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Tuesday, 24 September, 2024
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सुनिश्चित करेंगे कि युवाओं को आतंकवाद से दूर रखा जाए : दिलबाग सिंह

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जम्मू, 22 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा बल सुनिश्चित करेंगे कि युवाओं को आतंकवादियों के चंगुल से दूर रखा जाए। इस बीच, हाल ही में आतंकवादियों से जुड़ने वाला 17 वर्षीय एक किशोर मुठभेड़ के बीच बारामूला के एक घर में छिपा हुआ है।

किशोर की पहचान मध्य कश्मीर के बडगाम के अरिपंथन गांव के फैसल हाफिज के रूप में हुई है और उसकी मां ने एक दिन पहले ही भावुक अपील की कि वह बाहर निकल कर आत्मसमर्पण कर दे।

लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर यूसुफ कांतरू सहित चार आतंकवादी उत्तरी कश्मीर के एक गांव में पहले ही ढेर कर दिए गए हैं, जहां बृहस्पतिवार को मुठभेड़ शुरू हुई थी। हाफिज के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। यूसुफ कांतरू घाटी में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले आतंकवादियों में से एक था।

हाफिज की मां की अपील के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियां ​​​​कश्मीर में ‘युवाओं के दिमागों को प्रदूषित करने’ में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। सिंह ने कहा, ‘हमने कई मामलों में सुनिश्चित किया है कि मुख्यधारा और पढ़ाई से भटक चुके ऐसे लोगों को वापस लाया जाए और उन्हें उनके परिवारों से मिलवाया जाए। हम कई मामलों में सफल हुए हैं।’

उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस हाफिज के परिवार के सदस्यों को मालवा लेकर आई, जिसके बाद उन्होंने उससे आत्मसमर्पण करने को कहा।

घर में फंसे लोगों के बारे में सिंह ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह चार से पांच आतंकवादियों का एक समूह था और उनमें से कुछ बहुत कट्टर आतंकवादी हैं तथा उनमें एक या दो पाकिस्तानी भी हो सकते हैं।’

हाफिज के बारे में उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि उन्होंने (अन्य आतंकवादियों ने) उन्हें आने की अनुमति नहीं दी हो और वह उनके चंगुल से नहीं निकल सका है। ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जहां परिवार काफी परेशान हैं।”

सिंह ने कहा कि जब भी कोई किशोर घाटी से लापता होता है, तो उसके अभिभावक पुलिस से मदद की गुहार लगाते हैं। उन्होंने कहा, “वे लोग आतंकवादी संगठनों से यह कहते हुए भी अपील करते हैं कि उनका लड़का निर्दोष है। उन्हें किसी भी प्रकार की हिंसा में कोई दिलचस्पी नहीं है। लोग इसे दर्ज कर रहे हैं और हम लोगों के साथ हैं… हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास जारी रखेंगे कि युवाओं को आतंकवादियों के चंगुल से दूर रखा जाए।’’

भाषा अविनाश दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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