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Saturday, 28 September, 2024
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मेवानी की गिरफ्तारी पर कांग्रेस का आरोप: ‘शहंशाह घबरा गए हैं’

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नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी की असम पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी को ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि इस घटनाक्रम से स्पष्ट होता है कि ‘शहंशाह’ घबरा गए हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘ (नरेंद्र) मोदी जी, आप विरोध के स्वर को सरकारी मशीनरी का उपयोग कर कुचलने का प्रयास कर सकते हैं। लेकिन सच को कभी कैद नहीं कर सकते।’’

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शहंशाह घबरा गये हैं। गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी जी को असम पुलिस रातों-रात गिरफ्तार कर ले जाती है। इस घबराहट का, इस छटपटाहट का संदेश भी है और चिह्न भी है।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या इस देश में अब साम्प्रदायिक सौहार्द्र की अपील करना और प्रधानमंत्री से धर्म के नाम पर लोगों को न लड़वाने की अपील करना अपराध है? क्या प्रधानमंत्री से यह उम्मीद करना अपराध है कि वह गुजरात आएंगे और महात्मा गांधी की धरती पर शांति की अपील करेंगे?’’

सुरजेवाला ने कहा, ‘‘साम्प्रदायिक सौहार्द्र, भाईचारे के लिए हमारी जंग जारी रहेगी। न मोदी जी इसे हरा सकते हैं, न ही देश की और कोई ताकत।’’

उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी मेवानी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘असम पुलिस ने जिस अलोकतांत्रिक तरीके से गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी को गिरफ्तार किया है, वह संविधान विरोधी कदम है और उस जनता का अपमान है, जिसने उन्हें चुना है। कांग्रेस का कार्यकर्ता हर दमन के खिलाफ आवाज़ बुलंद करेगा।’’

उल्लेखनीय है कि असम पुलिस ने एक ट्वीट के सिलसिले में गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी को राज्य के पालनपुर शहर से बुधवार देर रात गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि मेवानी को बृहस्पतिवार तड़के हवाई मार्ग से असम ले जाया गया।

मेवानी के सहयोगी सुरेश जाट ने बताया कि गुजरात के प्रमुख दलित नेता मेवानी को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-153ए के तहत प्राथमिकी दर्ज होने के तुरंत बाद गिरफ्तार किया गया। यह प्राथमिकी असम के कोकराझार थाने में दर्ज कराई गई थी।

भाषा हक हक सुभाष

सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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