दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
(चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है.)
मंजुल अपने कार्टून में यह सुझाव देते हैं कि एमजे अकबर की यौन उत्पीड़क के रूप में प्रतिष्ठा बन गयी है अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे नाता नहीं तोड़ा होता तो उनकी छवि को काफी नुक़सान पंहुचा होता.
लेडी जस्टिस सबरीमाला मंदिर में साड़ी पहन कर समानता के अधिकार का प्रयोग करने के लिए जा रही थी. अंधविश्वास के कारण रुक गयी. यहां पर भक्त को अंधविश्वास से जुड़ी कई चीजों के आस -पास कई घिरा हुआ दिखाया गया है.
संदीप अध्वर्यु दशहरा पर टिप्पणी करते हैं कि कैसे ‘रावण’ को हमेशा के लिए जीवित रखना धर्म और राजनीति के गठजोड़ में पारस मणि की तरह है.
2019 अभियान शुरू होते ही, मोदी की आंखें राम मंदिर के वादे पर टिक गयी हैं अन्य प्रासंगिक मुद्दों को 2022 के एजेंडे में धकेल दिया गया है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के वार्षिक विजय दशमी भाषण के बाद यह कार्टून आया, जहां पर 4 वर्षों में पहली बार उन्होंने कहा कि राम मंदिर भारत की एकता के लिए आवश्यक है.
हेमंत मोरपारिया केरल में सबरीमाला मुद्दे पर कांग्रेस नेता शशि थरूर की दुविधा पर तंज करते हैं.
रावण का पुतला बढ़ते पेट्रोल और डीज़ल के मूल्य को बता रहा है.वह आश्चर्य करता है कि कोई भी उसे जलाने के लिए क्यों नहीं आ रहा है.
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