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Thursday, 25 April, 2024
होमराजनीति‘कांग्रेस ने नर्मदा बांध पर गुजरातियों को धोखा दिया, केजरीवाल भी उनका अपमान कर रहे’- केंद्रीय मंत्री रूपाला

‘कांग्रेस ने नर्मदा बांध पर गुजरातियों को धोखा दिया, केजरीवाल भी उनका अपमान कर रहे’- केंद्रीय मंत्री रूपाला

मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने एक इंटरव्यू में भाजपा की चुनावी संभावनाओं, मोरबी पुल ढहने की त्रासदी और आप की चुनौती पर चर्चा की.

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नई दिल्ली: सरदार सरोवर बांध परियोजना को लेकर कांग्रेस पर ‘गुजरात के लोगों के खिलाफ साजिश’ करने के लिए हमला करते हुए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा है कि पार्टी को विकास के नाम पर राज्य में वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की चुनावी संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि गुजरात ने ‘कभी भी किसी तीसरे पक्ष को स्वीकार नहीं किया है’.

दिप्रिंट के साथ एक साक्षात्कार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री रूपाला ने भारतीय जनता पार्टी की चुनावी संभावनाओं, मोरबी पुल ढहने की त्रासदी और आप की चुनौती पर चर्चा की. उन्होंने अपने मंत्रालय द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई पशु चिकित्सा सेवाओं का प्रावधान जैसी कई पहल के बारे में भी बताया.

गुजरात के अमरेली से आने वाले रूपाला पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष (2006-2010) और पाटीदार समुदाय के नेता हैं.

182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के लिए दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर को चुनाव होने हैं. वोटों की गिनती 8 दिसंबर को की जाएगी.

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‘कांग्रेस ने नर्मदा बांध मुद्दे पर गुजरातियों को धोखा दिया’

यह पूछे जाने पर कि ‘गुजराती अस्मिता‘ (गुजराती गौरव) के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा विपक्ष पर , खासकर कांग्रेस पर हमला क्यों बोल रहे हैं, रूपाला ने कहा, ‘यह एक सच्चाई है कि जब मोदी जी मुख्यमंत्री थे, तब कांग्रेस (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दौरान) गुजरात के साथ सौतेला व्यवहार किया करती थी. उन्होंने 2007 और 2012 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी सीएम के रूप में इस मुद्दे को उठाया था.

उन्होंने कहा, ‘यूपीए के 10 साल के शासन (2004 से 2014 ) के दौरान, उन्होंने (कांग्रेस ने) नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाने की अनुमति नहीं दी थी. यह मामला उनके पास लंबे समय से लंबित था. मुझे आश्चर्य है कि गुजरात के लोगों को धोखा देने के बाद, वे लोगों से उन्हें वोट देने के लिए कह रहे हैं.’

उन्होंने बताया, ‘मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही उन्होंने 17 दिनों के भीतर बांध की ऊंचाई बढ़ाने को मंजूरी दे दी. यह उन मुद्दों में से एक है जिसे हम इन चुनावों में उठा रहे हैं. यह ‘डबल इंजन गवर्नमेंट’ का फायदा है.’

नर्मदा बचाओ आंदोलन की कार्यकर्ता मेधा पाटकर के 17 नवंबर को भारत जोड़ो यात्रा के महाराष्ट्र चरण में राहुल गांधी के साथ शामिल होने के बाद भाजपा और मोदी ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है.


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‘केजरीवाल गुजराती गौरव का अपमान कर रहे हैं’

यह पूछे जाने पर कि क्या गुजरात आप को एक वैकल्पिक पार्टी के रूप में स्वीकार कर सकता है, रूपाला ने कहा, ‘लोकतंत्र में हर पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन गुजरात में लोगों ने कभी किसी तीसरे दल (भाजपा और कांग्रेस के अलावा) को स्वीकार नहीं किया है. पहले भी पार्टियों ने हाथ आजमाया लेकिन कोई कामयाब नहीं हुआ. बेहद शक्तिशाली नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टियों का गठन किया मगर उनमें से किसी को भी पर्याप्त वोट नहीं मिले. मुझे नहीं लगता है कि इस बार आप को भी कोई सफलता मिल पाएगी.

गुजरात में तीसरे दलों के साथ हाथ आजमाने वाले नेताओं में भाजपा के पूर्व सीएम शंकरसिंह वाघेला और केशुभाई पटेल शामिल हैं, जिन्होंने क्रमशः राष्ट्रीय जनता पार्टी (1996) और गुजरात परिवर्तन पार्टी (2012) का गठन किया था. वाघेला ने चार और पटेल ने दो सीटें जीतीं थीं.

‘भाजपा आप उम्मीदवारों पर नामांकन वापस लेने का दबाव बना रही है’-आप के इन आरोपों को रूपाला ने ‘खोखले दावे’ करार दिया. पिछले हफ्ते आप ने भाजपा पर सूरत पूर्व उम्मीदवार कंचन जरीवाला का अपहरण करने का आरोप लगाया, जिन्होंने बाद में ‘पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ आंतरिक संघर्ष’ का हवाला देते हुए अपना नामांकन वापस ले लिया.

रूपाला ने कहा, ‘केजरीवाल अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन उनके खोखले दावों और आरोपों को कौन सुनेगा.

वह कहते हैं, ‘उन्हें याद रखना चाहिए कि अहमदाबाद में हमारे सिविल अस्पताल में दुनिया भर से मरीज इलाज के लिए आते हैं. गुजरात आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा 108 शुरू करने वाले पहले कुछ राज्यों में से एक था. हमारा हेल्थकेयर मॉडल दुनिया के अग्रणी मॉडलों में से एक है. पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत लॉन्च किया जो दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है. यहां तक कि अमेरिका के पास भी ऐसी कोई योजना नहीं है. आप हमारे मॉडल का अनुसरण कर रही है. और हमें ही उपदेश दे रही है, हमें अपना स्वास्थ्य और शिक्षा मॉडल दिखा रही है.’

रूपाला ने कहा, ‘अगर आपको गुजराती लोगों का वोट पाना है, तो उनके गौरव का अपमान नहीं करना चाहिए. इसका उल्टा असर होगा…गुजराती बहुत भावुक लोग हैं. जब चुनाव नहीं होता है, तो आप कहते हो कि गुजरात व्यापार में श्रेष्ठ है, लेकिन चुनाव के दौरान आप गुजराती लोगों का अपमान करते हो, यह सब यहां काम नहीं करेगा.’

प्रधानमंत्री का अभियान, भाजपा के बागी और मोरबी त्रासदी

यह पूछे जाने पर कि चुनाव गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के बारे में है या मोदी के बारे में, क्योंकि पीएम राज्य में भाजपा के अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं, केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘बेशक गुजरात चुनाव सीएम भूपेंद्र पटेल के बारे में है, लेकिन यह प्रधानमंत्री की स्थिति मजबूत करने के लिए भी है. उन्होंने गुजरात और दुनिया में भारत को मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा किया है. जिसने (मोदी) किया है उसे शाबाशी तो देनी पड़ेगी ना.’

उन्होंने कहा, ‘भारत दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में से एक है जबकि अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं का ग्राफ कोविड महामारी के बाद नीचे की तरफ जा रहा है. यह कोई साधारण उपलब्धि नहीं है. गुजराती समुदाय एक व्यवसाय-उन्मुख समुदाय है, वे भारत के आर्थिक विकास के महत्व को समझते हैं… चुनाव सीएम भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में होने जा रहे हैं, लेकिन उन्हें वोट देते समय लोग केंद्र में मोदी के नेतृत्व को ध्यान में रखते हुए भी वोट करेंगे.’

टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में हो रही बगावत, जोकि गुजरात बीजेपी के सामने पहले कभी न आने वाली स्थिति है, के सवाल पर रूपाला ने कहा, ‘यह स्वाभाविक ही है कि जब किसी उम्मीदवार को टिकट नहीं मिलता है, तो वे निराश हो जाते हैं. लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे बात की है और उन सभी को समझाया है कि हम सभी को पार्टी के लिए काम करना है. यही भाजपा की खूबी है कि हर कोई पार्टी के लिए काम करता है. और वैसे भी, एक या दो लोग ही हैं जिन्हें टिकट बंटवारे को लेकर समस्या है, समय आने पर समस्या का सुलझा लिया जाएगा.

30 अक्टूबर को मोरबी पुल ढहने की त्रासदी में 135 लोग मारे गए थे. इस मामले में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है. यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा की संभावनाओं पर यह घटना असर डाल सकती है, रूपाला ने कहा, ‘यह दुर्घटना बहुत दुखद और दर्दनाक थी. मुख्यमंत्री ने एक हाई-पावर कमेटी का गठन किया है. इसके सदस्यों में एक सिविल इंजीनियर, एक विशेषज्ञ, एक वास्तुकार और एक पुलिस अधिकारी शामिल हैं. जांच समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. हमारी सरकार दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. अगर मालिक दोषी पाया गया तो उसे भी सजा दी जाएगी. किसी का पक्ष लेने का सवाल ही नहीं है.’

चुनावों में जीत के प्रति आश्वस्त रूपाला ने 2015 में शुरू हुए पाटीदार आंदोलन का जिक्र किया, जिसने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को चोट पहुंचाई थी. उन्होंने कहा, ‘ अब राज्य सरकार के खिलाफ ऐसा कोई आंदोलन नहीं है. लोग सरकार के काम से संतुष्ट हैं, पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है, काशी गलियारा पूरा हो गया है, और नर्मदा के तट पर सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी स्थापित की गई है – ये मुद्दे भाजपा के लिए एक बड़े स्तर पर काम करेंगे.’

उन्होंने कहा, ‘गुजरात के सीएम के रूप में मोदी जी ने राज्य में जल संकट के मुद्दे को हल किया और पीएम बनने के बाद उन्होंने गुजरात में पाइप जल संपर्क योजना शुरू की. मुझे इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए एक बड़ा जनादेश दिखाई दे रहा है.’

पशुओं के लिए नि:शुल्क टीकाकरण, मोबाइल पशु चिकित्सा वैन

अपने मंत्रालय द्वारा की गई पहलों को सूचीबद्ध करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमने देश भर में जानवरों को खुरपका-मुंहपका जैसी बीमारियों के लिए टीका लगाया गया. अन्य पहल जो हमने पशुपालन और डेयरी में शुरू की हैं, उनमें मोबाइल पशु चिकित्सा वैन की शुरुआत शामिल है. इसके जरिए खासतौर से दूर-दराज के इलाकों में बीमार जानवरों के लिए इलाज की सुविधा उन तक पहुंचाई जाती है.’

‘हमने इस उद्देश्य के लिए एक हेल्पलाइन नंबर, 1962 शुरू की है. अब डॉक्टर और दवा, बस एक फोन कॉल पर दरवाजे पर उपलब्ध कराई जाएगी. देश भर में ऐसी छह हजार वैन लॉन्च की गई हैं.’

(अनुवाद: संघप्रिया मौर्या)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें)


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