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Monday, 18 November, 2024
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उप्र में सोल्लास मनाई गई ईद, लखनऊ में पांच लाख से अधिक ने की नमाज अदा

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लखनऊ, तीन मई (भाषा) उत्‍तर प्रदेश में मंगलवार को पारंपरिक उत्‍साह और उल्‍लास के साथ ईद मनाई गई और कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह में ईद-उल-फितर की नमाज अदा हुई, जिसमें पांच लाख़ से ज्यादा लोगों ने इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की इमामत में नमाज़ अदा की और लखनऊ, उत्तर प्रदेश तथा पूरे देश में अमन एवं शान्ति के लिए विशेष दुआएं की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सड़कों पर धार्मिक आयोजन नहीं करने के लिए प्रदेशवासियों की सराहना की है। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ”आज उत्तर प्रदेश में अनेक धार्मिक आयोजन सकुशल संपन्न हुए हैं। इन्हें सड़कों पर न आयोजित कर प्रदेशवासियों ने एक अच्छी पहल की है। स्वस्थ व समरस समाज हेतु आस्था का सम्मान एवं कानून का शासन साथ-साथ होना आवश्यक है। यही प्रदेश के विकास व नागरिकों के स्वावलंबन का आधार बनेगा। सभी का अभिनंदन।”

अधिकारियों ने कहा कि यह पहली बार है जब सड़कों पर ईद की नमाज नहीं अदा की गई। लोनी और हापुड़ में जगह की कमी के कारण पाली में नमाज अदा की गई। अधिकारियों ने यह भी बताया कि पिछले साल तक लगभग 50,000 से एक लाख लोग सड़कों पर नमाज अदा करते थे।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”पूरे प्रदेश में ईद का त्योहार आज सकुशल संपन्न हुआ। लगभग 32 हजार जगहों पर ईद की नमाज अदा की गई, कहीं पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई।” उन्होंने कहा कि सभी लोगों ने परंपरागत तरीके से हर्षोल्लास के साथ ईद का त्योहार मनाया।

कुमार ने कहा, ”आज परशुराम जयंती है और अक्षय तृतीया का पावन पर्व भी, इसके लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।’’

उन्होंने बताया कि सड़कों और पार्कों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि इसके लिए धर्मगुरुओं से भी विचार-विमर्श किया गया।

कुमार ने बताया कि नागरिक पुलिस के अलावा पीएसी की 46 कंपनियां, सीएपीएफ की सात कंपनियां राजपत्रित अधिकारियों के साथ तैनात की गई थीं। उन्होंने धर्मगुरुओं को भी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि सहारनपुर में ईद शांतिपूर्वक मनाई गई। सहारनपुर शहर के ईदगाहों और देवबंद में नमाज अदा की गई। मेरठ में भी शांतिपूर्ण ईद का जश्न मनाया गया और शहर के ईदगाह और कोतवाली पुलिस थाने के पास जामा मस्जिद में नमाज अदा की गई। मंदिर नगरी अयोध्या में भी ईद का त्योहार शांतिपूर्ण रहा।

ऐशबाग ईदगाह में ईद के मौके पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी समेत कई प्रमुख लोगों ने ईद-उल-फितर की मुबारकबाद दी।

इस मौके पर अपने संबोधन में ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘‘हजरत मुहम्मद साहब ने दुनिया को अमन एवं शांति का पैगाम दिया है और ईद में हम एक दूसरे के गले मिलकर दुनिया को आपसी सौहार्द का संदेश देते हैं।’’

पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, ‘हमारा प्रदेश गंगा-जमनी तहजीब की एक बड़ी मिसाल है और ईदगाह से हमेशा यही पैगाम दिया जाता है। जिस स्थान पर (लखनऊ में) रामलीला का मंचन किया जाता है, वह ईदगाह के सामने है।’’

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘हम सबको प्रत्येक त्योहार मिल-जुलकर मनाना चाहिए और यह हमारे देश की शान है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ईद में हम गले मिलकर एक होने का संदेश देते हैं।’’

ईदगाह समिति के अधिकारियों ने कहा कि ईदगाह पर ईद की नमाज अदा करने के लिए महिलाएं भी बड़ी संख्या में पहुंची और उनके लिए नमाज अदा करने की विशेष व्यवस्था की गई।

मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि ईद खुशी, भाईचारे और शांति का संदेश देती है और यह दिन पूरे देश और दुनिया में मनाया जाता है।

ईदगाह पर नमाज अदा करने के लिए इकट्ठा हुए लोगों को संबोधित करते हुए खालिद रशीद ने कहा, ‘‘इस्लाम धर्म ने सबसे पहले मानव अधिकार को बताया है और विश्व को मानव अधिकार की अहमियत से अवगत कराया है। इसके बहुत से उदाहरण इस्लामी शरीअत और इतिहास में मौजूद हैं।’’

उन्होंने कहा कि इसमें चाहे हुजूर पाक के अलविदाई खुतबा हो या जकात का नियम या सद्के के नियम या मजदूर के पसीना सूखने से पहले उसकी मजदूरी अदा करने का आदेश हो, आज भी अगर दुनिया इन आदेशों पर अमल करने लगे तो विश्व से अन्याय और गरीबी का अंत हो सकता है।

उन्होंने बच्चों में अच्छी शिक्षा की भी अपील की और लोगों से एक बच्चे को शिक्षा देने की जिम्मेदारी लेने का भी आग्रह किया।

उन्होंने कहा, ‘रमजान का पवित्र महीना हमें सिखाता है कि हमें नफरत और दुश्मनी की भावना को दूर कर एक दूसरे को गले लगाना चाहिए और भाईचारे, प्यार और सहानुभूति का संदेश देना चाहिए।’

स्वच्छ वातावरण की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखना सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा, ‘हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए, विशेष रूप से वे पेड़ जो कुरान में वर्णित हैं।’’

भाषा आनन्द सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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