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Saturday, 4 May, 2024
होमलास्ट लाफटैक्स देने वालों के पैसों से चल रहा है नेताओं का 'रोड शो', रानी के मुकुट में नहीं दिखा कोहिनूर

टैक्स देने वालों के पैसों से चल रहा है नेताओं का ‘रोड शो’, रानी के मुकुट में नहीं दिखा कोहिनूर

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.

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दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं.जैसे- प्रिंट मीडिया, ऑनलाइन या फिर सोशल मीडिया पर.

आज के फीचर कार्टून में, नाला पोनप्पा ब्रिटेन द्वारा कोहिनूर हीरे के अपने औपनिवेशिक लूट के अधिग्रहण पर कटाक्ष करते हैं. उनके कार्टून में “कोहिनूर ज्वैलर्स” नाम की एक बंद दुकान को दर्शाया गया है, जिस पर लिखा है “हम चार्ल्स III लंदन राज्याभिषेक में हैं”. हालांकि, 105 कैरेट का विवादास्पद स्पार्कलर 6 मई के उत्सव में दिखाई नहीं दिया क्योंकि इसे रानी कैमिला के बैंगनी मुकुट से बाहर रखा गया था.

सतीश आचार्य/ Twitter/@satishacharya

सतीश आचार्य ने आगामी कर्नाटक चुनाव से पहले बेंगलुरु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में आयोजित रोड शो पर ध्यान आकर्षित किया है. भाजपा ने मूल रूप से मोदी के लिए 8 घंटे के मार्च की योजना बनाई थी लेकिन बाद में इसे दो भागों में विभाजित कर दिया. कार्टूनिस्ट कहते हैं कि टैक्स का पैसा कैसे रोड शो जैसे आयोजनों में खर्च किया जा रहा है.

मीका अज़ीज़/ Twitter/@MikaAziz

मीका अज़ीज़ का कार्टून राकांपा प्रमुख शरद पवार के हालिया इस्तीफे के ड्रामे को हास्यास्पद बता रहे हैं – कैसे उन्होंने अचानक से अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया और तीन दिनों के भीतर अपना फैसला वापस ले लिया. कार्टून बताता है कि पवार ने राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने के लिए इस्तीफा दिया था.

साजिथ कुमार / twitter/@sajithkumar

साजिथ कुमार इंग्लैंड में किंग चार्ल्स III के हाल में हुए राज्याभिषेक के साथ दर्शा रहे हैं और इसकी तुलना आगामी कर्नाटक चुनाव से कर रहे हैं.

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आर. प्रसाद/ Twitter/@rprasad66

आर. प्रसाद मध्य प्रदेश में फिल्म “द केरला स्टोरी” को टैक्स फ्री किए जाने पर अपनी राय दे रहे हैं. यह इस तथ्य का भी मज़ाक उड़ाते हैं कि फिल्म निर्माताओं ने अंततः यह दिखाने के लिए ट्रेलर को बदल दिया कि तीन लड़कियों को गुप्त रखा गया था. पहले ट्रेलर ने यह संख्या 32,000 थी.

चौहान ने कहा कि फिल्म ‘लव जिहाद’, धर्मांतरण और आतंकवाद की साजिशों को उजागर करती है और चूंकि यह ‘जागरूकता’ भी पैदा करती है, इसलिए सभी को इसे देखना चाहिए.

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