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Tuesday, 5 November, 2024
होमलास्ट लाफममता बीरभूम से पहले गुजरात, बिहार और यूपी की 'फाइल्स' चाहती हैं और 'शॉर्ट मेमोरी' के फायदे

ममता बीरभूम से पहले गुजरात, बिहार और यूपी की ‘फाइल्स’ चाहती हैं और ‘शॉर्ट मेमोरी’ के फायदे

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए पूरे दिन के सबसे अच्छे कार्टून

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के फीचर्ड कार्टून में संदीप अध्वर्यु ने बीरभूम नरसंहार पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी करते हुए कश्मीर से पंडितों के पलायन के बारे में फिल्म द कश्मीर फाइल्स का जिक्र किया है. बंगाल के बीरभूम जिले के एक गांव में सोमवार रात तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक स्थानीय नेता की कथित तौर पर हत्या के बाद हुए हमले में घरों में कथित आग लगाने से आठ लोगों की मौत हो गई थी. हमले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए ममता ने कहा था कि इस तरह की घटनाएं कई अन्य राज्यों – उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में ज्यादा आम थीं.

आलोक निरंतर | Twitter/@caricatured

आलोक निरंतर बीरभूम हिंसा पर ममता की प्रतिक्रिया पर तंज कस रहे हैं. उन्होंने गांव, बगतुई का दौरा किया और शोक व्यक्त कर, परिजनों को वित्तीय मुआवजे की पेशकश करने के बाद ममता ने यह भी दावा किया कि यह घटना उसके राज्य को बदनाम करने के लिए एक ‘बड़ी साजिश‘ थी.

साजिथ कुमार | Deccan Herald

साजिथ कुमार ने इस महीने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव पूरे होने के तुरंत बाद ईंधन और एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी की ओर इशारा किया है. नवंबर से ईंधन की कीमतें स्थिर थीं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चार राज्यों में जीत हासिल की. लेकिन फ्रीज से पहले, सरकार के पास ईंधन कर बढ़ाने का रिकॉर्ड था, जिससे अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की लागत कम होने पर भी कीमतें बढ़ गईं.

ई.पी उन्नी | The Indian Express

ई.पी उन्नी भी ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी पर ध्यान खींचने की कोशिश कर रहे हैं.

कीर्तिश भट्ट | BBC News Hindi

कीर्तिश भट्ट ने भी टिप्पणी की कि लगभग साढ़े चार महीने के अंतराल के बाद विधानसभा चुनावों के बाद ईंधन की कीमतों में कैसे वृद्धि हुई है. वह चुनाव आयोग के एक परेशान अधिकारी को यह शिकायत करते हुए दिखा रहे हैं कि कोई शख्स बार-बार फोन कर रहा है पूछ रहा है कि अगला चुनाव कब होगा.

आर. प्रसाद | Economic Times

आर. प्रसाद रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख पर अमेरिका की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि क्वाड के अन्य सदस्यों की तुलना में भारत की स्थिति ‘कुछ हद तक अस्थिर‘ रही है. इस बीच, बातचीत के लिए नई दिल्ली मौजूद राज्य की अंडर्सेक्रिटेरी विक्टोरिया नुलैंड ने कहा था कि वाशिंगटन रूसी उपकरणों पर भारत की निर्भरता को समझता है. वहीं, प्रसाद 1980 के दशक के ईरान-कॉन्ट्रा घोटाले की ओर इशारा कर रहे हैं, जब अमेरिकी अधिकारियों ने गुप्त रूप से एक दुश्मन, ईरान को हथियार बेचे और निकारागुआ में कॉन्ट्रा विद्रोहियों को धन देने के लिए आय का उपयोग किया.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

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