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास की टिप्पणी पर हाल ही कड़ी प्रतिक्रिया देने वाले राजद सुप्रीमो ने कांग्रेस के बारे में मंगलवार को कहा, ‘यह एक राष्ट्रीय पार्टी है जो स्पष्ट रूप से भाजपा का विकल्प है. यह छुटभैया हैं जो सब कुछ खराब कर रहे हैं.’

राजद सुप्रीमो ने कुछ दिनों पहले दास को ‘भकचोंधर’ कहा था, जिसपर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार जैसे कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि ऐसे शब्दों का उपयोग करने के लिए उनके खिलाफ एससी-एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है.

भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस में यदि हिम्मत है तो सोनिया गांधी पार्टी के दलित नेता भक्तचरण दास पर लालू प्रसाद की भद्दी टिप्पणी के बाद राजद से संबंध तोड़ने की घोषणा करे.’

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