अगरतला, 25 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने सोमवार को आरोप लगाया कि टीआईपीआरए मोथा पार्टी ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ हासिल करने के नाम पर त्रिपुरा को बांटने की कोशिश कर रही है।
शाही वंशज प्रद्योत किशोर देबबर्मा नीत त्रिपुरा इंडिजिनस प्रोग्रेसिव रीजनल अलायंस (टीआईपीआरए मोथा) एक क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी है जो त्रिपुरा के मूल निवासियों के लिए अलग राज्य की मांग करती है।
केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय राज्य मंत्री भौमिक ने कहा, ‘तथाकथित ‘बुबगरा’ (शासक) ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की अवधारणा पर जोर दे कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि बिप्लब कुमार देब सरकार आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए सभी प्रयास कर रही है।’’
केंद्रीय मंत्री ने पश्चिम त्रिपुरा जिले के मंडवई में एक पार्टी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार को बदनाम करने के लिए आदिवासी क्षेत्रों में विकास कार्यों को रोकने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, “आप उन लोगों के नेता के रूप में काम कर रहे हैं जो उग्रवाद की रणनीति में विश्वास करते हैं। आपको किसी ने आतंक फैलाने का लाइसेंस नहीं दिया है और लोग उचित जवाब देने के लिए तैयार हैं।”
भौमिक ने आरोप लगाया कि टीआईपीआरए मोथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की मदद के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, “आपने भाजपा के सत्ता में आने से पहले ग्रेटर टिपरालैंड की मांग क्यों नहीं उठाई? आपके पिता (किरीट बिक्रम मनकिया बहादुर) और मां (महारानी बिभु कुमारी देवी) उस समय राज्य से सांसद थे, जब देश में कांग्रेस का शासन था… इससे पहले आप कांग्रेस के एक बड़े नेता थे। अब आप ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की मांग क्यों उठा रहे हैं?’
उन्होंने कहा, ‘ऐसा इसलिए है क्योंकि आप माकपा की मदद करना चाहते हैं जिसने लंबे समय तक राज्य पर शासन किया था लेकिन उसने राज्य के आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया।’’
भाषा
अविनाश मनीषा
मनीषा
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