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Sunday, 22 December, 2024
होमलास्ट लाफवादों का मेल और आदमी का 'धीरे-धीरे कम होता विश्वास'

वादों का मेल और आदमी का ‘धीरे-धीरे कम होता विश्वास’

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं. जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के विशेष रूप से प्रदर्शित कार्टून में, सतीश आचार्य ने राहुल गांधी को उनकी संसदीय सदस्यता फिर प्राप्त होने पर उन्हें महात्मा गांधी के साथ प्रतिष्ठित वाक्यांश “सत्यमेव जयते” साथ दर्शाया गया है.

साजिथ कुमार अपने कार्टून में संसद सदस्य के तौर पर राहुल की वापसी पर राजनेताओं का व्यंग्यपूर्ण चित्रण कर रहे हैं, जैसा कि वे दिखा रहे हैं कि नेता जनता का ध्यान भटकाने के लिए चीजों के दाम बढ़ाने की एक और रणनीति की तलाश में हैं. वह अचानक मूल्य वृद्धि पर महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के रूप में व्यंग्य कर रहे हैं.

संदीप अध्वर्यु ने पृष्ठभूमि में एक टूटी हुई दीवार के साथ खड़े एक परेशान आम आदमी को चित्रित करते हैं, एक तरफ, सरकार की बातें यह आश्वासन देती हैं कि धार्मिक संदर्भों में अयोध्या जैसी स्थिति दोहराई नहीं जाएगी. दूसरी ओर, उसी आम आदमी को दिल्ली के शासन जैसे संवैधानिक ढांचे के साथ ऐसा न होने के दावा करने वाली बात के साथ नष्ट होती दीवार के सामने दिखाते हैं, यह कार्टून वादों के समानांतर मेल का प्रतीक है.

(इन कार्टून्स को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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