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Friday, 22 November, 2024
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‘कोरोना मैनेजमेंट का UP मॉडल’- 5 पेज, 60 बुलेट पॉइंट के जरिए UP BJP का ‘डैमेज कंट्रोल’

यूपी बीजेपी योगी सरकार पर 'कोविड कुप्रबंधन' को लेकर विपक्ष के लगातार निशाने का मुकाबला करने के लिए एक बुकलेट बांटने की तैयार में है.

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लखनऊ: भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई ने विपक्ष की तरफ से योगी आदित्यनाथ सरकार पर ‘कोविड कुप्रबंधन’ को लेकर लगातार लगाए जा रहे आरोपों का आक्रामकता के साथ जवाब देने का फैसला किया है.

पार्टी 60 बुलेट प्वाइंट वाली पांच पेज की बुकलेट बांटने की तैयारी में है जिसमें अन्य बातों के अलावा दावा किया गया है कि अप्रैल-मई में दूसरी लहर के दौरान रिकॉर्ड संख्या में कोविड टेस्ट कराए गए. इसमें कहा गया है कि इस सरकार ने आर्थिक गतिविधियां जारी रखने की अनुमति दी, जबकि अन्य राज्यों ने दूसरी लहर के बाद सख्त लॉकडाउन लागू किया था और यह भी बताया गया है कि ‘दूसरी कोविड की लहर के दौरान’ किसानों को 1,000 रुपये की मदद दी गई.

भाजपा के एक पदाधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि यह दस्तावेज उन बैठकों के बाद तैयार किया गया है, जो पार्टी महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष ने कम से कम 15 मंत्रियों, वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ की थीं. ये बैठकें 21 और 22 जून को हुई थीं.

पदाधिकारी ने बताया कि ‘कोरोना मैनेजमेंट का यूपी मॉडल’ शीर्षक वाली यह बुकलेट संगठन के वरिष्ठ नेताओं, कैबिनेट मंत्रियों और कई प्रवक्ताओं के बीच वितरित की जाएगी.

वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, ‘यह बुकलेट अप्रैल-मई में विपक्ष की तरफ से कोविड कुप्रबंधन को लेकर बनाई गई धारणा का मुकाबला करने के लिए तैयार की गई है. इसे फिलहाल वितरित नहीं किया गया है. हम इसे एकदम निचले स्तर पर जिला अध्यक्षों से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के बीच वितरित करने की योजना बना रहे हैं.’


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सबसे अधिक टेस्ट, बेहतर ऑक्सीजन प्रबंधन और ज्यादा कोविड वार्ड

इस बुकलेट, जिसकी एक पीडीएफ प्रति दिप्रिंट के पास है, के मुताबिक राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति दूसरी लहर के बीच 250 मीट्रिक टन (एमटी) से बढ़ाकर अब 1000 मीट्रिक टन कर दी गई है. हालांकि इस संबंध में बुकलेट में तारीखों का जिक्र नहीं है.

इसमें यह दावा भी किया गया है कि इस समय सरकार ने कोविड-19 के लिए 73,441 निगरानी समितियों में चार लाख पेड वालंटियर नियुक्त कर रखे हैं.

बुकलेट में आगे बताया गया है कि सभी 75 जिलों में पोस्ट कोविड वार्ड स्थापित किए गए हैं, साथ ही महामारी फैलने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा अप्रैल में नियुक्त ‘टीम-9’ की तरफ से उठाए गए कदमों को भी ‘रेखांकित’ किया गया है.’ ‘टीम-9’ चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों का एक समूह है.

इसके अलावा, राज्य में कम टेस्टिंग के विपक्ष के आरोपों को भी इस बुकलेट में निराधार बताया गया है. इसके दूसरे पृष्ठ में दावा किया गया है कि अप्रैल 2020 से जून 2021 तक यूपी में 5.6 करोड़ से अधिक कोविड टेस्ट किए गए, जो आंकड़ा ‘जनसंख्या के 30 प्रतिशत से अधिक है.’

बुकलेट के मुताबिक, ‘जून के पहले हफ्ते में एक दिन में तीन लाख से अधिक टेस्ट किए गए जो एक रिकॉर्ड है. अप्रैल 2020 से जून 2021 के बीच 97,000 से अधिक गांवों में स्क्रीनिंग की गई.’

आर्थिक मोर्चे पर, भाजपा का कहना है कि यूपी ने व्यावसायिक गतिविधियों को ध्यान में रखकर ही ‘कोरोना कर्फ्यू’ का विकल्प अपनाया.

बुकलेट में यह भी दावा किया गया है कि योगी सरकार ने ‘एक साल में सबसे ज्यादा गेहूं खरीद का रिकॉर्ड’ बनाया है. यूपी ने 1 अप्रैल से 12 जून के बीच 11.54 लाख से ज्यादा किसानों से करीब 51.05 लाख टन गेहूं खरीदा है.

यूपी भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘पिछले तीन महीनों के दौरान समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से कोविड प्रबंधन को लेकर भाजपा सरकार पर लगातार हमले किए जाते रहे हैं और हमने उस पर ज्यादा कोई जवाब नहीं दिया. हमारे पास तब उनके आरोपों का जवाब देने के लिए ये 60 बुलेट पॉइंट नहीं थे. अब हम बात करेंगे कि इस चरण में सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं की तरफ से कितना कुछ किया गया है.

एक अन्य वरिष्ठ नेता ने दिप्रिंट को बताया कि राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने हाल ही में यूपी के शीर्ष नेताओं के साथ जूम मीटिंग के दौरान दस्तावेज की जरूरत और इसे वितरित करने के तरीकों को रेखांकित किया.

दूसरे वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘उन्होंने केंद्र सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया और सभी से कहा कि हर एक कार्यकर्ता तक पहुंचें और उन्हें राज्य सरकार और पार्टी के प्रयासों के बारे में अवगत कराएं. इसके बाद वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय की मदद से यह दस्तावेज तैयार किया.’

उन्होंने कहा, ‘हमें यह दस्तावेज सर्कुलेट करने के साथ ही यह बताने को भी कहा गया है कि कई देश और राज्य भी कोविड प्रबंधन में नाकाम रहे हैं. हमने तो फिर भी बहुत बेहतर काम किया है, जबकि यूपी अत्यधिक आबादी वाला राज्य है. हमारे जो कार्यकर्ता कोरोना में निराश हो गए थे, उन्हें खासतौर पर यह दस्तावेज पढ़कर बताने को बोला गया है.’

बी.एल. संतोष की बैठकों का असर

यूपी के एक तीसरे वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि इस दस्तावेज की तैयारी को मूलत: 21 और 22 जून को संतोष की बैठकों से जोड़ा जा सकता है.

पार्टी महासचिव (संगठन) कोविड से निपटने के योगी सरकार के तरीकों, जिसकी खासी आलोचना हो रही थी, की समीक्षा और 2022 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने के संबंध में लखनऊ आए थे.

तीसरे नेता ने कहा, ‘उन बैठकों में तय किया गया कि डैमेज कंट्रोल के लिए तीन चीजें करनी होंगी. सबसे पहले तो वरिष्ठ नेता उन पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के घरों का दौरा करेंगे, जिन्होंने कोविड के कारण अपने परिवार के सदस्यों को गंवाया है. कोविड की दूसरी लहर के दौरान सरकार और पार्टी के प्रयासों को रेखांकित करते हुए एक दस्तावेज तैयार किया जाएगा. तीसरा, पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी सरकारी पहल और विभिन्न योजनाओं को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा करेंगे.’

उक्त नेता ने कहा कि बी.एल. संतोष के दौरे के बाद से पार्टी के महासचिव (संगठन) सुनील बंसल, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी योगी सरकार की विभिन्न पहल से जुड़ी जानकारियां सोशल मीडिया पर साझा करते रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘यह बी.एल. संतोष की बैठकों का ही असर है.’

पार्टी के एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि यह सब अगले साल प्रस्तावित चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों का हिस्सा है.

पदाधिकारी ने कहा, ‘हमारी पार्टी का फोकस फिलहाल विधानसभा चुनावों पर है. हमने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है. अब सरकार और संगठन के बीच की खाई को पाटने का प्रयास किया जा रहा है. इससे 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सबको एकजुट रखने में मदद मिलेगी.’


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