ईटानगर, एक जुलाई (भाषा) अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण सोमवार को कई जिलों में बाढ़ और भूस्खलन होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राज्य की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं और खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। खतरे के निशान से ऊपर बह रही कामेंग नदी ने पूर्वी कामेंग जिले के सेप्पा में कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्य की राजधानी के ‘डिवीजन-चतुर्थ’ क्षेत्र में हुए भूस्खलन से कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और एक कार दब गई लेकिन कार चला रही महिला बाल-बाल बच गई।
कोलोरियांग से विधायक पानी तराम ने बताया कि रविवार को कुरुंग पुल के बह जाने से कुरुंग कुमे जिले से संपर्क टूट गया है।
अधिकारियों ने बताया कि नामसाई जिले और लोहित जिले के वाकरो गोल चक्कर में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है क्योंकि सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। उन्होंने बताया कि अब तक नामसाई और वाकरो के 34 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि लोगों को सतर्क रहने और सभी एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है। साथ ही उन्हें नदियों या नदी के किनारों पर जाने से भी परहेज करने की सलाह दी गई है।
वहीं पूर्वी सियांग जिले में सियांग नदी और उसकी सहायक नदियों व अन्य बारहमासी धाराओं का जलस्तर उफान पर है। अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण पासीघाट-यिंगकिओंग और पासीघाट-आलो राजमार्गों पर भूस्खलन होने से आवागमन बाधित हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी सियांग के पासीघाट, रुक्सिन, मिरेम और बिलाट क्षेत्रों तथा निचले सियांग जिले के कुछ हिस्सों में बाढ़ का पानी भर चुका है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चांगलांग, नामसाई, लोहित, निचली दिबांग घाटी, पूर्वी सियांग और निचले सियांग जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। आईएमडी ने अगले दो दिन में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
एक आदेश के अनुसार, मौसम की स्थिति के मद्देनजर ईटानगर और आसपास के क्षेत्रों के सभी स्कूल पांच दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।
भाषा जितेंद्र आशीष
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