एक बूढ़े होते रजनीकांत को 2.0 जैसी बहुत ही महंगी फिल्मों में सफलता की ऊंचाई पाने के लिए कितने पापड़ बेलने पड़ रहे हैं
रजनीकांत की नई पेशकश 2.0 में सबसे खास स्पेशल अफेक्ट रोबोट की फौज, विशालकाय मोबाइल फोन चील या रोबोच नुमा एमी जैकसन नहीं हैं. 2.0 का सबसे चकाचौंध वाला स्पेशल अफेक्ट रजनीकांत स्वयं हैं- उनकों इतना जवान बना दिया गया है जितना हम सब अपने सुपरस्टार को देखना चाहते हैं.
बॉली/टॉली/कॉलीवुड में सुपरस्टार चाहे सस्ते में मिल जाएं पर इस दुनिया में एक ही थलयवर है. हममें से कई दक्षिण भारत से नहीं आते तो उनको और उनके जलवे को समझ नहीं पाते. हम उनकी तुलना दूसरे सुपरस्टार्स से करना चाहते है – जैसे जैकी चैन या अमिताभ बच्चन. पर रजनीकांत एक दूसरे ही खेत की मूली हैं. एक लेख में उन्हें ‘भारत का आखिरी सुपरस्टार’ बताया गया. समाजशास्त्री शिव विश्वनाथन कहते हैं ‘ रजनीकांत का जादू ये है कि वो आपके पड़ोस के आदमी सा है जो पड़ोस का भगवान भी हो सकता हैं. ’
अमिताभ बच्चन उनकी तुलना में एक सुपरब्रांड है. चाहे उनके जन्मदिन पर हज़ारों उनके घर के बाहर खड़े हो जाए पर वो उतनी ही तेज़ी से उनकी फिल्म ठग्स ऑफ हिंदुस्तान को नकार देंगे क्योंकि वो उनके नायक होने के मुरीद है पर उनकी एक्टिंग से बोर हो गए है और स्पेशल अफेक्ट से भी उनकों कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.
पर जब रजनीकांत की एथीरन रिलीज़ हुई थी, लाइन में खड़े उनके एक फैन ने ओपन मैगज़ीन को बताया, ‘ये फिल्म के बारे में नहीं हैं, कहानी के बारे में नहीं हैं, ये उनके बारे में हैं. ’उनके फैन होने पर भी एक फिल्म हैं, फॉर द लव ऑफ ए मैन जिसका प्रीमियर वेनिस में हुआ था.
यही पर फर्क नजर आता है. पर 2.0 का ट्रेलर दिखाता है कि एक बुढ़ाते रजनीकांत को उड़ने के लिए अब और भी महंगी फिल्मों का सहारा लेना पड़ रहा हैं. पर्दे पर उनका अवतार आग उगलते शस्त्रों के चक्र में खड़े होकर वादा करता हैं, ‘ मैं पर्दे पर आग लगा दूंगा.’ पर हर बार उनको पहले से ज़्यादा ऐसा करने में मेहनत करनी पड़ रही हैं.
2011 में रजनीकांत राना की शूटिंग के दौरान बीमार पड़ गए थे. ये उनकी बेटी द्वारा निर्मित फिल्म थी जो भूतकाल में स्थित थी. वे अस्पताल के अंदर बाहर करते रहे और साथ ही अफवाहों का बाज़ार गर्म रहा कि वे कुछ खाने से बीमार पड़े, थकावट से, ब्रॉन्काइटिस से, गुर्दे के रोग से या किडनी फेलियर से. वे चेन्नई से सिंगापूर गए. प्रधानमंत्री उनसे मिलने गए. रजनीकांत ने एक चार मिनट का डिजीटली रिकार्ड किया गया संदेश अपने फैन्स को आश्वस्त करने के लिए भेजा. पर अंत में राना को बंद करना पड़ा. अब 2.0 जिसे $76 मिलियन में बनाया गया है और जिसे भारत में अब तक की बनी सबसे महंगी फिल्म बताया जा रहा है. पर जितनी धुलाई ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की हुई थी, उससें इस फिल्म की सफलता को लेकर इसमें पैसा लगाने वालों के दिल धड़क तो रहे होंगे.
2.0 वो कर पाएगी जो ठग्स नहीं कर पाई. रजनीकांत की रजनी मक्कल मंदरम ( आरएमएम) फैन्स उनहें अमिताभ बच्चन और आमिर खान जैसों से अलग लीग में खड़ा कर रहे हैं, ये बस स्टार है भगवान स्वरूप नहीं.
पर जो बात रजनीकांत की खास है जोकि दूसरे बढ़े हो रहे सितारों से उन्हें अलग खड़ा करती है वो ये कि उनकी ये कोशिश कभी नहीं रहती की असल जीवन में वे जैसे है वैसे ही फिल्मी स्क्रीन पर दिखें. असल जीवन में वे अपनी उम्र के कई और लोगों सरीखें दिखते हैं- गंजे, चश्मा पहने और शायद सफारी सूट पहने. उनको ये ज़रूरत महसूस नहीं होती कि वो अपने फैंस से उस रूप को छुपाएं. उनको पूरा विश्वास है कि उनकी फिल्मों के रस में वो इतना रम जायेंगे कि उनकी नज़र में वे फिर रजनी सुपरस्टार बन जाएंगे और उनके दर्शक ये भी भूल जायेंगे या फिक्र नहीं करेंगे कि उनके बाल भी नकली हैं.
इस लेख का अंग्रेजी से अनुवाद किया गया है. मूल लेख को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.