दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
आलोक निरंतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नियंत्रण वाले नए केंद्रीय मंत्रिमंडल पर तंज करते हुए कहते हैं कि इस मंत्रिमंडल में मैं ही थोड़ा अलग लग रहा हूं. बता दें कि कैबिनेट में उन्होंने सिर्फ मोदी की फोटो बनाई है और अमित शाह को भी अलग से बैठाया है.
नाला पोनप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की दुविधा पर कटाक्ष करते हैं. उनको मंत्रिमंडल का विस्तार करना है या फिर फेरबदल करना है.
मोदी सरकार ने दूसरी कार्यकाल की शपथ ली है कीर्तीश भट्ट एक आम आदमी को दर्शाते हैं कि वह राष्ट्रपति से आग्रह करता है कि वे नए शासन से सुनिश्चित करवाएं कि विमुद्रीकरण जैसी नीतियों को लागू नहीं किया जाए.
टाइम मैगज़ीन ने भारी बहुमत से मोदी के सरकार में वापसी को देखते हुए पलटी मार ली है जिसे बड़े ही खास अंदाज से प्रेषित किया गया है. पत्रिका ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एकजुट किया है दशकों से उस तरह से किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं किया है. नीलाभ बनर्जी टाइम मैगज़ीन के रुख में बदलाव पर प्रकाश डालते हैं , जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ हफ्ते पहले डिवाईडर इन चीफ कहा था.
इरफान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रवाद के सहारे संसद की सवारी करते हुए दर्शाते हैं और लोकसभा चुनाव में उन्होंने बेरोजगारी और कृषि संकट जैसे मुद्दों की भी अनदेखी की है.
पिछले सप्ताह मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा के उदाहरणों का हवाला देते हुए स्वाथि वदलामुडी प्रधानमंत्री मंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के नारे पर आक्रोश प्रकट करती हैं.
कार्ल मार्क्स का हवाला देते हुए हेमंत मोरपारिया ने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद केरल की नास्तिक ’सीपीएम’ पार्टी का मज़ाक उड़ाते हैं.
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