scorecardresearch
Saturday, 4 May, 2024
होमराजनीतिदिन में AAP गुजरात प्रमुख, शाम को न्यूज़ शो के होस्ट — इसुदान गढ़वी ‘दोहरी भूमिका’ के लिए तैयार

दिन में AAP गुजरात प्रमुख, शाम को न्यूज़ शो के होस्ट — इसुदान गढ़वी ‘दोहरी भूमिका’ के लिए तैयार

गढ़वी के एक मीडियाकर्मी के रूप में फिर से करियर शुरू करने के साथ, AAP को एक समाचार प्रस्तुतकर्ता के रूप में उनकी लोकप्रियता के आधार पर राज्य में अपने आधार में तेज़ी से गिरावट को रोकने की भी उम्मीद है.

Text Size:

नई दिल्ली: 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के मुख्यमंत्री पद के चेहरे इसुदान गढ़वी किसी अन्य की तरह “डबल रोल” की तैयारी कर रहे हैं.

दिसंबर में आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष, “हफ्ते में कम से कम चार से पांच” दिन प्राइम टाइम समाचार शो को होस्ट करेंगे.

गढ़वी ने मंगलवार को दिप्रिंट को बताया, “मैं घमंड नहीं कर रहा हूं, लेकिन यह सच है कि जब मेरा शो ‘महामंथन’ प्रसारित होता था, तो परिवार और पड़ोसी एक साथ बैठकर इसे देखते थे, जैसे एक समय में लोग ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ देखा करते थे. मैं गारंटी दे सकता हूं कि लॉन्च के तीन महीने के भीतर, मेरा नया शो उतना ही लोकप्रिय होगा.”

गढ़वी के एक मीडियाकर्मी के रूप में फिर से करियर शुरू करने के साथ, AAP को एक समाचार प्रस्तुतकर्ता के रूप में उनकी लोकप्रियता के आधार पर राज्य में अपने आधार में तेज़ी से गिरावट को रोकने की भी उम्मीद है.

गुजराती जनता, खासकर ग्रामीण इलाकों में एक टीवी एंकर के रूप में यह उनका स्टारडम था, जिसने AAP को जून 2021 में न केवल गढ़वी को शामिल करने के लिए प्रेरित किया, बल्कि उन्हें अपने हाई-ऑक्टेन अभियान का चेहरा बनाकर भाजपा और कांग्रेस के प्रभुत्व वाली राज्य की द्विध्रुवीय राजनीति में एक गंभीर चुनौती बनाने के लिए भी प्रेरित किया.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

आप में शामिल होने से पहले गढ़वी ने गुजराती चैनल वीटीवी में न्यूज़ एंकर की नौकरी छोड़ दी थी. उन्होंने कहा, “लेकिन इस बार, मैं दोहरी भूमिका निभाऊंगा. मैं आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई का अध्यक्ष बना रहूंगा. दिन में भी मैं पार्टी के लिए काम करता रहूंगा. शाम को मैं उस मीडिया चैनल के ऑफिस जाऊंगा जो मेरा शो प्रसारित करेगा. यह शायद पहली बार है कि इस तरह की व्यवस्था पर काम किया जा रहा है.”

गढ़वी का अपने पुराने क्षेत्र में लौटने का निर्णय गुजरात में AAP के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आता है, जहां उन्होंने दिसंबर 2022 के विधानसभा चुनावों में 12.92 प्रतिशत वोट शेयर के साथ पांच सीटें हासिल कीं. गढ़वी देवभूमि द्वारका जिले के खंबालिया में भाजपा के अयार मुलुभाई हरदासभाई बेरा से 18,000 से अधिक वोटों से हार गए थे.

पिछले 11 महीनों में गुजरात में आप की उपस्थिति और कम होती दिखाई दी, इसके 11 में से चार उपाध्यक्षों ने पार्टी छोड़ दी. गुजरात में आप के एक प्रमुख आदिवासी चेहरे प्रफुल्ल वसावा ने केंद्रीय नेतृत्व की इस घोषणा का विरोध करते हुए जुलाई में पार्टी से इस्तीफा दे दिया कि वह देश में प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का समर्थन करेगी.

अपनी मुश्किलें बढ़ाते हुए इस महीने की शुरुआत में गुजरात पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों को डराने और हवा में एक राउंड फायरिंग करने के आरोप में आप के गुजरात कार्यकारी अध्यक्ष चैतर वसावा, जो डेडियापाड़ा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां उन्होंने 40,282 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी, के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

वह राज्य के उन गिने-चुने आप नेताओं में से हैं जिनकी लोकप्रिय अपील बरकरार है, जैसा कि हाल ही में उनके द्वारा आठ आदिवासी जिलों में किए गए पैदल मार्च से स्पष्ट हुआ था. वसावा गुजरात सरकार के संविदा शिक्षक भर्ती कार्यक्रम में कथित अनियमितताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.

गढ़वी का दावा है कि टेलीविजन पर लौटने या कम से कम किसी रूप में लौटने का विचार उनके मन में तब आया जब “गुजराती समाचार चैनलों ने आम आदमी पार्टी को प्रसारण के लिए समय देना शुरू कर दिया और यहां तक कि हमारे प्रवक्ताओं को अपने शो में बुलाने से भी इनकार कर दिया”.

उन्होंने कहा, “शुरुआत में मैंने एक यूट्यूब चैनल लॉन्च करने के बारे में सोचा क्योंकि बहुत से टेलीविज़न चैनल मुझे जगह देने का साहस नहीं दिखा रहे थे. बाद में कुछ चैनलों ने दिलचस्पी दिखाई और अब एक चैनल से बातचीत अंतिम चरण में है. पार्टी नेतृत्व भी मुझसे सहमत है कि यह आप के हितों के लिए हानिकारक नहीं होगा.”

अपने पिछले अवतार की तरह, गढ़वी सरकारी भर्तियों में अनियमितताओं से लेकर भूमि अधिग्रहण तक के मुद्दों को उठाकर लोगों के साथ तालमेल बिठाना चाहते हैं जो उनके जीवन को प्रभावित करते हैं. उन्होंने दावा किया, “लेकिन मुझे इस बात का ध्यान है कि मैं अब एक राजनेता हूं. इसलिए मेरे शो में पैनलिस्ट के रूप में राजनेता नहीं होंगे. मैं यथासंभव वस्तुनिष्ठ रहूंगा.”

अगस्त में गढ़वी ने यह घोषणा करके हलचल मचा दी थी कि 2023 के लोकसभा चुनाव के लिए AAP और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा हो रहा है, लेकिन कांग्रेस ने इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि अभी कोई फैसला लेना जल्दबाजी होगी.

फिलहाल गढ़वी ने अपनी प्राथमिकताएं तय कर ली हैं. गढ़वी ने कहा, “मैं नए शो के लिए ‘शंखनाद’, ‘ललकार’ सहित कुछ नाम तलाश रहा हूं. हालांकि, मुझे अभी तक एक नाम को अंतिम रूप देना बाकी है, लेकिन यह शो तीन महीने के भीतर मेरे पिछले शो जितना ही लोकप्रिय होगा, मैं इसकी गारंटी दे सकता हूं.”

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: गुजरात में अरविंद केजरीवाल वन मैन आर्मी नहीं, तीन नए पोस्टर बॉय भी AAP की जमीन मजबूत करने में जुटे


 

share & View comments