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Thursday, 12 December, 2024
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‘4 बेगम, 36 बच्चे नहीं चलेंगे’ — राजस्थान के BJP विधायक बालमुकुंद ने की जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग

जयपुर के हवा महल क्षेत्र के विधायक ने कहा कि वे इस बारे में राज्य सरकार को पत्र लिखेंगे. कई पत्नियां और बच्चे रखने वाले एक खास ‘समाज’ पर निशाना साधते हुए उन्होंने यह भी कहा कि सभी के लिए समान कानून होने चाहिए.

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नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा एक समान जनसंख्या नीति के हिस्से के रूप में दो बच्चों के मानदंड पर जोर दिए जाने के कुछ दिनों बाद, राजस्थान के हवा महल से भाजपा के तेज़तर्रार विधायक बालमुकुंद आचार्य ने इसी तरह की नीति की वकालत की और कहा कि “चार बेगम और 36 बच्चे” की अनुमति नहीं दी जाएगी.

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में आचार्य को एक खास समुदाय पर निशाना साधते हुए सुना जा सकता है, जिसमें वो कह रहे हैं कि देश की जनसंख्या की स्थिति खराब हो रही है और जनसंख्या नियंत्रण कानून को तत्काल लागू करने की मांग कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, “चार बेगम और 36 बच्चे अब नहीं चलेंगे. पिछले कई सालों से मैं लगातार मांग कर रहा हूं कि ‘एक देश के लिए एक कानून’ होना चाहिए. पहले जब हम जम्मू-कश्मीर जाते थे तो हमसे पूछा जाता था कि क्या हम भारत से हैं. उस समय हमें दर्द महसूस होता था. आज अनुच्छेद-370 हटने के बाद जो कानून पूरे देश में लागू हो रहा है, वही जम्मू-कश्मीर में भी लागू हो रहा है.”

पिछले हफ्ते राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि एक वर्ग के लोग सरकार के जनसंख्या नियंत्रण प्रयासों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

सीएम ने कहा था, ‘‘यह अभियान अलग है, इसमें सभी को शामिल होना चाहिए, लेकिन हम एक वर्ग में कोई बदलाव नहीं देखते हैं. बढ़ती जनसंख्या के दबाव के बावजूद इसमें कोई सुधार नहीं हुआ है. हमें ऐसे लोगों को जागरूक करने की ज़रूरत है कि अगर भविष्य में जनसंख्या बढ़ी तो कई समस्याएं बढ़ जाएंगी.’’

राजस्थान के भाजपा विधायक ने कहा है कि जनसंख्या वृद्धि एक बड़ा मुद्दा है और इससे असंतुलन भी हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘एक समाज ऐसा है जिसकी चार पत्नियां और 36 बच्चे हैं. सदन (राजस्थान विधानसभा) में ऐसे लोग हैं, जिनकी तीन से चार पत्नियां हैं. अधिकांश लोगों की एक पत्नी और अधिकतम दो बच्चे हैं, जबकि अन्य वर्ग किसी तरह चार पत्नियां और 36 बच्चे पैदा करने के काम में लगा हुआ है. यह गलत है. सभी के लिए समान कानून होने चाहिए.”

आचार्य ने कहा कि देश में जल्द ही ‘एक देश, एक कानून’ लागू होना चाहिए और उन्होंने बताया कि उन्होंने राजस्थान में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग पहले ही उठाई है और राज्य सरकार को पत्र लिखेंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं केंद्र के सामने भी इस मुद्दे को उठाऊंगा और उनसे इस कानून को लागू करने का आग्रह करूंगा.’’
आचार्य ने कहा कि सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी को लाभ और कल्याणकारी योजनाएं प्रदान कर रही है.
उन्होंने कहा, “जब राम और रहीम को बिना किसी भेदभाव के लाभ दिया जा रहा है, तो सभी के लिए समान कानून क्यों नहीं होने चाहिए? देश को आगे बढ़ने की ज़रूरत है और हमें अपना काम करना होगा.”

उन्होंने कहा, “इस देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून होना चाहिए और सभी को इसका सम्मान करना चाहिए.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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