scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमलास्ट लाफएआईएडीएमके आपत्ति के बावजूद करुणानिधि का मरीना बीच पर अंतिम संस्कार और भयानक शेल्टर होम

एआईएडीएमके आपत्ति के बावजूद करुणानिधि का मरीना बीच पर अंतिम संस्कार और भयानक शेल्टर होम

Text Size:

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून

चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।

सतीश आचार्य । मेल टुडे

जियो और मरने दो

कार्टूनिस्ट सतीश आचार्य ने देर से द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि के अंतिम संस्कार पर राजनीति का मज़ाक उड़ाया। मद्रास उच्च न्यायालय ने मरीना बीच पे अंतिम संस्कार के लिए के लिए जगह की अनुमति दी, जिसका प्रारंभिक रूप से सत्ताधारी दल, एआईएडीएमके द्वारा विरोध किया गया था।

आर.प्रसाद । इकोनॉमिक टाइम्स

पुरानी कहावतें

करुणानिधि के अंतिम संस्कार पर राजनीति के संदर्भ में आर प्रसाद ने कहा, ” “पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे ख़राब,खेलोगे-कूदोगे तो बनोगे नवाब “” के बीच समानांतर चित्रण करते है।

इरफ़ान । ट्विटर

डर,डर

पुलिस ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के देवरिया के एक आश्रय घर से 24 लड़कियों को बचाया,10 साल की लड़की भागने के बाद बच निकली और उसने अपने कष्ट (अग्निपरीक्षा )के बारे में सूचित किया। बिहार के मुजफ्फरपुर में हाल के मामलें के बाद, इरफान दर्शाते है की कैसे आश्रय घर लड़कियों के लिए डरावने घर बन गए हैं।

हेमंत मोरपारिया । ट्विटर

अंदर और बाहर

हेमंत मोरपारिया असम में नागरिक राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी ) पर तंज करते हैं, जिसमें लोगों को इन-डियन और आउट-साइडर के रूप में वर्गीकृत करने वाले अधिकारी को दर्शाते हैं।

सुहैल नक्शबंदी | ट्विटर

न्याय के लिए एक आवाज़

सुहैल नक़्शबंदी ने कठुआ गैंगरेप और हत्या मामले में एक प्रमुख गवाह तालिब हुसैन के मामले को दर्शाया है, जिसने दावा किया है कि कथित नकली बलात्कार के मामले में उससे जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा हिरासत में अत्याचार किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने हुसैन की याचिका का जवाब दिया है और राज्य सरकार से प्रतिक्रिया मांगी है।

संदीप अध्वर्यु । द टाइम्स ऑफ़ इंडिया

जिंदगी से भी बड़ा

संदीप अध्वर्यु अदभुत जीवन के लिए करुणानिधि और जे. जयललिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिसमें दर्शाया गया है कि तमिलनाडु में कमल हसन और रजनीकांत समेत राजनेताओं को वर्तमान में लोगों के सामने आने से पहले लंबा सफर तय करना है और जब तक लोग इनको देखें जिस तरह से उन्होंने दिवंगत नेताओं के साथ किया।

Read in English : Karunanidhi’s Marina beach burial despite AIADMK objection, and shelter-home horrors

share & View comments