नयी दिल्ली, पांच मई (भाषा) केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बृहस्पतिवार को आम आदमी पार्टी (आप) विधायक आतिशी पर यह ‘‘झूठ’’ फैलाने के लिए तीखा हमला किया कि केंद्र और उसकी एजेंसियां दिल्ली में ‘‘मंदिरों को गिराने’’ के कगार पर हैं। पुरी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से आतिशी को रोकने के लिए कहा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा नहीं होने पर वह तथ्यों को सही ढंग से बताने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन करेंगे।
आतिशी ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने दिल्ली के सरोजिनी नगर इलाके में चार मंदिरों को ‘‘तोड़ने का नोटिस’’ दिया है। उन्होंने साथ ही यह चेतावनी भी दी थी कि दिल्ली के लोग भाजपा की ऐसी ‘‘गुंडागर्दी’’ को ‘‘बर्दाश्त’’ नहीं करेंगे।
पुरी ने ट्विटर पर कड़ा जवाब देते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि विधायक को अपनी आप सरकार के कार्यों के बारे में पता नहीं है क्योंकि वह एक ‘‘फर्जी आख्यान’’ गढ़़ रही हैं।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री पुरी ने कहा, ‘‘झूठ आधे रास्ते तक जा सकता है लेकिन सच्चाई के उठने के बाद वह धाराशायी हो जाता है। हाल ही में आप नेता आतिशी जी ने बेतुकी बात करते हुए कहा था कि केंद्र और उसकी एजेंसियां मंदिरों के खिलाफ बुलडोजर से कार्रवाई करने के कगार पर हैं।’’
पुरी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि आतिशी को खुद को अवगत करना चाहिए। पुरी ने कहा कि ऐसे मामलों पर निर्णय लेने वाली धार्मिक समिति दिल्ली सरकार के अधीन है।
मंत्री ने कहा कि भूमि स्वामित्व एजेंसियां केवल यह निर्धारित करती हैं कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि यह भी अंतिम नहीं होता है और प्रणालीगत तंत्र लागू हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अधीन धार्मिक समिति की बैठक 26 और 29 अप्रैल को पहले ही दो बार हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इसके निर्देशों के तहत 27 अप्रैल को एक संयुक्त निरीक्षण किया गया था। उन्होंने कहा कि विधायक को अपनी (दिल्ली) सरकार के कदमों के बारे में पता नहीं है क्योंकि वह एक फर्जी आख्यान गढ़ रही हैं।’’
पूरी ने ट्वीट किया, ‘‘डीयू के शिक्षण संकाय में उनकी मां का पूर्व सहयोगी होने के नाते, मैंने शुरू में आतिशी जी का सार्वजनिक रूप से खंडन करने से परहेज किया। जब मैंने उनके वरिष्ठ से बात की और उन्हें रोकने के लिए कहा तो मुझसे कहा गया कि यह थोड़ी ‘राजनीति’ है। लेकिन उन्होंने कल फिर बेतुकी बात दोहरायी।’’
उन्होंने कहा कि एक झूठ को चाहे कितनी बार दोहराया जाए झूठ ही रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘…इसलिए अगर आतिशी जी इस झूठी कहानी को आगे भी जारी रखती हैं, तो दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री को विधायक पर लगाम लगानी चाहिए, ऐसा नहीं करने पर मैं रिकॉर्ड ठीक करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन संबोधित करूंगा।’’
पुरी ने यह भी कहा कि आप नेताओं को पता होना चाहिए कि शहरी कायाकल्प एक गंभीर विषय है, दिल्ली को विश्व स्तर की राजधानी बनाने के प्रयासों के लिए समझदार विचारों की आवश्यकता है, न कि इस तरह की गलत सूचना वाले नकली आख्यानों और राजनीति की। उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह की शर्मिंदगी से बचने के लिए अपने तथ्य सही करने चाहिए।
मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान, आतिशी ने आरोप लगाया था कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस तरह की कार्रवाई के लिए ‘‘उचित प्रक्रिया’’ का पालन किए बिना इन चार मंदिरों को ध्वस्त करने के लिए नोटिस जारी किया है।
उन्होंने आरोप लगाया था, ‘‘भाजपा पिछले कई दिनों से दिल्ली में बुलडोजर की राजनीति कर रही है। इसके नेता और पार्षद पैसे नहीं देने पर लोगों को उनके घरों और दुकानों पर बुलडोजर चलाने की धमकी दे रहे हैं।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘भाजपा की गुंडागर्दी, रंगदारी और बुलडोजर की राजनीति अब दिल्ली के मंदिरों के दरवाजे तक पहुंच गई है।’’
आप नेता ने केंद्रीय मंत्रालय के नोटिस की प्रतियां भी दिखाईं थीं, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया था कि उन्हें अधिकारियों ने चार में से तीन मंदिरों के प्रवेश द्वार पर चिपकाया था।
भाषा अमित माधव
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